दिन की शुरुआत करनी हो या मेहमानों का स्वागत या फिर ऑफिस से लौटने के बाद थकान मिटानी हो, हम सबसे पहले चाय का प्याला ढूंढते हैं। वहीं कई लोग चाय पीने के इतने शौकीन होते हैं, कि दिन में हर 2 से 3 घंटे के बाद उन्हें चाय की जरूरत पड़ती है। हालांकि, चाय पीना कोई बुरी बात नहीं है, यदि एक सीमित मात्रा में किसी भी चीज का सेवन किया जाए, तो वह स्वास्थ्य को नुकसान नहीं पहुंचाता। परंतु चाय की लत एक ऐसी लत है जब लोग दिन में कम से कम तीन से चार बार चाय (Health hazards of tea) जरूर पीते हैं। यदि आप भी चाय पीने की शौकीन हैं, तो आज से सचेत हो जाएं। क्योंकि आपकी थकान मिटाने वाला यह चाय आपकी सेहत को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। तो चलिए जानते हैं, किस तरह चाय की प्याली आपके लिए नुकसानदेह होती है।
बार-बार दूध की चाय पीने की आदत कई लोगों में डिहाइड्रेशन का कारण बनती है। वहीं चाय में मौजूद कैफीन शरीर को कई रूपो में नुकसान पहुंचा सकती है। साथ ही यह शरीर में पानी को जमा नहीं होने देती जिस वजह से डिहाइड्रेशन होना आम है। इसलिए यदि आप चाय पीने के साथ खुद को स्वस्थ रखना चाहती हैं, तो इसकी एक सीमित मात्रा लेने की कोशिश करें।
जरूरत से ज्यादा दूध से बने चाय का सेवन आपकी त्वचा पर पिंपल्स को जन्म देता है। एक सीमित मात्रा में चाय का सेवन शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करता है। परंतु यदि इसे अनियंत्रित रूप से लिया जाए, तो यह शरीर में काफी ज्यादा गर्मी पैदा करता है। जिस वजह से बॉडी हारमोंस असंतुलित हो जाते हैं और पिंपल, एक्ने जैसी समस्या हो सकती है।
जब आप जरूरत से ज्यादा चाय पीती हैं, तो इसकी वजह से कभी कभी आपका ब्लड प्रेशर बढ़क़फ़ी ज्यादा बढ़ जाता है। वहीं इसके कारण हार्टबीट भी बढ़ जाती है। इसी के साथ चाय की आराम पहुंचाने वाली प्रॉपर्टी ब्लड प्रेशर को गिरा देती है, जिस वजह से आपकी सेहत काफी ज्यादा प्रभावित हो सकती है।
दूध की चाय को बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले ब्लैक टी में पर्याप्त मात्रा में कैफीन मौजूद होता है। वहीं दिन के दूसरे भाग में, मतलब की दोपहर से लेकर रात के समय मे इसका सेवन करने से बचें। अन्यथा आपकी नींद असंतुलित हो सकती है। एक सीमित मात्रा में सही समय में इसका सेवन इस तरह की समस्या को जन्म नहीं देती है। परंतु अनियंत्रित रूप से इसे लेना नींद की कमी का कारण बन सकता है। साथ ही आपकी समग्र सेहत को नुकसान पहुंचता हैं।
ज्यादातर लोग सुबह खाली पेट चाय का सेवन करते हैं, जिसकी वजह से फ्लोटिंग की समस्या हो सकती है। वहीं इसमें कैफीन की मात्रा पाई जाती है, जो आपके खाली पेट को फुला देती है।क्योंकि दूध और कैफीन दोनों ही गैस प्रोड्यूस करते है। और जब यह दोनों साथ मिल जाएं तो कई सारे स्वास्थ्य जोखिमों को जन्म दे सकरे हैं। हालांकि, यदि इसे एक सीमित मात्रा में लिया जाए तो यह नुकसान नहीं पहुंचाता। साथ ही सुबह खाली पेट और रात को सोने से पहले चाय पीना भी खतरनाक होता है।
यदि चाय के सेवन को सीमित करना चाहती है तो जब कभी भी चाय पीने का मन करे तो इसकी जगह कुछ हेल्दी पियें। जैसे कि स्मूदी, हर्बल टी, फ्रूट जूस, इत्यादि।
यदि बार-बार चाय की क्रेविंग्स होती है तो अपने शरीर को पूरी तरह हाइड्रेटेड रखने की कोशिश करें। यानी की पर्याप्त मात्रा में पानी पिए। यह आपके चाय की क्रेविंग्स को कम करने में मदद करेगा।
यदि आप चाय छोड़ना चाहती हैं तो एकदम से न छोड़ें। सबसे पहले अपने चाय पीने की आदत को कम करें। जैसे की पहले आप अगर चार से पांच कप चाय पीती थीं, तो अब एक से दो कप चाय पियें। और धीरे-धीरे इसे कम कर दें।
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