पाचन संबंधी समस्याओं को अवॉइड करना है, तो आप इन 6 डाइजेस्टिव फ्रेंडली ड्रिंक्स की मदद ले सकती हैं। तो चलिए जानते हैं इन 5 तरह के खास और प्रभावी ड्रिंक्स के बारे में। नहीं होगी पाचन संबंधी समस्याएं।
हम सभी तरह-तरह के खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, जिससे कि पाचन क्रिया पर काफी भार पड़ता है, और इन्हे विभिन्न प्रकार के टॉक्सिंस से गुजरना पड़ता है। ऐसे में पाचन क्रिया को प्रभावीऔर सही ढंग से काम करने के लिए समय समय पर डिटॉक्स की आवश्यकता होती है। यदि आप इन्हे क्लीन नहीं करती हैं, तो सामान्य तौर पर पाचन संबंधी समस्याएं जैसे की अपच, कब्ज, ब्लोटिंग, आदि आपको परेशान कर सकते हैं। इन समस्याओं को अवॉइड करना है, तो आप इन 6 डाइजेस्टिव फ्रेंडली ड्रिंक्स की मदद ले सकती हैं। तो चलिए जानते हैं इन प्रभावी ड्रिंक्स के बारे में।
किसी बड़े मील से ठीक पहले या उसके दौरान गर्म अदरक की चाय पीने से पाचन स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। वहीं इससे सीने में जलन, पेट दर्द और अपच जैसी समस्याओं से भी राहत मिलेगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह सलाइवा को स्टिम्युलेट करता है, बॉइल और गैस्ट्रिक रस उत्पादन को उत्तेजित करता है, जो आपके द्वारा खाए गए खाद्य पदार्थों को ब्रेक कर देता है।
स्वादिष्ट होने के साथ ही, लेमनग्रास टी पेट को शांत करने और पाचन कार्यों को नियंत्रित रखने के लिए जाना जाता है। पेट की समस्याएं जैसे सूजन और कब्ज के लक्षणों को कम करने में यह बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। वहीं ये पाचन क्रिया को भी पूरी तरह से सक्रिय रखता है। इसका उपयोग प्राचीन चिकित्सा उपाय के रूप में होता चला आ रहा है। लेमनग्रास में सिट्रल नामक एक कंपाउंड होता है, जो एंटी इन्फ्लेमेटरी लाभ प्रदान करता है। यह कैफीन-फ्री है, जो इसे रात के खाने के बाद या नींद के समय की चाय के लिए एक आदर्श ड्रिंक बनाता है।
खाने के बाद फ्रेश बटरमिल्क आपके पाचन क्रिया के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें स्वस्थ बैक्टीरिया और लैक्टिक एसिड मौजूद होते हैं, जो पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में आपकी मदद करते हैं। वहीं ये मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ावा देता है और पेट के एसिड को साफ करता है। यह IBS यानी की इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम जैसी पेट की समस्याओं में बेहद कारगर होता है।
पुदीना की चाय पेट खराब होने पर बेहद प्रभावी रूप से कार्य करती है और आपको फौरन राहत प्रदान करती है। इसका सेवल इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (आईबीएस) के लक्षणों पर नियंत्रण पाने में मदद करता है। इतना ही नहीं ये पेट की मांसपेशियों को आराम पहुंचता है और पित्त के प्रवाह में सुधार करके, भोजन को पचाने और पेट से तेजी से गुजरने में मदद करता है। आप इसे खाने के कुछ देर के बाद एंजॉय कर सकती हैं।
अगर आप एसिडिटी से छुटकारा पाना चाहती हैं, तो अजवाइन का पानी एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है। अजवाइन उन घरेलू उपचारों में से एक है जो आपकी मां ने भी आपको पाचन संबंधी समस्याओं सेछुटकारा पाने के लिए जरूर सुझाई होगी। यह आपके पाचन तंत्र को वापस से सक्रिय करने में मदद करता है। वहीं पेट संबंधी स्मायाएं जैसे दर्द, अपच, एसिडिटी और दस्त की स्थिति में कारगर होता है। अजवाइन की चाय गैस्ट्रिक समस्याओं के लिए रामबाण साबित हो सकती है।
नींबू आपके पेट के लिए कमाल कर सकता है! विटामिन सी, विटामिन बी और फॉस्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स से भरपूर होने के कारण नियमित रूप से नींबू पानी पीने से आपकोफैट बर्न करने में मदद मिलती है। साथ ही एसिडिटी, ब्लोटिंग जैसी पाचन संबंधी समस्यायों में भी ये कारगर होता है। इसके अलावा, नींबू पानी में लैक्सेटिव गुण होते हैं जो मल त्याग करने को बेहतर बनाने और शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को साफ करने में मदद करता है, वहीँ आप पूरी तरह हाइड्रेटेड रहती हैं।