जानिए 5 ऐसे कारण जो बढ़ा सकते हैं आपके गर्भपात का जोखिम

Published on:11 September 2022, 14:30pm IST

गर्भपात के कई कारण हो सकते हैं, जिसे समझना बहुत ज़रूरी है। ऐसे में यदि आप बेबी प्लैन कर रही हैं तो इन बातों को जान लें जिससे आगे चलकर आपको किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।

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हॉरमोनल इमबैलेन्स - शरीर में यदि हॉर्मोनल असंतुलन हो तब भी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में यदि आप गर्भवती हैं तो आपको अपना खास ख्याल रखने की ज़रूरत है। साथ ही, आपको अपनी दवाएं भी टाइम पर लेनी चाहिए नहीं तो यह गर्भपात का कारण बन सकता है। यदि आपके शरीर में प्रोजेस्ट्रोन हॉरमोन की मात्रा सही नहीं है तो यह गर्भपात का कारण बन सकता है।

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तंग योनि अंतरंग क्षेत्र में कुछ संक्रमणों के कारण हो सकती है। चित्र : शटरस्टॉक

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यूटरस में समस्या - यदि आपके यूटरस में किसी प्रकार की समस्या है तो आपको गर्भपात होने के हाइ चांस है। यह भी हो सकता है कि आपके यूटरस में किसी प्रकार की रसौली हो। तब भी मिसकैरेज हो सकता है। यदि आपके साथ भी ऐसी कोई समस्या है तो बेबी प्लान करने से पहले डॉक्टर से बात करें।

kya pet ki dharbi kam krta hia tummy tucker 4/5

वज़न - यदि आपका वज़न कम है या ज़्यादा है तो आपके प्रेगनेंट होने के बाद गाभपात के हाई चांस हैं। ज़्यादा वज़न आपको कई बीमारियों के जोखिम में दाल सकता है जो कि प्रेगनेंसी के लिए हानिकारकसाबित हो सकती हैं। साथ ही, कम वज़न होना प्रेगनेंसी के दौरान आपको बहुत जल्दी थकाएगा। ऐसे में आपको कई तरह की समस्याएं आ सकती हैं।

आपकी गर्भावस्था को प्रभावित करते हैं इम्यून सेल्स. चित्र : शटरस्टॉक 5/5

ऑटोइम्यून विकार - ये स्वास्थ्य की स्थिति है जो तब होती है जब एंटीबॉडी गलती से स्वस्थ ऊतकों पर हमला करती हैं। ऑटोइम्यून विकार जो आपके गर्भपात के जोखिम को बढ़ा सकते हैं उनमें एंटीफॉस्फोलिपिड सिंड्रोम (जिसे एपीएस भी कहा जाता है) और ल्यूपस (जिसे सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस या एसएलई भी कहा जाता है) शामिल हैं। यदि आपके पास एपीएस है, तो आपका शरीर एंटीबॉडी बनाएगा और रक्त वाहिकाओं को लाइन करने वाले कुछ वसा पर हमला करेगा। यह कभी-कभी ब्लड क्लोट का कारण बन सकता है।