जरूरत से ज्यादा और गलत तरीके से किया गया हर काम जीवन में मुश्किलें लेकर आता है। वर्कआउट शरीर के लिए आवश्यक है। अगर आप एक निर्धारित सीमा और बॉडी के पोटेन्शियल से ज्यादा व्यायाम करती है, तो इसका आपके शरीर पर नकारात्मक प्रभाव भी दिख सकता है। इससे शरीर गठीला होने की जगह समस्याओं का शिकार हो सकता है।
बढ़ सकती है घुटनों की समस्या- वे लोग जो सही प्रकार से वेट लिफ्टिंग नहीं करते हैं उनके घुटनों में दर्द की समस्या आंरभ हो सकती है। इसके लिए आपको अपने वज़न के हिसाब से सही वेट का चुनावकरना चाहिए। इसके अलावा बॉडी को बहुत ज्यादा वॉर्म अप करने से भी बचना चाहिए। कई बार अत्यधिक प्री वर्कआउट करने का प्रभाव आपके शरीर पर दिखने लगता है। अगर आपके घुटनों पर वज़न आ रहा है और उनमें पेन महसूस होने लगती है, तो वहीं रूक जाएं।
मसल्स और ज्वाइंट्स पर स्ट्रेस बढ़ना- अगर आप सही तरीके से वर्कआउट नहीं करते हैं और किसी एक्सपर्ट की मदद नहीं ले रह हैं, तो उसका प्रभाव मसल्स और ज्वाइंटस पर दिखने लगता है। मांसपेशियोंमें खिंचाव और दर्द का अनुभव होने लगता है। इसके अलावा मसल्स में स्टिनैस आने लगती है। इसके चलते आप एचित प्रकार से वर्कआउट नहीं कर पाते हैं। ऐसे में सीमित समय के लिए ही वर्कआउट करें। इससे शरीर एक्टिव महसूस करता है।
देर तक वर्कआउट करना-अगर आप गलत तरीके से एक्सरसाइज़ कर रहे हैं, तो आप लंबे वक्त तक उस पर स्थिर नहीं रह पाएंगे। एक्सरसाइज़ में बैलेंस बनाए रखने के लिए धीरे धीरे वर्कआउट को बढ़ाना आरंभ करें। इससे आपकी बाॅडी में स्टेमिना बरकरार रहेगा। साथ ही आप आसानी से पूरा वर्कआउट कर पाएंगे। शुरूआत मेें समय सीमा तय करना ज़रूरी है।