क्या आपने कभी अपने नाखूनों के पीलेपन पर गौर किया है। यह सीधे-सीधे खून की कमी को दर्शाते हैं। आपके शरीर में खून की कमी आपको कई प्रकार की समस्याओं में डाल सकती है। इस स्थिति को एनीमिया (Anemia) के नाम से जाना जाता है। दरअसल हमारे शरीर में दो प्रकार की रक्त कोशिकाएं होती हैं। एक रेड ब्लड सेल होते हैं और दूसरे वाइट ब्लड सेल। जब शरीर में रेड ब्लड सेल (Red blood cells) की कमी होने लगती है, तो खून की कमी समझी जाती है। पर इसे दूर करने के लिए हमेशा सप्लीमेंट लेना ही जरूरी नहीं है। आप इन 3 प्राकृतिक उपायों से भी एनीमिया (Anemia) से छुटाकारा पा सकती हैं।
लेकिन ऐसे भी बहुत सारे तरीके हैं जो आपको दवाइयों के साथ-साथ खून की कमी से निपटने में सहायता कर सकते हैं। ऐसे बहुत से सुपरफूड्स (Superfoods) और घरेलू नुस्खे (Home remedies for anemia) हैं, जो आप को खून की कमी दूर करने में मदद करेंगे।
एनसीबीआईआई के अनुसार,कोई भी ऐसा व्यक्ति जिसके शरीर में रेड ब्लड सेल की कमी हो, वह अपने शरीर में आयरन (Iron) की मात्रा बढ़ाकर अपने कम हुए हीमोग्लोबिन के स्तर (Hemoglobin level) को बढ़ा सकता है। दरअसल हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की पर्याप्त मात्रा बहुत जरूरी है, जो कि हमारे खून में पाया जाता है। यदि हमारे शरीर में उसकी कमी होने लगती है, तो हमारे बीमारियों से लड़ने की क्षमता कमजोर हो जाती है। जिससे हम जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं।
ऑक्सफोर्ड एकेडमिक और अमेरिकन सोसायटी ऑफ न्यूट्रीशन द्वारा साल 2019 में जारी रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में 1.74 बिलियन लोगों को एनीमिया प्रभावित कर चुका है। ऑक्सफोर्ड अकेडमी की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी यह भी बताती है कि एनीमिया महिलाओं में ज्यादा होता है। एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में रेड ब्लड सेल की कमी होने लगती है। हमारे शरीर के हर एक अंग को ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में चाहिए होती है ताकि वह बेहतर ढंग से काम कर सके और उन अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम इन रेड ब्लड सेल का होता है।
एनीमिया यानी खून की कमी के लक्षणों में थकान सांस लेने में तकलीफ, शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी और शरीर का पीला पड़ना शामिल होता है। एनीमिया को आपके खून में मौजूद हीमोग्लोबिन की मात्रा के अनुसार नापा जाता है।
भारतीय नेशनल हेल्थ पोर्टल की अधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार यदि आपको एनीमिया है तो आपको कुछ सामान्य लक्षण देखने को मिल सकते हैं जैसे :
खून की कमी को दूर करने के लिए मोरिंगा की पत्तियां आपकी सहायता कर सकती हैं क्योंकि इसमें आयरन के साथ-साथ विटामिन ए विटामिन सी और मैग्नीशियम भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। पालक की तुलना में मोरिंगा की पत्ती में 28 मिलीग्राम आयरन अधिक होता है।
यह आपके रेड ब्लड सेल और हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाने का बेहतर उपाय है। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। इसका सेवन करने के लिए आपको इसकी पत्तियों को बारीक काट के पेस्ट बना लेना है और रोजाना सुबह खाली पेट एक चम्मच गुड़ के साथ इसका सेवन करना है।
काले और सफेद दोनों प्रकार के तिल आप को आयरन के साथ-साथ कॉपर जिंक सेलेनियम और विटामिन बी6, फोलेट भरपूर मात्रा में पहुंचा सकते हैं। तिल का नियमित सेवन आपके हिमोग्लोबिन के स्तर और आयरन के अवशोषण को बेहतर बनाने में फायदेमंद है। आप इनका सेवन इनको भूनकर और लड्डू के रूप में भी कर सकती हैं।
आयुर्वेद में तांबे के बर्तन में पानी पीने को काफी ज्यादा महत्व दिया गया है। तांबे के बर्तन में रखे हुए पानी में कई ऐसे मिनरल्स और पोषक तत्व जमा हो जाते हैं जिनकी आपको शरीर को जरूरत होती। रोजाना इसका सेवन आपके शरीर में आयरन की कमी को दूर करने में सक्षम है। इसका इस्तेमाल करने के लिए रात में तांबे के बर्तन में या बोतल में पानी भर के रखे और सुबह खाली पेट पानी का सेवन करें।
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