हेल्थी डाइट को रूटीन में शामिल करके हम कई परेशानियों से बच सकते हैं। ऐसे में घुटनों के दर्द से राहत पाने के लिए इन सुपरफूड्स को अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करें।
सेब का सिरका- सेब के सिरके में एक ऐसा एल्कलाइजिंग इफे्क्ट होता है, जो घुटनों के ज्वाइंटस के बीच मौजूद मिनरल्स और हार्मफुल टॉक्सिन्स को दूर करने का काम करता है। सेब के सिरके को ऑलिवऑयल में बराबर मात्रा में मिलाकर घुटनों की मालिश करने से फायदा होता है। इसके अलावा अगर आप दिन में दो चम्मच सेब का सिरका पीते है, तो इससे भी घुटनों में दर्द की समस्या को दूर किया जा सकता है। दरअसल, ये हमारे ज्वॉइटस के लुब्रीकेंटस को रिस्टोर करने का भी काम करता है। चित्र : शटरस्टॉक।
ग्रीन टी- पॉलीफेनोल्स और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर ग्रीन टी शरीर में दर्द और सूजन कम करने का काम करती है। ग्रीन टी में एपिगैलोकैटेचिन .3.गैलेट यानि ईजीसीजी पाया जाता है। जो शरीर मेंज्वाइंट डैमेज करने वाले मॉलिक्यूल्स की प्रोडक्शन को कम करने का काम करते हैं। इससे शरीर रूमेटोइड गठिया के लक्षणों से बचा रहता है। चित्र : शटरस्टॉक
लाल मिर्च- लाल मिर्च में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। दरअसल, विटामिन सी शरीर में कोलेजन बनाने में मददगार साबित होता है। ऐसे में इसके सेवन से शरीर में इसका उत्पादन बढ़जाता है। ऐसे में विटामिन सी से भरपूर फूड खाने से शरीर में इसकी कमी पूरी होती है। इससे घुटनों के दर्द में फायदा मिलता है। लाल मिर्च मसल्स पेन और गठिया जैसे रोगों में फायदेमंद साबित होती है। चित्र: शटरस्टॉक
शुंठी (Shunthi) : आयुर्वेदिक हर्ब शुंठी के उपयोग का उल्लेख चरक संहिता, सुश्रुत संहिता में भी मिलता है। यह पाचन प्रक्रिया को सही कर शरीर के मेटाबोलिज्म में सुधार लाता है। यह फ्री रेडिकल्स को खत्म करता है। इसमें फाइटोकेमिकल जिंजरोल उपस्थित होता है, जो मोटापा घटाने में मदद कर सकता है। एक चौथाई स्पून शुंठी सुबह खाली पेट लिया जा सकता है। चित्र: शटरस्टॉक
कैल्शियम रिच डाइट- अपनी मील में कैल्शियम रिच फूड को ज़रूर एड करें। डाइट में दूध, दही, योगर्ट और पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। इससे दांत और हड्डियां मज़बूत होने लगती हैं। साथ ही बोनस में होने वाले दर्द से भी राहत मिल जाती है। आठ ओंस योगर्ट आपकी दिनभर की 42 फीसदी कैल्शियम की ज़रूरत को पूरा करने में कामयाब साबित होता है। चित्र : शटरस्टॉक