कोविड-19 का खतरा अभी टला नहीं है! थर्ड वेव ने भी दस्तक दे दी है और डेल्टा वैरिएंट पहले से ज्यादा संक्रामक है। इसलिए, ज़रूरी है कि आप इन टिप्स को अपनाएं और कोरोनावायरस से अपने और अपने परिवार वालों को बचाएं।
डबल मास्किंग - मास्क लगाना वैक्सीनेशन के बाद दूसरा सबसे अच्छा तरीका है कोविड - 19 वायरस से बचने का। मगर, थर्ड वेव से अपने बच्चों को बचने के लिए आपको उन्हें डबल मास्क लगाने की सलाहदेनी चाहिए क्योंकि नया वैरिएंट ज्यादा घातक और संक्रामक है। सिर्फ एक मास्क वायरस से पूरा बचाव करने में सक्षम नहीं हैं, क्योंकि यह थोड़ा ढीला या छोटा हो सकता है। डबल मास्किंग में एक क्लिनिकल मास्क और उसके उपर कपड़े का मास्क पहना जाता है, जिससे डबल सेफ्टी मिलती है।
सोशल डिस्टेंसिंग - ध्यान रहे कि कोविड - 19 का खतरा अभी टला नहीं है! भले ही आपने मास्क पहना हो और वैक्सीन लगवा चुके हों, फिर भी 6 फीट की दूरी रखना ज़रूरी है। बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग ज़रूर सिखाएं और उनसे कहें कि लोगों और अपने दोस्तों को छूकर बात न करें। भले ही वे स्कूल जा रहें हों या बहार खाना खाने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाएं और खुद भी करें
सभी सतह को सैनिटाईज और डिसइंफेक्ट करना - अपने घर में सभी सतहों को साफ करने के लिए अल्कोहल-बेस्ड सैनिटाइजर या डिसइंफेक्टेंट का उपयोग करें जैसे: दरवाज़े के हैंडल, फर्नीचर, खिलौने आदि। इसके अलावा, बच्चों के इस्तेमाल होने वाली चीज़ें जैसे फोन, लैपटॉप, पेंसिल बॉक्स और अन्य किसी भी चीज को नियमित रूप से दिन में कई बार साफ करें। अपने घर में किराने का सामान या सब्जी लाने के बाद उन्हें छूने या इस्तेमाल करने से पहले साफ़ करना ज़रूरी है।
हाथों को बार-बार चेहरे और आंखों पर न लगाएं - SARS-CoV-2 कुछ सतहों पर 72 घंटे तक जीवित रह सकता है। यदि आप किसी सतह को छूते हैं, तो आप और आपका बच्चा अपने हाथों में वायरस प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए बेहतर है कि अपने हाथों को - चेहरे, नाक, मुंह और आंखों से दूर रखें और बच्चों को यही सिखाएं। साथ ही बच्चों को अपने नाखूनों या उंगलियों को मुंह में डालने के लिए मना करें। यह वायरस को हाथों से बच्चों के शरीर में जाने का मौका दे सकता है। इसके अलावा बच्चों को सिखाएं कि अपना पर्सनल सामान जैसे बॉक्स, पानी की बोतल, लंच भी किसी के साथ साझा न करें।
पौष्टिक आहार लें और एक्सरसाइज करना जारी रखें - कोविड-19 से बचने के लिए बच्चों को स्वस्थ रखना और उनकी इम्युनिटी मज़बूत करना सबसे ज्यादा ज़रूरी है। बरसात के मौसम में सर्दी-खासी, जुकामबहुत आम है इसलिए, बच्चों को सुरक्षित रखें। नियमित रूप से उन्हें व्यायाम करवाएं और उनके खानपान का ध्यान रखें जिससे उनकी इम्युनिटी बढ़ सके। अपने बच्चों को बहार खाने से रोकें और घर का बना खाना ही खिलाएं।