खराब दिनचर्या के साथ-साथ इन दिनों आहार भी बहुत खराब हो गया है। फैंसी पैकिंग में मिलने वाले महीनों पुराने फूड आइटम्स अब मुख्य भोजन में शामिल होने लगे हैं। जिससे ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल के साथ-साथ हार्ट अटैक का जोखिम भी बढ़ता जा रहा है।
कोई पार्टी हो, आउटडोर एक्टिविटी हो या कहीं ट्रैवल करना हो, अगर किसी भी समय हमें भूख लगती हैं तो हम डिब्बाबंद प्रोसेस्ड खाना या पैकेट में बंद चिप्स या वेफर्स खा कर काम चला लेते है।वहीं, अगर हमें ज्यादा भूख हो तो बाज़ार में मिलने वाले तेल और मसालों से भरपूर आहार लेकर हम खुद को बहुत शक्तिशाली महसूस करने लगते है। लेकिन खाने को लेकर यही लापरवाही और फास्ट फूड को लेकर हमारी दीवानगी ही कई तरह की हृदय संबंधी बीमारियों का मुख्य कारण है। अनियमित और अस्वच्छ खाने के कारण ही हमें हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्या देखने को मिलती है।
हाई कोलेस्ट्रॉल की स्थिति व्यक्ति को शारीरिक रूप से काफी बीमार कर सकती है । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर के अनुसार 24 % भारतीय हाइपरकोलेस्टरॉलेमिया और हाई LDL कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित है। दरअसल, हाई कोलेस्ट्रॉल एक स्वास्थ्य स्थिति है,जिसमें शरीर के खून में मौजूद कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है। कोलेस्ट्रॉल एक तरह का फैट होता है, जो आपके शरीर के सभी सेल्स, ऑर्गन्स और वीन्स के लिए आवश्यक है लेकिन जब इसकी मात्रा बढ़ जाती है, तो यह स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो जाता है।
अक्सर अनहेल्दी खाने से ही हाई कोलेस्ट्रॉल की स्थिति उत्पन्न होती है। ऐसे में, यदि हम संयमित मात्रा में भोजन करें और उसकी गुणवत्ता का ध्यान रखें, तो हमें हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी स्थितिसे छुटकारा मिल सकता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, व्यक्ति के शरीर में मौजूद नसों में बैड कोलेस्ट्रॉल कई कारणों की वजह से बढ़ता है, जिसमें अनियमित दिनचर्या, अत्यधिक शराब का सेवन, मोटापा, अन्य स्वास्थ्य समस्याएं होती है। लेकिन इन सभी कारणों में खानपान बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार होता है। ऐसे में यदि हम अपने खानपान को संतुलित कर लें, तो काफी हद तक इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
हार्वर्ड हेल्थ की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, हाई कोलेस्ट्रॉल की स्थिति में फ्राइड फूड आइटम्स का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। किसी भी फूड आइटम को तलने से उसमें मौजूद एनर्जी डेंसिटीया कैलोरी काउंट बढ़ जाता है, जिससे स्वास्थ्य में प्रभाव पड़ता है। वहीं, यदि आपको तले हुए भोजन ही पसंद है, तो डीप फ़्राय करने की बजाए एयर फ्रायर का उपयोग करें और अपने भोजन में ऑलिव ऑयल जैसे हेल्दी ऑयल्स का प्रयोग करें ।
प्रोसेस्ड फूड्स में अधिक मात्रा में तेल, शुगर, और अन्य हाई-कैलोरी तत्व होते हैं, जो आपके सेहत के लिए अच्छे नहीं होते हैं, और इससे हाई कोलेस्ट्रॉल की स्थिति उत्पन्न होती है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, प्रोसेस्ड फूड्स में अधिक मात्रा में सैच्युरेटेड फैट्स होते हैं, जो आपके ब्लड में LDL कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कही अधिक बढ़ा सकते हैं। इससे आपकी धमनियों में जमा होकर आर्थरोस्क्लेरोसिस बढ़ सकती है, जिससे दिल से संबंधित समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
हार्वर्ड हेल्थ की रिपोर्ट के मुताबिक़, बाज़ार में मिलने वाले पहले से ही तैयार बेकरी आइटम्स में भी बढ़ी मात्रा में अनहेल्दी क्रीम और मक्खन जैसी चीज़े होती है। साथ ही इन चीज़ों में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी काफी अधिक होती है। बाज़ार में मिलने वाले कुछ बेकरी आइटम्स में ट्रांस फैट्स भी होते है, जो हाई कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते है और हार्ट हेल्थ को प्रभावित भी करते हैं।
शुगर-स्वीटेन्ड ड्रिंक्स में उच्च मात्रा में शुगर होती है, जिससे कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। शुगर-स्वीटेन्ड ड्रिंक्स में आमतौर पर हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) वाले आहार होते हैं। यह शुगर आपके ब्लड शुगर में फेरबदल करती है, जिसकी कारण ब्लड प्रेशर की शिकायत होती है। साथ ही इसके अत्यधिक सेवन से यह धमनियों में जमा होकर आर्थरोस्क्लेरोसिस को बढ़ा सकता है, जिससे हाई कोलेस्ट्रॉल की स्थिति कई गुना तक बढ़ सकती है।