आजकल के तनावपूर्ण जीवन और अनियमित खान-पान के कारण थायराइड एक आम बीमारी बन गई है। थायराइड ग्रन्थि (thyroid gland) में आई गड़बड़ी के कारण यह रोग होता है। इसके लिए दवाओं और इलाज के साथ स्वस्थ जीवनशैली अपनाना भी जरूरी हैं। स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन, आ
स्वच्छ और संतुलित आहार का सेवन - थायराइड में अपने आहार का ख्याल रखना बहुत आवश्यक है। आपको मसालेदार, ज्यादा तले हुए या जंक फूड खाने से बचना चाहिए। यह आपकी सेहत पर दुष्प्रभाव डाल सकते हैं। इनके बजाय ताजी हरी सब्जियां, फाइबर युक्त साबुत अनाज, प्रोटीन से भरपूर दाल, अंडे, रेड मीट और मीठे फलों का सेवन करे। यह प्राकृतिक खाद्य पदार्थ आपको हल्का महसूस करने में मदद करेंगे। एडवेंचर्स ऑफ ए थायराइडलेस गर्ल में एक हाइपोथायरायडिज्म ब्लॉगर जेनेल फ्लोर्स भी "स्वच्छ" खाने के लिए कहती हैं, "मैंने सीखा है कि स्वस्थ और 'स्वच्छ' खाने से मुझे सबसे अधिक ऊर्जा और सर्वोत्तम परिणाम मिलते हैं।”
सप्लीमेंट्स के सेवन से सावधान रहें - थायरॉइड फंक्शन को बढ़ावा देने का दावा करने वाले सप्लीमेन्ट पर विचार करते समय सावधानी बरतें। ये सप्लीमेंट्स प्रभावी साबित नहीं होते हैं। कुछ मेंथायराॅइड हार्मोन की अनियमित मात्रा होती है, जिससे साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। कुछ चिकित्सक हाइपोथायरायडिज्म के लिए आयोडीन की खुराक की सिफारिश कर सकते हैं। सप्लीमेंट में बड़ी मात्रा में आयोडीन थायराइड की कमी के कारण लोगों में आयोडीन संबंधी परेशनियां पैदा हो सकती हैं।