शरीर को पोषण प्रदान करने के लिए सर्दियों में खासतौर से पंजीरी तैयार करने की रिवायत सदियों से चली आ रही है। उत्तर भारत में खाई जाने वाली इस रेसिपी में घी और ड्राई फ्रूट्स को डालकर तैयार किया जाता है। घर में बनाई जाने वाली पंजीरी आटे, बेसन और मूंग की दाल से तैयार होती है।
इसे खाने से नई मां के शरीर को ताकत और ऊर्जा प्राप्त होती है। इसमें मौजूद कैल्शियम, आयरन और विटामिन की उच्च मात्रा से दूध की मात्रा बढ़ने लगती है। आटे को घी में भूनकर उसमें ड्राई फ्रूट, अजवाइन, सौंठ, गोंद, कमरकस और शनिया मिलाया जाता है। इसके अलावा फ्लेवर के लिए छोटी इलायची को भी एड कर सकते हैं। दूध के साथ इसका सेवन करने से शरीर को पोषण की प्राप्ति होती है।
मूंग की दाल का ग्लाइसेमिक इंडैक्स लो होता है। इससे शरीर में ग्लूकोज़ का स्तर नियेत्रित रहता है और डाइजेशन भी बूस्ट होता है। दाल में विटामिन, फोलिक एसिड और आयरन पाया जाता है। इसे बनाने के लिए दात को भूनकर उसका पाउडर तैयार कर लें। इसमें सूजी, गोंद, अजवाइन, काली मिर्च और सूखे मेवे मिलाएं। इससे शरीर में ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित बना रहता है।
विटामिन ए, सी, फोलिक एसिड और एंटी ऑक्सीडेंटस से भरपूर धनिए से तैयार पंजीरी का सेवन करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित बना रहता है। इसके लिए सूखे मेवों, मखानों और साबुतधनिए के बीज को अलग अलग करके रोस्ट कर लें। धनिए को पीसकर पाउडर बना लें। आवश्यकतानुसार घी डालकर सभी चीजों को मिलाएं और नारियल भी इसमें शामिल कर सकते हैं।
ओमेगा 3 फैट्स एसिड से भरपूर कमरकस और तिल से शरीर की मोबिलिटी में सुधार होता है। इससे शरीर में एनर्जी और लचीलापन बढ़ने लगता है। शरीर हेल्दी और एक्टिव रहता है। इसके लिए आटे को घी मेंपकाने के बाद सूखे मेवे डालने के अलावा कमरकस और तिल को एड कर दें। इसमें डालने से पहले तिलों को भून लें। इसके अलावा मखानों और गोंद को भी एड कर सकते है।
ड्राई फ्रूट्स और पंपकिन व मस्क मेलन सीड्स को रोस्ट करके पाउडर तैयार कर लें। अब आटे में घी को भूनकर उसमें रोस्टिड अलसी को पीसकर एड कर लें। इसके अलावा गुड़ को मेल्ट करके डालें। इसके बाद सभी चीजों को मिलाकर पंजीरी तैयार कर लें। उसके बाद चाहें, तो इसके लड्डू बनाकर भी सेवन कर सकते है। इससे शरीर को हेल्दी फैटी एसिड और एंटी ऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है।