गर्मियों के मौसम में एक जो सबसे अच्छी चीज़ है, वो है आम! ये रसीले और स्वादिष्ट फल साल के इसी समय उपलब्ध होते हैं। पर मेरी मम्मी अकसर आम खाने से पहले उन्हें पानी की बाल्टी में डाल देती है। हालांकि आम की खुशबू उन्हें खाने के लिए बेताब करती है, पर मम्मी अपने नियम पर अडिग हैं। उनकी सलाह है कि खाने से कम से कम से दो घंटे पहले आम को पानी में डुबाेया जाए और उसके बाद ही खाया जाए। क्या आप जानती हैं कि क्यों किया जाता है ऐसा? तो आइए जानते हैं एक आहार विशेषज्ञ से इस बारे में।
मेरी कुछ सहेलियां आम खाने के बाद पिंपल्स की शिकायत करती हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि आम उनकी सेहत को सूट नहीं करता। यही वजह है जो उन्हें आम खाने से रोकती है। पर मेरी मम्मी इसके लिए उनके आम खाने के गलत तरीके को जिम्मेदार ठहराती हैं।
वे बताती हैं कि आम को खाने से पहले पानी में भिगोने की तकनीक सदियों पुरानी है और यह सेहत के लिए फायदेमंद है। मगर पानी में भिगोने से पिंपल्स न निकलने का क्या संबंध है।
आयुर्वेद कोच डिंपल जांगडा ने अपने सोशल मीडिया पेज पर आम पर एक विस्तृत वीडियो साझा किया है। अपने वीडियो में, जांगड़ा बताती हैं कि क्यों आम आपको कभी-कभी मुंहासे और एसिडिटी देते हैं।
आम के मुंहासे पैदा करने वाले गुणों के लिए इसमें मौजूद फाइटिक एसिड को जिम्मेदार ठहराया जाता है। आम में मौजूद फाइटिक एसिड शरीर में गर्मी पैदा करते हैं। उन्हें पानी में भिगोने से इस फाइटिक एसिड की पहुंच को बाहर निकालने और उन्हें कम गर्मी पैदा करने में मदद मिलती है।
इस खास फल में मौजूद सफेद सैपी फ्लूइड में एंटी-न्यूट्रिएंट फाइटिक एसिड होता है, जो विटामिन और मिनरल के अवशोषण को बाधित करता है। आम आमतौर पर शरीर का तापमान बढ़ाते हैं, जिससे थर्मोजेनेसिस पैदा होता है। इसलिए इन्हें आधे घंटे के लिए पानी में भिगोने से इसके थर्मोजेनिक गुण कम हो जाते हैं।
आम को पानी में भिगोने से इसकी प्राकृतिक गर्मी यानी तासीर कम हो जाती है और यह शरीर और त्वचा के लिए सुरक्षित हो जाता है।
जांगड़ा अपने वीडियो में बताती हैं कि पित्त दोष वाले लोगों में आम के दुष्प्रभाव होने की संभावना अधिक होती है। इसके परिणामस्वरूप कुछ लोगों में डायरिया और अपच जैसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं। इसलिए, पित्त दोष वाले लोगों को सलाह दी जाती है कि वे आम का सेवन दिन में केवल एक फल तक ही सीमित रखें!
1. याद रखें कि आम खाने के बाद पिंपल्स से बचने के लिए उन्हें खाने से 2 घंटे पहले पानी में भिगो दें।
2. शरीर की गर्मी को संतुलित करने के लिए आम का सेवन करते समय अपने आहार में एक गिलास वीगन या डेयरी आधारित दूध भी शामिल करें।
3. पके आम को दही के साथ मिलाने से बचें, क्योंकि इससे शरीर की गर्मी बढ़ती है और पित्त असंतुलन हो सकता है।
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