उस दिन ढेर सारा काम करने, सफाई करने, खाना बनाने के बाद मैंने कुछ घंटे टीवी देखा। उसके बाद फाइनली मैं नींद के आगोश में जाने के लिए तैयार थी। बिस्तर पर आंखें बंद करने के बाद मैं बस नींद का इंतजार ही कर रही थी। पर मेरी आंखों में नींद नहीं थी। दूर-दूर तक कहीं नींद का कोई संकेत भी महसूस नहीं हो रहा था। मैंने महसूस किया कि मैं कई हफ्ताेें से ठीक से सो नहीं पायी थी।
यही वह समय था जब मैंने अपनी सिचुएशन को गंभीरता से लिया, उसके कुछ हल निकालने का सोचा। स्वाभाविक ही था मैंने गूगल की मदद ली, जो गूगल ने कहा मैंने उसे करने की कोशिश की।
मैंने मैडिटेशन किया, खुद को डिस्ट्रैक्ट करने की कोशिश की, मोबाइल और अन्य सभी गैजेट छोड़कर मैंने किताब उठाई और मधुर सा संगीत लगाकर सोने की कोशिश की। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ, यहां तक कि मैंने अरोमा थेरेपी को भी ट्राई किया। लेकिन किसी भी उपाय से मेरी नींद पर कोई फर्क नहीं पड़ा मैं अब तक सो नहीं पा रही थी यह तब तक चलता रहा जब तक मेरी मां ने आकर मुझे बचा नहीं लिया।
मेरी मम्मी मेरे लिए गरम-गरम दूध का एक गिलास लेकर आईं, जिसमें से एक भीनी-भीनी सी खुशबू आ रही थी। मुस्कुराते हुए उन्होंने वह गिलास मेरे हाथ में दे दिया। मैंने हैरानी से मम्मी की तरफ देखा।
लेकिन बिना कुछ बोले मैंने एक सिप लिया। उसका एक घूंट पीते ही मुझे एक अद्भुत एहसास हुआ। एक अलग तरह की गर्माहट का एहसास। वह दूध से भरा हुआ गिलास काफी डिलीशियस था उसने मुझे शांति का अहसास कराया। अब मुझे एहसास हो रहा था कि शायद मैं सो पाऊंगी। मेरा सोना अब मेरे लिए आसान था। मैंने खुशी-खुशी इस दूध को एक ही सिप में पी लिया।
जबकि इतनी मेहनत के बाद भी मैं अब तक नींद के लिए तरस रही थी। पर मम्मी का दिया हुआ यह दूध पीने के बाद में मुझे बहुत अच्छी नींद आई। मैंने अपनी आंखें बंद की और गहरी और शांत नींद ली। अगले दिन जब मैं उठी तो मुझे बहुत हल्का और बहुत शांत फील हो रहा था। अपने बिस्तर से मैं पूरी खुशी और पूरी एनर्जी के साथ उठी।
मेरी मम्मी ने जो मुझे पीने के लिए दिया था, वह एक गिलास गर्म दूध और जायफल का पाउडर था। भीनी-भीनी खुशबू से भरपूर यह जायफल भारतीय रसोई घर के मसालों में काफी लोकप्रियहै। इसमें एक भीनी-भीनी लेकिन मीठी खुशबू होती है। इसके साथ-साथ यह विश्व भर में बनने वाली दवाओं और टॉनिक में भी इस्तेमाल होता है।
आयुर्वेद के अनुसार इसके अद्भुत प्रभाव होते हैं। इसका नटी फ्लेवर दर्द और उत्तेजना को शांत करता है। शरीर को डिटॉक्सिफाइड करता है, त्वचा को बेहतर बनाता है, बेहतर डाइजेस्टिव सिस्टम देता है और सबसे महवपूर्ण रात में अच्छी नींद देता है। इस आयुर्वेदिक मसाले की एंटीऑक्सीडेंट क्वालिटी है, जो हमारे मस्तिष्क और शरीर पर बेहतर असर डालती है।
यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के एक शोध में जायफल के बारे में बताया गया। यह शोध बताता है कि जायफल का तेल अक्सर चूहों की दवाई में मिलाया जाता है। ताकि उनकी रात की मूवमेंट को कंट्रोल किया जा सके और उन्हें नींद आ सके।
इस शोध में यह भी पाया गया कि जायफल के तेल में लैवेंडर के तेल से भी ज्यादा सुगंधित करने वाली क्षमता होती है। इसमें मन मस्तिष्क को शांत करने वाली प्रोपर्टीज होती हैं। यह एंग्जायटी को कम करता है, नींद की क्वालिटी बढ़ाता है।
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कस्टमाइज़ करेंजायफल मैग्नीशियम का भी अच्छा सोर्स है, जो कि एक मिनरल माना जाता है। जो आपके नर्वस सिस्टम को आराम पहुंचाता है। जायफल हमारे शरीर में सेरोटोनिन को स्टिमुलेट करता है। यही सेरोटोनिन हमें अच्छा और खुश महसूस कराने का कारक होता है।
तो दोस्तों समय आ गया है कि आप अपनी नींद को अपने हिसाब से कंट्रोल करें। यदि आप रात में नहीं सो पाते हैं और आप स्लीपलेस नाइट्स की शिकार हैंं, तो आप जायफल का दूध पीकर उन्हें कंट्रोल कर सकते है।