पेट में कैंसर का कारण भी बन सकता है ज्यादा नमक, जानिए इसके स्वास्थ्य जोखिम

Published on:30 November 2023, 12:00pm IST

अगर खाने में अगर थोड़ा सा भी नमक कम हो जाए, तो वो हमारे स्वाद और खाने के मज़े को कम देता है। लेकिन वहीं, अगर हमारे जीवन में नमक थोड़ा सा भी ज्यादा हो जाए तो यह हमें कई खतरनाक बीमारियों की तरफ भी धकेल सकता है। अत्यधिक मात्रा में नमक खाने से हमारा स्वास्थ्य काफी नकारात्मक तरह से प्रभावित हो सकता है।

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ज्यादा नमक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है

व्यक्ति अपने जीवन में तमाम सुख-सुविधाओं और खुशियों के साथ थोड़ी मिठास भी घोलना चाहता है। लेकिन आजकल के व्यस्त शेड्यूल के कारण व्यक्ति धीरे-धीरे अपनों से दूर होता चला जाता है, जिसकेकारण उसकी मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। व्यस्त दिनचर्या के कारण व्यक्ति सिर्फ मानसिक ही नहीं बल्कि शारीरिक समस्याओं से भी घिर रहा है। आजकल के फास्ट फूड ट्रेंड के चलते लोग अस्वस्थ खानपान करने को मज़बूर है। बाहर के फास्ट फूड में तमाम हानिकारक तत्वों के साथ नमक भी काफी मात्रा में होता है, जो व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है।

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पहले समझिये अपनी डाइट में शामिल किए नमक को
salt hai khtarnak

आमतौर पर आप जो नमक खाते हैं, उसमें 40 प्रतिशत सोडियम और कुल 60 फीसदी क्लोराइड मौजूद होता है। नमक न सिर्फ आपके खाने को स्वादिष्ट बनाता है बल्कि सीमित मात्रा में इसके सेवन से शरीर में कई पोषक तत्वों की भी पूर्ति होती है। नमक इलेक्ट्रोलाइट्स का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जो शरीर के इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। नमक पाचन क्रिया के लिए भी काफी फायदेमंद होता है और आवश्यक पाचन एंजाइम्स को संतुलित रखने में भी काफी मदद करता है। इसके साथ ही नमक में छिपे कुछ मिनरल्स, जैसे कि जिंक, आयरन, और मैग्नीशियम, शरीर के लिए आवश्यक होते हैं और सीमित मात्रा में इसके सेवन से शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति होती है।

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नमक खाने पर क्या कहता है 'विश्व स्वास्थ्य संगठन'
Eat less salt is best

विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट बताती है कि ज्यादा नमक खाने से हार्ट फेलियर और ब्लड प्रेशर जैसी प्रमुख बीमारियां व्यक्ति को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकतीं हैं। इसके साथ ही WHOने हर व्यक्ति को प्रति दिन मात्र 5 ग्राम से कम नमक खाने की एडवाइजरी जारी की है। लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट बताती है कि अधिकतम देशों में हर व्यक्ति प्रतिदिन 5 ग्राम नमक से ज्यादा की खपत कर रहा है, जो कि उनके स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है। साथ ही WHO ने बताया कि आहार में नमक का सेवन मौजूदा वैश्विक स्तर 9-12 ग्राम प्रति दिन से घटाकर 5 ग्राम प्रति दिन करने से ब्लड प्रेशर और हार्ट संबंधी समस्याओं पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा।

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ज्यादा नमक खाने से हो सकता है पेट का कैंसर

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के द्वारा किए गए एक शोध में यह पता चला कि अधिक नामक खाने वाले लोगों को पेट का कैंसर होने के बहुत अधिक संभावनाएं होती है। दरअसल, इस शोध में लगभग ढाई लाख लोगों को सम्मिलित किया गया, जिसमें यह पता चला कि प्रति दिन 3 ग्राम नमक खाने वाले लोगों से प्रति दिन 1 ग्राम नमक खाने वाले लोगों से लगभग 68 प्रतिशत अधिक पेट का कैंसर होने की संभावना है। साथ ही रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि ज्यादा सोडियम खाने से शरीर में नाइट्रोजन बहुत अधिक मात्रा में पैदा होती है, जो नाइट्रोजन-युक्त इंट्रीकेटिक सोडियम (nitrogen-containing intracellular sodium) बनाती है। इससे गैस्ट्रिक आइंट्रीकेटिक सोडियम बढ़ सकता है और इससे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर यानी पेट के कैंसर का जोखिम बढ़ता है।

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बढ़ सकता है ब्लड प्रेशर
cold milk benefits

अधिक मात्रा में नमक खाने से व्यक्ति के शरीर में ब्लड प्रेशर काफी अधिक मात्रा में बढ़ सकता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिपोर्ट के अनुसार, बहुत अधिक मात्रा में नमक खाने से ब्लड में सोडियम बहुत अधिक मात्रा में बढ़ जाता है, जिसके कारण ब्लड प्रेशर में काफी वृद्धि होती है। रिपोर्ट में बताया गया कि अत्यधिक मात्रा में नमक खाने से शरीर में पानी की कमी होने लगती है, जिसके कारण ब्लड वेसल्स में खून काफी अधिक प्रेशर के साथ बहने लगता हैं, जिसके परिणामस्वरूप ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और उससे हार्ट अटैक जैसी समस्याएं भी हो सकती है।

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शरीर में बढ़ सकती है सूजन
pairon mein soojan aur peelapan hai toh fatty liver hone ke sanket hain

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार अत्यधिक मात्रा में नमक खाने से हमारा शरीर 'कन्फ्यूज़' हो जाता है और शरीर में सोडियम और पानी की एक जैसी ही मात्रा रखने के लिए शरीर पानी 'को होल्ड' करना शुरू कर देता है, जिसके परिणामस्वरूप हमें अपने हाथ, पैर और शरीर के बाकी हिस्सों में सूजन दिखाई पड़ती है। शरीर में अधिक पानी भरने से हमारे वजन पर भी प्रभाव पड़ता है और उसके कारण अन्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।