हमारे शरीर का बेहतर महत्वपूर्ण अंग 'दिमाग' है, इसी दिमाग में हमारे जीवन में हुई तमाम अच्छी और बुरी यादें कैद हैं। लेकिन समय के साथ या आजकल की व्यस्त और खराब दिनचर्या हमारी उसी मेमोरी को कम कर रही है। अगर हम अपनी दिनचर्या में कुछ सुधार कर लें, तो हम मेंटली तौर पर भी स्वस्थ हो सकते हैं।
हमारा शरीर एक मशीन की तरह हैं, ऐसी मशीन जिसमें जैसा हम इनपुट होगा, वैसा ही आउटपुट मिलेगा। मतलब हम जैसे अपने शरीर का ख्याल रखेंगे, जैसा आहार लेंगे और शरीर के प्रति जैसा आचरण रखेंगे,बदलें में हमें भी उसी तरह का फल मिलेगा। इसीलिए शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए हम तमाम तरह की चीज़ों की सहायता लेते है, लेकिन ब्रेन हेल्थ को अच्छा रखने के लिए भी हमें कुछ ज़रूरी कदम उठाने चाहिए, जिससे हमारी याददास्त अच्छी और सटीक रहती है। चित्र- अडोबीस्टॉक
न्यूरोबायोलॉजी ऑफ एजिंग जर्नल में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार व्यक्ति की डाइट का प्रभाव उसकी याददाश्त पर पड़ता है, इसलिए हमें अपने शरीर के प्रति अच्छी आदतें रखने के साथ-साथ हेल्दी डाइटलेना भी बहुत आवश्यक है। इस रिपोर्ट में 'कीलोसिस्टोकाइनेंन' नाम के हॉर्मोन की खोज की है, जो सीधे तौर पर व्यक्ति की याददाश्त पर प्रभाव डालता है। चित्र- अडोबीस्टॉक
नई चीज़े सीखें : 2015 में आई हॉर्वर्ड की एक रिपोर्ट से पता चला कि अगर हम अपने दिमाग को सक्रिय रखना सीख जाएं यानि अगर हम अपनी मेंटल फिटनेस बरकरार रखें तो हमें तमाम बीमारियों से मुक्ति मिल सकती है। वहीं, मेंटल फिटनेस अच्छी रखने और मेमोरी बढ़ाने के लिए नई चीज़े सीखते रहना बेहद आवश्यक है। नई चीजें सीखते रहना आपकी मेमोरी को मजबूत बनाता है क्योंकि यह आपके मानसिक स्वास्थ्य और न्यूरॉन्स को सुधारता है। चित्र- अडोबीस्टॉक
स्वस्थ आहार है बेहद जरूरी : मेमोरी बढ़ाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज़ स्वस्थ आहार लेना होता है। बाज़ार में मिलने वाले फ़ास्ट फूड्स पोषणरहित तो होते ही हैं, लेकिन उनमें कई ऐसे गुण भी होते हैं वो शारीरिक और मानसिक तौर पर व्यक्ति को बीमार बनाते है। इसीलिए मेंटल फिटनेस बनाएं रखने के लिए हमे उचित आहार , जैसे कि हरे सब्जियां, फल, पूरे अनाज, सुपरफूड्स (जैसे कि मेंथी और ब्लूबेरी), प्रोटीन (जैसे कि मछली, अंडे, और दालें), और अच्छे प्रकार के तेल और फैट्स का सेवन करना चाहिए। चित्र- अडोबीस्टॉक
व्यायाम करने से अच्छी होती है मेंटल हेल्थ : व्यायाम करने से भी मानसिक स्वास्थ्य को सुधारा जा सकता है क्योंकि व्यायाम करने से आपके दिल की धड़कन बढ़ती है और आपके शरीर में और भी अधिकखून पहुंचता है, जिससे आपके मस्तिष्क को अधिक ऑक्सीजन और पोषण मिलता है। इसके साथ ही यह ब्रेन के कामकाज को सुधारने में मदद करता है और मेमोरी को बेहतर बनाता है।वहीं, व्यायाम करने से आपके शरीर में स्ट्रेस हार्मोन्स की मात्रा कम होती है, जिससे आपके मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद मिलती है। स्ट्रेस कम होने से मेमोरी को बेहतर किया जा सकता है। चित्र- अडोबीस्टॉक
मधुर गीत सुनने से भी अच्छी होती है मेमोरी : न्यूयॉर्क में साइकेट्रिस्ट और न्यूरोलॉजिस्ट की संस्था वेरिवेलमाइंड के अनुसार, हैप्पी सॉन्ग्स सुनने से भी मेमोरी अच्छी होती है। गाना सुनने से आप अपने भावनाओं को व्यक्त करते हैं और इससे मेमोरी में सुधार होता है। गाने के बोल और संगीत का सुखद अनुभव आपके मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकता है, जिससे आपके स्मरण क्षमता भी अच्छी तरह से प्रभावित होती है। चित्र- अडोबीस्टॉक