मौसमी फल हमेशा से अपने खास फायदों के लिए जाने जाते हैं। अब नवरात्रि में जब आप फलाहार को अपने आहार का हिस्सा बना रहे हैं, तो क्यों न कुछ एनर्जी बूस्ट करने वाले फलों को अपनी डाइट का हिस्सा बनाया जाए।
फास्टिंग के दौरान ऊर्जा बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है जिससे शरीर में थकान और कमजोरी ना हो। कुछ फल आपकी ऊर्जा को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। हम यहां आपको 10 ऐसे फलों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जिनका सेवन आपको फास्टिंग के दौरान लाभ पहुँचा सकता है। नारायणा हॉस्पिटल, गुरुग्राम में सीनियर डाइटीशियन मोहिनी डोंगरे कहती हैं कि “केला, सेब, अनार, नाशपाती जैसे मौसमी फलों के सेवन से आपका व्रत आसान हो सकता है। इन फलों में नैचुरल शुगर होती है जिसे खाने से आपको इंस्टैंट एनर्जी मिलती है और आप दिनभर के कामों को कुशलता से पूरा कर पाते हैं।”
केला साल के 12 महिने मिलने वाला फल है, व्रत में इसे खाने के कई लाभ हैं। केले में नैचुरल शुगर के रूप में कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं, जो इंस्टैंट एनर्जी प्रदान करते हैं। इनमें पोटैशियम विटामिन सी और विटामिन बी6 जैसे महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। केले में फाइबर होता है, जो डाइजेशन में मदद करता है और स्वस्थ आंतों को बनाए रखता है। फाइबर की उपस्थिति के कारण, केला खाने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। हाई पोटैशियम इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने में मदद करती है, खासकर लंबे उपवास के दौरान। केले में ट्रिप्टोफैन होता है, जो सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे मूड बेहतर हो सकता है।
उपवास के दौरान सेब खाने के कई लाभ हैं, इसमें नैचुरल शुगर के होने से, एनर्जी मिलती है और ताजगी का एहसास कराता है। ये विटामिन सी, फाइबर, और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। इसमें हाई फाइबर होते हैं, जो डाइजेशन में मदद करके कब्ज़ से राहत दिलाता है। फाइबर की उपस्थिति से सेब खाने पर जल्दी भूख नहीं लगती, जिससे आपको लंबे समय तक संतुष्टि मिलती है। इसमें कैलोरी कम होती है, जिससे वजन नियंत्रण में मदद मिलती है। सेब का पानी की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करती है।
अनार को व्रत में स्नैक कि तरह खाने के कई लाभ हैं, यह तुरंत एनर्जी देता है और ताजगी का एहसास कराता है। अनार में विटामिन सी, विटामिन के, और फोलेट के अलावा एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है, जो थकान को कम करने में मदद करते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। इसके एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। अनार हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, क्योंकि यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है। मेंटल हेल्थ को बढ़ावा देने और तनाव कम करने में मदद कर सकता है। यह शरीर में ह्युमोग्लोबिन का स्तर भी बढ़ाता है।
उपवास के दौरान पपीता खाने के कई लाभ हैं यह आपको दिन भर तरोताजा रखता है। विटामिन ए, सी, और फोलेट जैसे महत्वपूर्ण न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। इसमें पाया जाने वाला पपेन एंजाइम डाइजेशन में मदद करता है और कब्ज से राहत दिला सकता है। इस एंजाइम से त्वचा के डेड सेल्स को हटाने में मदद मिलती है जिससे त्वचा अधिक चमकदार और सुस्त दिखने में सुधार होता है। आप कच्चा पपीता भी खा सकते हैं, जैसे सलाद या जूस आदि के रूप में। पर प्रेग्नेंट महिलाओ के लिए सिर्फ पका पपीता खाना ही उपयुक्त है।
खुबानी जिसे एप्रिकॉट भी कहते हैं। इसमें विटामिन A और C, पोटैशियम, और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो स्वास्थ्य और इम्यून फंक्शन को समर्थन देती है। इसमें पानी की मात्रा ज्यादा होती है, जो उपवास के दौरान आपको हाइड्रेटेड रखने में मदद करती है। खुबानी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ने में मदद करते हैं और समग्र स्वास्थ्य में योगदान करते हैं। खुबानी के विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं, खासकर उपवास के दौरान जब त्वचा सूखी हो सकती है।
नाशपाती जिसे पेयर भी कहते हैं, इसे व्रत में खाने के कई लाभ हैं। इसमें विटामिन C, K, और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है। इसमें फाइबर की मौजूदगी डाइजेस्टिव सिस्टम को बेहतर बनाती है और कब्ज से राहत देती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। नाशपाती का सेवन हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करती है।
कीवी में एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर और पोटैशियम होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। पोटैशियम ब्लड वैसेल्स को शांत करता है, जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है।कीवी में पाए जाने वाले विटामिन C और E बालों के झड़ने को रोकने में मददगार हो सकते हैं। ये विटामिन बालों की सेहत को बढ़ावा देते हैं और उन्हें मजबूत बनाते हैं। इसमें विटामिन C की प्रचुरता होती है, जो कोलेजन के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कोलेजन त्वचा की मजबूती और लचीलापन बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
उपवास के दौरान अमरुद खाने के कई फायदे होते हैं। इसमें विटामिन C, विटामिन A, फोलेट और फाइबर की उच्च मात्रा होती है, जो इम्यूनिटी को बढ़ावा देती है। इसका फाइबर डाइजेशन को बढ़ावा देताहै और आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे भूख कम होती है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे ब्लड शुगर को कंट्रोल रखता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ने में मदद करते हैं। इसकी कम कैलोरी और फाइबर जो वजन को कम करने में मददगार है।
चीकू जिसे अलग अलग जगह में अलग नामों से बुलाया जाता है। जैसे आड़ू,सपोडिला आदि। यह एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से लड़ने और शरीर के सेल्स में मदद करता है,जिससे पुरानी बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है। इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों की सूजन को कम करने और अर्थराइटिस के लक्षणों को राहत देने में मदद कर सकते हैं, जिससे जोड़ों के दर्द से पीड़ित व्यक्तियों को आराम मिलता है। चिकू कैल्शियम और फास्फोरस का अच्छा सोर्स है, जो मजबूत और स्वस्थ हड्डियों के लिए आवश्यक है। इसका नियमित सेवन ऑस्टियोपोरोसिस जैसी स्थितियों को रोकने में मदद कर सकता है।
स्ट्रॉबेरी में मौजूद विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करते हैं। इसमें मौजूद पॉलीफेनॉल्स नॉन-डायबिटिक लोगों में इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतरबनाते हैं। स्ट्रॉबेरी में नैचुरली कम शुगर होती हैं, लेकिन वे अन्य प्रकार के ग्लूकोज के मेटाबॉलिज्म में भी मदद कर सकती हैं। ये कई तरीकों से हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकती हैं। यह आपके ब्लड में ट्राइग्लिसराइड्स नामक फैट को कम कर सकती है और LDL कोलेस्ट्रॉल को भी घटा सकती है। जो लोग एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फलों जैसे स्ट्रॉबेरी का सेवन करते हैं, उनकी सोचने और याददाश्त में उम्र के साथ गिरावट धीरे होती है। उन्हें अल्जाइमर रोग, जो डिमेंशिया का सबसे सामान्य रूप है, होने की संभावना भी कम होती है।