अपनी सेहत के लिए पानी ही नहीं, पानी की बोतल का भी रखें ध्यान

Updated on:8 April 2022, 19:53pm IST

गर्मीयों के मौसम में सबसे महत्वपूर्ण है शरीर को हाइड्रेटेड रखना। इसके लिए हम में से ज्यादातर प्लास्टिक बाेतल का इस्तेमाल करते हैं। जो सेहत को कई तरह के जोखिम दे सकती है।

bacteria on water bottles 1/8

प्लास्टिक की बोतल में पानी कही भी आसानी से मिल जाता है, यह बाकी बोतलों की तुलना में ज्यादा यूजर फ्रेंडली होता है। प्लास्टिक की बोतल बाकी बोतलों के मुताबिक बहुत सस्ती होती है। इसलिएज्यादातर लोग पानी पीने के लिए प्लास्टिक के बोतल का इस्तेमाल करते हैं। गर्मियों के मौसम में प्लास्टिक की बोतल यूज़ करना आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है। पब मेड के एक रिसर्च में सामने आया कि प्लास्टिक में मौजूद टॉक्सिक केमिकल्स आपके शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकते हैं। रिसर्च में देखा गया कि प्लास्टिक वातावरण, जानवर और इंसान सभी के लिए हानिकारक है। इसके बावजूद हर साल लगभग 9% प्लास्टिक का उत्पादन बढ़ता है।

Plastic apki sehat ke liye khatarnak hai 2/8

प्लास्टिक की बोतल आपकी सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती हैं। चित्र: शटरस्टॉक

ceramic bottles health ke liye faydemand hai 3/8

चीनी मिट्टी से बनी बोतल - सिरेमिक कोई नया विकल्प नही है। यह आसानी से बाजार में उपलब्ध है। चीनी मिट्टी की सभी प्रोपर्टीज बिल्कुल कांच की बोतल जैसी ही होती हैं। सिरेमिक पर्यावरण और आपकी सेहत के अनुकूल होता है। आपको बता दें कि गर्मियों में सिरेमिक की बनी बोतल में पानी पीने से उसकी मौलिकता बनी रहती है। साथ ही यह लंबे समय तक पानी को ठंडा रखती है। हालांकि सिरेमिक से बने कंटेनर कांच की तुलना में ज्यादा भारी और नाजुक होते है। लेकिन इसके ऊपर बॉटल कवर लगाकर आप इसे यूज कर सकती हैं।

Kanch ki bottle health friendly hai 4/8

कांच की बोतल - कांच एक फ़्रैजाइल मैटेरियल है, जिसे दोबारा से यूज़ किया जा सकता है। कांच की बोतल में किसी भी तरल पदार्थ को रखने से उसका स्वाद बना रहता है। साथ ही यह उसे फ्रेश रखने काभी काम करता है। कांच की बोलत में पानी रखने से उसकी मौलिकता बानी रहती है। साथ ही प्लास्टिक की बोतल की तुलना में कांच की बोतल पानी को लंबे समय तक ठंडा रख सकती है। वहीं कांच आसानी से रीसायकल हो सकता है। इसीलिए गर्मियों में कांच की बोतल में पानी पीना आपकी सेहत और वातावरण दोनों के लिए ही फायदेमंद रहेगा।

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स्टेनलेस स्टील की बोतल - स्टेनलेस स्टील की बोतलें इस प्रकार बनी होती हैं कि उनमें रखें पानी और अन्य तरल पदार्थों से किसी भी तरह के मेटल का स्वाद न आए। स्टील की बोतल का प्रयोग लंबेसमय तक कर सकती हैं। क्योंकि इसके खराब होने और टूटने का कोई डर नहीं होता। बाकी बोतलों की तुलना में स्टील की बोतल पानी को काफी लंबे समय तक ठंडा रखती है। मेटल एक प्रकार का नेचुरल टेंपरेचर कंडक्टर होता है। इसीलिए इसमें ठंडी चीजें अधिक समय तक ठंडी रहती है, और इसी प्रकार गर्म चीजें लंबे समय तक गर्म रह सकती हैं। इसमें पानी रखने से किसी प्रकार का स्वास्थ्य जोखिम नहीं होता। यह पूरी तरह केमिकल फ्री होते हैं।

Aajakal bazar me plant based plastic bottle bhi aa gayi hain 6/8

प्लांट बेस्ड प्लास्टिक की बोतल - प्लांट बेस्ड प्लास्टिक बॉटल बायोडिग्रेडेबल होती हैं। यह एक नए तरह की बोतल है जिसे हम गर्मियों में यूज कर सकते हैं। प्लास्टिक की बोतल की तुलना में इसे बनाने में कम से कम केमिकल का प्रयोग किया जाता है। इनमें मौजूद केमिकल पानी को प्रभावित नहीं करते। साथ ही पानी की शुद्धता बनी रहती है। इसे आसानी से रीसायकल कर सकते हैं। इसलिए गर्मियों में पानी रखने का यह एक अच्छा और सस्ता स्रोत है।

Bamboo bottles traditional aur healthy option hain 7/8

बांस की बोतलें - बांस में विटामिन बी 6, मैंगनीज, प्रोटीन, आयरन, विटामिन बी 2 यानी राइबोफ्लेविन, कॉपर, पोटैशियम, आदि काफी मात्रा में मौजूद होते हैं, जो आपकी शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं। बांस का प्रयोग फर्नीचर, आभूषण इत्यादि बनाने में कई समय से किया जा रहा है। परंतु इस समय बांस की बोतलें बहुत ज्यादा प्रचलित हो रही हैं। बांस से बनी बोतलें वातावरण के लिए फायदेमंद होने के साथ हेल्थ फ्रेंडली भी होती है। यह रिन्यूएबल, रीसाइकिलेबल, ड्यूरेबल और बीपीए फ्री होती हैं। इनमें रखे पानी को पीने से यह सभी पोषक तत्व आपके शरीर में लगते हैं। साथ ही गर्मियों में यह पानी को ठंडा रखने में भी मदद करता है। बांस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आपके पेट, स्किन और कोशिकाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।

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मिट्टी की बोतलें - गर्मियों में मिट्टी के घड़ें में तो आप सभी ने पानी पिया होगा। इसी का हैंडी रूप हैं मिट्टी की बोतलें। मिट्टी प्राकृतिक रूप से बहुत ज्यादा ठंडी होती है। इसलिए जब आप मिट्टी की बोतल में पानी रखते हैं, तो रेफ्रिजरेटर की भी जरूरत नहीं पड़ती। मिट्टी के बर्तन में रखे पानी को पीने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होने के साथ-साथ पेट से जुड़ी समस्याएं भी कम हो सकती हैं। यदि आप मिट्टी की बोतल का पानी पीती हैं, तो लू लगने की संभावना भी बहुत कम जाती है। वहीं यह बोतल एनवायरनमेंट फ्रेंडली होती है। प्रकृति को इससे किसी भी प्रकार का नुकसान नही होता।