छठ पूजा के अवसर पर चढ़ाये जाने फल स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होते हैं। ये मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को मजबूती प्रदान करते हैं। गन्ना, नारियल, केला, सेब, पानी फल सिंघाड़ा मस्तिष्क को मजबूती प्रदान करते हैं।
केला कई विटामिन और मिनरल का बढ़िया स्रोत है। पोटैशियम, आयरन, मैगनीशियम, विटामिन बी 6 और विटामिन सी से भरपूर है केला। पोटैशियम से भरपूर आहार हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर सकता है।यह एनीमिया दूर करता है और हृदय स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाता है। केले में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है, जो हमें इंस्टेंट एनर्जी देता है। इसे सुबह के नाश्ते में भी खाया जा सकता है। केले में पोटैशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो इलेक्ट्रोलाइट का काम करता है।
डाभ नींबू सामान्य नींबू से बहुत बड़ा होता है। इसे कई स्थानों पर चकोतरा भी कहा जाता है। इसका स्वाद खट्टा और मीठा होता है। छठ के प्रमुख फल के रूप में चढ़ाया जाने वाला डाभ नींबू आयरन,मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, सेलेनियम से भरपूर होता है। यह वजन घटाने में मदद कर सकता है। हृदय रोग, एनीमिया, किडनी स्टोन, पाचन संबंधी समस्याओं और कैंसर के खतरे को कम कर सकता है।विटामिन सी की मौजूदगी के कारण यह इम्युनिटी बूस्ट कर सकता है।
नारियल को सुपरफ़ूड का दर्ज़ा दिया गया है। यह पोटैशियम, कैल्सियम, सोडियम, मैंगनीज, विटामिन बी, कॉपर और आयरन से भरपूर होता है। इलेक्ट्रोलाइट का स्रोत नारियल मेंटल हेल्थ के लिए जरूरी है। कभी भी आप फ़ास्ट रखती हैं, तो नारियल पानी जरूर पियें। यह एनर्जेटिक बनाये रखता है। यह पाचन तंत्र को दुरुस्त दुरुस्त रखता है। बॉन स्ट्रेंथ के लिए यह जरूरी है। एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर नारियल दिल को हेल्दी रखता है और कई बीमारियों से बचाव करता है।नारियल में कार्ब्स कम होते हैं, इसलिए यह कार्ब युक्त स्नैक्स का सबसे अच्छा विकल्प है।
पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक, थायमिन, राइबोफ्लेविन और कई अमीनो एसिड से भरपूर होता है गन्ना। यह लीवर को मजबूत बनाता है। यह किडनी स्टोन से बचाव कर सकता है।इसमें मौजूद फाइबर बोवेल मूवमेंट में मदद करता है । गन्ने का रस इंस्टैंट एनर्जी देता है। लीवर सिरोसिस के मरीज के लिए यह सबसे बढ़िया फल है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स लो होता है, लेकिन शुगर के मरीज को यह फल नहीं खाना चाहिए। गन्ना खाने या चूसने से यूरीनरी ट्रैक्ट की समस्या दूर हो सकती है।
फाइबर के अलावा पानी फल सिंघाड़ा में कॉपर, मैंगनीज, विटामिन बी6, विटामिन सी, थायमिन, फोलेट, राइबोफ्लेविन और पोटैशियम जैसे मिनरल भी मौजूद होते हैं। यह बोवेल मूवमेंट को बढ़ावा देता है। ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है। ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है। भरपूर फाइबर होने के कारण यह गट हेल्दी है। यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। ट्यूमर के विकास को धीमा करता है। कम कैलोरी वाला फ़ूड होने के कारण यह वजन घटाने को बढ़ावा देता है। काम्प्लेक्स कार्ब लम्बे समय तक तृप्त रखते हैं।
सेब में फाइबर, विटामिन सी और विभिन्न एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं। लो कैलोरी और रिच डायटरी फाइबर के कारण इसे खाने के बाद देर तक पेट भरा हुआ महसूस होता है। यह हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। पाचन स्वास्थ्य में सुधार करता है। वजन प्रबंधन में मदद मिल सकती है। डायबिटीज के मरीज के लिए सेब फायदेमंद है। कैंसर का खतरा कम हो जाता है। विटामिन सी तथा अन्य मिनरल इसे मस्तिष्क कार्य में मदद करने वाला बनाते हैं।