शाकाहारियों के बारे में एक धारणा बन गई हैं कि उनके आहार में पोषक तत्वों की कमी होती है। जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। यहां हम उन 5 तरह की देसी दालाें के बारे में बताने जा रहे हैं पोषण का भंडार हैं।
शरीर में पोषक तत्वों की कमी आपको कमजोर बना सकती है। ये न सिर्फ आपके बच्चों की मेंटल-फिजिकल ग्रोथ में रुकावट पैदा करती है, बल्कि थकान के साथ पूरे रुटीन को प्रभावित करती है। इसलिए यहजरूरी है कि आप अपने और अपने परिवार के दैनिक आहार में उन फूड्स को शामिल करें, जो पर्याप्त मात्रा में पोषण दे सकें। यहां हम ऐसी ही 5 दालों के बारे में बताने जा रहे हैं जो न केवल आसानी से उपलब्ध हैं, बल्कि पौष्टिक भी हैं।
तूर या अरहर की दाल - उत्तर प्रदेश, पूर्वाचंल और बिहार में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली अरहर दाल या तूर दाल प्लांट प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है। यह फाइबर, फोलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम और कार्ब्ज से भरपूर होता है, जो बार बार भूख लगने की समस्या को नियंत्रित रखता है। डायबिटीज और दिल से जुड़ी बीमारी में तूर दाल का सेवन फायदेमंद होता है।
मसूर दाल - कार्बोहाइड्रेट, आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन बी6, विटामिन B2, विटामिन सी, मैग्नीशियम और कैल्शियम, प्रोटीन, फाइबर और जिंक से भरपूर मसूर दाल सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। ये सभी पोषक तत्व शरीर की जरूरतों को पूरा करते है और हमे पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसका सेवन ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने के साथ हार्ट हेल्थ को बनाये रखता है। वहीं इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट पेनक्रिएटिक सेल डैमेज और ब्लड ग्लूकोस लेवल को बढ़ने से रोकते हैं। इसे डायबिटीज में भी कारगर माना जाता है।