Seeds for Heart Health : ये 5 बीज बीमारियों के जोखिम को कम कर बना सकते हैं दिल को मजबूत

Published on:28 September 2023, 12:00pm IST

सीड फाइबर के बेहतरीन स्रोत हैं। इनमें हेल्दी मोनोअनसैचुरेटेड फैट, पॉलीअनसेचुरेटेड फैट और कई महत्वपूर्ण विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं। सीड ब्लड शुगर लेवल, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को कम कर हार्ट को मजबूती देने में मदद कर सकते हैं।

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अलसी (Flax seeds) अलसी फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड, विशेष रूप से अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA) का एक बड़ा स्रोत है। फाइबर, प्रोटीन, मोनोसैचुरेटेड फैट, ओमेगा-6 फैटी एसिड, थियामिन (विटामिन बी1), मैग्नीशियम जैसे मिनरल भी होते हैं। अलसी में कई अलग-अलग पॉलीफेनोल्स भी होते हैं। विशेष रूप से लिग्नांस, जो शरीर में महत्वपूर्ण एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करते हैं। फाइबर और ओमेगा-3 फैट कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।

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चिया सीड्स (Chia Seeds) चिया बीज में कई अन्य पोषक तत्वों के साथ-साथ फाइबर और ओमेगा -3 फैटी एसिड मौजूद होते हैं। प्रोटीन, मोनोसैचुरेटेड फैट, ओमेगा-6 फैटी एसिड, थियामिन (विटामिन बी1), मैग्नीशियम, मैंगनीज भी मौजूद होते हैं। चिया बीज में भी कई महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट पॉलीफेनोल्स होते हैं। एएलए ओमेगा-3 फैटी एसिड सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।

hemp seeds ke fayde 3/5

हेम्प सीड्स (Hemp Seeds) हेम्प सीड्स प्लांट बेस्ड प्रोटीन का एक उत्कृष्ट स्रोत है। इनमें 30% से अधिक प्रोटीन होता है। इसमें सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं, जिन्हें शरीर नहीं बना सकता है। हेम्प सीड्स मैग्नीशियम का एक बड़ा स्रोत हैं, जो दिल की धड़कन को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह कोरोनरी हृदय रोग की रोकथाम से जुड़ा हुआ है। इसमें लिनोलिक एसिड होता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटाया जा सकता है। यह ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद कर सकता है।

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तिल के बीज (Sesame Seeds) तिल के बीज में फाइबर, प्रोटीन, मोनोसैचुरेटेड फैट, ओमेगा-6 फैटी एसिड, कॉपर, मैंगनीज, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। अलसी की तरह तिल में भी बहुतसारे लिगनेन होते हैं, विशेष रूप से सेसमिन लिगनेन। सेसमिन आंत बैक्टीरिया द्वारा एक अन्य प्रकार के लिगनेन में परिवर्तित हो सकता है जिसे एंटरोलैक्टोन कहा जाता है। एंटरोलैक्टोन सेक्स हार्मोन एस्ट्रोजन की तरह काम कर सकता है। शरीर में इस लिगनेन का सामान्य से कम स्तर हृदय रोग और स्तन कैंसर से जुड़ा हुआ है। एक अध्ययन में पाया गया कि रजोनिवृत्ति के बाद जिन महिलाओं ने पांच सप्ताह तक प्रतिदिन 50 ग्राम तिल का पाउडर खाया, उनके ब्लड में कोलेस्ट्रॉल काफी कम हो गया और सेक्स हार्मोन की स्थिति में सुधार हुआ।

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कद्दू के बीज (Pumpkin Seeds) कद्दू के बीज सबसे अधिक खाए जाने वाले बीजों में से एक हैं। यह फास्फोरस, मोनोअनसैचुरेटेड फैट और ओमेगा 6 फैटी एसिड के अच्छे स्रोत हैं। फाइबर, प्रोटीन, मोनोसैचुरेटेड फैट, ओमेगा-6 फैटी एसिड के अलावा, मैंगनीज, मैग्नीशियम, फास्फोरस भी मौजूद होता है। कद्दू के बीज में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को भी बढ़ाते हैं। यह ब्लड वेसल्स को चिकना, लचीला और स्वस्थ बनाये रखता है। ब्लड फ्लो में सुधार करने और हृदय और सर्कुलेशन संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम करने का काम करता है।