Leg pain home remedy : नमक वाला पानी है पैरों के दर्द से राहत पाने का जांचा-परखा नुस्खा, जानिए यह कैसे काम करता है

कभी-कभी बहुत छोटी सी औषधि बड़ी परेशानी का समाधान कर सकती है। घर-दफ्तर की भागदौड़, एक्सरसाइज और रनिंग के बाद आपके पैरों में दर्द हो सकता है। पर इसके लिए पेन किलर की जरूरत नहीं है, क्योंकि नमक वाला पानी आपको राहत दे सकता है।
एप्सम नमक में मौजूद मैग्नीशियम मांसपेशियों के संकुचन को नियंत्रित करने और क्रैंप को कम करने में मदद करता है। चित्र- इएप्सम नमक में मौजूद मैग्नीशियम मांसपेशियों के संकुचन को नियंत्रित करने और क्रैंप को कम करने में मदद करता है। अडोबी स्टॉक
Published On: 26 Jul 2024, 06:00 pm IST
  • 136

कई लोगों को लंबी दूरी की यात्रा पैदल करने से पैरों में दर्द हो जाता है, तो कई लोगों को कैल्शियम की कमी या खून की कमी के कारण भी हमेशा पैरों में दर्द की समस्या रहती है। छोटे बच्चों में भी यह दर्द होता है, जिसे ग्रोथ पेन (Growth pain) कहा जाता है।

बचपन में मेरे पैरों में भी बहुत दर्द होता था, जिसके कारण अक्सर में स्कूल की छुट्टी कर लेती थी या खेलने से डरती थी। तभी मेरी नानी ने गर्म पानी में नमक डालकर मेरे पैरों को सेका जिसके कारण कुछ मिनटों में ही मेरे पैरों का दर्द खत्म हो गाया। ये कुछ जादुई सा लगा। जो दर्द तेल मालिश करने, मरहम, जेल और दर्द निवारक दवाओं से भी नहीं जाता वो गर्म पानी में केवल नमक डालकर (Leg pain home remedies) सेकने से चला गया। नमक वाले पानी की सिकाई की वह जादुई स्मृति अब भी मेरी हरारत उतार देती है। अब जब घर-दफ्तर की भागदौड़ या एक्सरसाइज के बाद मुझे पैरों में दर्द होता है, तो मैं यही नमक वाला पानी (Salt water for leg pain) ट्राई करती हूं। पर यह कैसे काम करता है,जानना चाहते हैं? तो इस लेख को अंत तक पढ़ित।

Jaanein leg pain ke kaaran
मैग्नीशियम में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो मांसपेशियों और जोड़ों में सूजन और जलन को कम करने में मदद करते हैं। चित्र : शटरस्टॉक

ऐसा कैसे हुआ, यह जानने की जिज्ञासा मुझे हुई। जिसके बारे में मैंने पता लगाया कि ऐसा कैसे होता है। तो चलिए जानते नमक वाले पानी में पैरों को भिगोनों से दर्द कैसे गायब हो जाता है।

क्या है नमक वाले पानी और दर्द के पीछे का विज्ञान

पानी में नमक मिलाने से इसमें एप्सम साल्ट (मैग्नीशियम सल्फेट) आ जाता है, यह दर्द निवारक गुणों के लिए जाना जाता है। इसका मुख्य घटक मैग्नीशियम मांसपेशियों के कार्य और सूजन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब मैग्नीशियम सल्फेट को गर्म पानी में घोला जाता है, तो यह त्वचा के माध्यम से अवशोषित हो जाता है, जिससे शरीर में मैग्नीशियम का स्तर बढ़ जाता है। यह खनिज मांसपेशियों को आराम देने, सूजन को कम करने और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने में मदद करता है। जिससे दर्द से राहत मिलती है।

यहां जानिए नमक वाला पानी कैसे दिलाता है आपको पैरों के दर्द और ऐंठन से छुटकारा (How Salted water works for leg pain)

1 मांसपेशियों को आराम

एप्सम नमक में मौजूद मैग्नीशियम मांसपेशियों के संकुचन को नियंत्रित करने और क्रैंप को कम करने में मदद करता है। यह एसिटाइलकोलाइन नामक न्यूरोट्रांसमीटर के स्राव को रोकता है, जो मांसपेशियों के संकुचन को ट्रिगर करता है, जिससे मांसपेशियों को आराम मिलता है और दर्द कम होता है।

2 एंटी इंफ्लेमेटरी गुण

मैग्नीशियम में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो मांसपेशियों और जोड़ों में सूजन और जलन को कम करने में मदद करते हैं। यह गठिया जैसी स्थितियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, जहां सूजन दर्द का सबसे बड़ा कारण होती है।

3 ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है

पैरों को गर्म पानी में नमक मिलाकर भिगोने से रक्त वाहिकाएं फैल सकती हैं, जिससे प्रभावित क्षेत्रों में ब्लड फ्लो बेहतर होता है। बेहतर ब्लड सर्कुलेशन मांसपेशियों को अधिक ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाता है, जिससे उपचार प्रक्रिया में मदद मिलती है और दर्द कम होता है।

पैरों के दर्द से राहत के लिए नमक के पानी का उपयोग करने के तरीके (How to use salt water to relieve pain)

1 पैरों को पानी में भिगोना

पैरों को पानी में भिगोने के लिए आपको गर्म पानी में एप्सम साल्ट को घोलकर पैरों को 15-20 मिनट तक भिगो कर रखना है। यह विधि पैरों और निचले पैरों में दर्द और सूजन से राहत दिलाने के लिए विशेष रूप से प्रभावी है।

Gargles hain faydemand
दर्द से राहत के लिए, नमक के पानी का सेक सीधे प्रभावित क्षेत्र पर लगाया जा सकता है। चित्र : शटरस्टॉक

2 नमक वाले पानी से नहाना

गर्म पानी में नमक मिलाने से पूरे शरीर को मैग्नीशियम के अवशोषण में मदद मिलती है। यह मांसपेशियों के दर्द को दूर करने और आराम को बढ़ाने का एक शानदार तरीका है।

3 नमक के पानी का सेक

दर्द से राहत के लिए, नमक के पानी का सेक सीधे प्रभावित क्षेत्र पर लगाया जा सकता है। इसमें गर्म पानी और एप्सम साल्ट के घोल में एक कपड़ा भिगोएं और फिर इसे दर्द वाली मांसपेशियों पर लगाया जा सकता है।

ये भी पढ़े- बोन डेंसिटी को नुकसान पहुंचाता है डाइट सोडा, एक आहार विशेषज्ञ बता रही हैं इसके नुकसान

लेखक के बारे में
संध्या सिंह
संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं।

अगला लेख