क्विक वेट लॉस की कोशिश इन 5 कारणों से हो सकती है आपकी सेहत के लिए जोखिम कारक, बचना है जरूरी

Updated on:20 November 2023, 15:39pm IST

जरूरत से ज्यादा और गलत तरीके से किया गया हर काम जीवन में मुश्किलें लेकर आता है। वर्कआउट शरीर के लिए आवश्यक है। अगर आप एक निर्धारित सीमा और बॉडी के पोटेन्शियल से ज्यादा व्यायाम करती है, तो इसका आपके शरीर पर नकारात्मक प्रभाव भी दिख सकता है। इससे शरीर गठीला होने की जगह समस्याओं का शिकार हो सकता है।

knee pain 1/5

बढ़ सकती है घुटनों की समस्या- वे लोग जो सही प्रकार से वेट लिफ्टिंग नहीं करते हैं उनके घुटनों में दर्द की समस्या आंरभ हो सकती है। इसके लिए आपको अपने वज़न के हिसाब से सही वेट का चुनावकरना चाहिए। इसके अलावा बॉडी को बहुत ज्यादा वॉर्म अप करने से भी बचना चाहिए। कई बार अत्यधिक प्री वर्कआउट करने का प्रभाव आपके शरीर पर दिखने लगता है। अगर आपके घुटनों पर वज़न आ रहा है और उनमें पेन महसूस होने लगती है, तो वहीं रूक जाएं।

2/5

चोटिल होने का खतरा- अमेरिकन काउंसिल ऑन एक्सरसाइज़ के मुताबिक अगर आप एक्सरसाइज़ करने के लिए सही तकनीक नहीं अपनाते है, तो इससे चोटिल होने का खतरा बढ़ने लगता है। व्यायाम के लिए सही जगह,उचित स्पीड और बॉडी स्टेमिना का होना ज़रूरी है। इसके चलते आप कई बार तनाव का शिकार भी होने लगते हैं।

muscles soreness ko kaise thik karein 3/5

मसल्स और ज्वाइंट्स पर स्ट्रेस बढ़ना- अगर आप सही तरीके से वर्कआउट नहीं करते हैं और किसी एक्सपर्ट की मदद नहीं ले रह हैं, तो उसका प्रभाव मसल्स और ज्वाइंटस पर दिखने लगता है। मांसपेशियोंमें खिंचाव और दर्द का अनुभव होने लगता है। इसके अलावा मसल्स में स्टिनैस आने लगती है। इसके चलते आप एचित प्रकार से वर्कआउट नहीं कर पाते हैं। ऐसे में सीमित समय के लिए ही वर्कआउट करें। इससे शरीर एक्टिव महसूस करता है।

4/5

थकान और लो एनर्जी का अनुभव- अगर आप लंबे वक्त तक बिना रूके एक्सरसाइज़ कर रहे हैं तो इसके चलते आपके शरीर में थकान, डिहाइडेशन और लो ब्लड प्रेशर की समस्या बढ़ सकती है। ऐसे में न केवल ओवर एक्सरसाइजिंग से बचें बल्कि वॉटर इनटेक भी बढ़ाएं। इससे आपका शरीर फिट रहेगा।

zyada workout karne se bachna chahiye 5/5

देर तक वर्कआउट करना-अगर आप गलत तरीके से एक्सरसाइज़ कर रहे हैं, तो आप लंबे वक्त तक उस पर स्थिर नहीं रह पाएंगे। एक्सरसाइज़ में बैलेंस बनाए रखने के लिए धीरे धीरे वर्कआउट को बढ़ाना आरंभ करें। इससे आपकी बाॅडी में स्टेमिना बरकरार रहेगा। साथ ही आप आसानी से पूरा वर्कआउट कर पाएंगे। शुरूआत मेें समय सीमा तय करना ज़रूरी है।