बचपन में जब ठंड का मौसम आता था तो मेरी मम्मी मुझे और मेरी बहन को रोज सुबह खजूर खाने के लिए देती थीं। स्वाद में तो खजूर लाजवाब होता ही है, लेकिन अक्सर मेरे मन में यह सवाल आता था कि आखिर सर्दियों में ही क्यों? हालांकि तब इसका जवाब नहीं मिला था। मगर अब जब मैं जब हर दिन हेल्दी डाइट और फूड्स पर बहुत सारी रिसर्च पढ़ता है, तब मैंने जाना कि ये वाकई लाजवाब हैं।
मम्मी इसे अपनी सादी भाषा में बताती हें कि यह सर्दियों में बीमार पड़ने से बचाते हैं। और आहार विशेषज्ञ इसे अपनी तकनीकी भाषा में इम्युनिटी बूस्टर कहते हैं। इसके साथ ही खजूर का सेवन शरीर को गर्म रखता है। वैसे इस बात को तो सब जानते हैं कि सर्दियों के मौसम में इम्यूनिटी कमजोर पड़ने लगती है, और ड्राई फ्रूट्स का सेवन करने का सबसे अच्छा मौसम ठंड का ही होता है।
आज सोचा कि क्यों ना आपको खजूर के बारे में वो सारी जानकारियां दी जाएं, जो आपके बच्चों को स्वस्थ रखने में सहायता कर सकती हैं। तो चलिए मेरी मम्मी के फेवरिट इम्यूनिटी बूस्टर सुपरफूड पर नजर डालते हैं।
एनसीबीआई के अनुसार खजूर में एंटीऑक्सीडेंट अधिक होते हैं। इसके अलावा खजूर में विटामिन, आयरन, कैल्शियम, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी- बैक्टीरियल और फाइबर जैसे तत्व पाए जाते हैं। यह सभी तत्व इम्यूनिटी बूस्ट करने में सहायता प्रदान करते हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद आई कमजोरी को दूर करने में भी खजूर मदद करते हैं।
100 ग्राम खजूर में :
सर्दियों में खजूर का रोजाना सेवन आपके बच्चों की इम्युनिटी बूस्ट करने में अहम योगदान देता है। इसमें कैल्शियम, आयरन, विटामिन, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे तत्व पाए जाते हैं। इन्हें खाने से शरीर को ताकत मिलती है और शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है।
खजूर में मैग्नीशियम, मैंगनीज और सेलेनियम भरपूर होता है। ये सभी पोषक तत्व हड्डियों की मजबूती और ब्लड को साफ करने के लिए जाने जाते हैं। इसलिए आहार में खजूर को शामिल करने से आपके बच्चे की हड्डियां मजबूत होती हैं।
खजूर चीनी का एक बेहतरीन विकल्प है। इसमें ग्लूकोस, फ्रुक्टोज और सुक्रोज जैसे नेचुरल शुगर होते हैं। जो बच्चों को दिन भर के लिए ऊर्जा प्रदान करते हैं। सर्दियों में खजूर का दैनिक सेवन करने से बच्चे सर्दियों वाले आलस से भी बचे रहते हैं।
खजूर का सेवन करने से दिमाग के काम करने की क्षमता में सुधार होता है। एनसीबीआई के अनुसार प्रयोगशाला अध्ययनों ने मस्तिष्क में इंटरल्यूकिन 6 (IL-6) जैसे इंफ्लेमेटरी मार्करों को कम करने के लिए खजूर को मददगार पाया है।
यदि आपके बच्चे खून की कमी से गुजर रहे हैं, तो यह खून बढ़ाने में काफी सहायता कर सकता है। इसका नियमित सेवन रेड ब्लड सेल को बढ़ाता है और खून की कमी को दूर करता है। एनीमिया के आयुर्वेदिक इलाज में खजूर का उपयोग किया जाता है।