शरीर के सभी अंगों की साफ सफाई के साथ साथ इंटिमेट हाइजीन बनाए रखना बहुत ज़रूरी है। अधिकतर महिलाएं इसके लिए कई प्रकार के फेमिनिन वॉश या वेजाइनल वॉश का प्रयोग करते हैं। बाहरी तौर पर जेनिटल्स पर अप्लाई करने के लिए बनाए गए प्रोडक्टस को रोज़ इस्तेमाल कर रही हैं, तो एक्सपर्ट की इन बातों को अवश्य याद रखें।
इंफेक्शन होने का खतरा- इस बारे में बातचीत करते हुए सी के बिरला अस्पताल, गुरूग्राम में ऑबस्टेट्रीशियन एंव गॉयनेकॉलाजिस्ट डॉ आस्था दयाल का कहना है कि अगर आप दिनभर में बार बार या रोज़ाना इंटिमेट वॉश का प्रयोग करती हैं, तो इससे योनि में बैक्टीरिया का नेचुरल बैलेंस बिगड़ने की संभावना रहती है। दरअसल, इसमें मौजूद केमिकल्स कई बार जलन और संक्रमण का कारण साबित होते हैं।
एलर्जी की संभावना- हर व्यक्ति की स्किन टाइप अलग अलग होती है। ऐसे में अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है और आप अपनी स्किन पर बार बार इंटिमेट वॉश अप्लाई करती हैं, तो इससे ब्लीसटर्स, रैशेज औरसूजन का खतरा बन सकता है। अगर आपको इस्तेमाल करने के बाद इरिटेशन का अनुभव हो, तो बॉडी क्रीन या टैल्कम का प्रयोग करें। इससे स्किन को कूलिंग इफेक्ट मिलने लगता है। इसके अलावा नियमित तौर पर इसके इस्तेमाल से बचें।
इंचिंग की समस्या- वजाइना में रूखापन बढ़ने से खुजली होने की समस्या पैदा हो जाती है। इससे स्किन पर इरिटेशन महसूस होने लगती है। पसीना आने से इचिंग की परेशानी तीव्र रूप ले लेती है, जो रैशेज़ में बदल जाती है। इस परेशानी को हल करने के लिए इंटिमेट वॉश को सीमित मात्रा में प्रयोग करें। इसके अलावा डॉक्टरी जांच अवश्य कराएं। साथ ही ब्रीथएबल फैब्रिक ही पहनें।
रूखापन बढ़ने लगता है- नियमित तौर पर फेमिनिन वॉश का इस्तेमाल करने से आपकी त्वचा पर रूखापन बढ़ने लगता है। स्किन बेहद शुष्क होने लगती है। दरअसल, इंटिमेट वॉश में इस्तेमाल किए जो वाले कैमिकल्स त्वचा की नमी को सोख लेते हैं। कुछ लोग जो इसका दिन में कई बार प्रयोग करते हैं। उनकी त्वचा में रूखेपन की समस्या आने लगती है। इसका प्रभाव वजाइनल हेल्थ पर भी पड़ने लगता है।