नियमित रूप से खाना पकाने में जीरे को मसाले के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। पर यह खाने में स्वाद और फ्लेवर ऐड करने के साथ साथ सेहत के लिए भी कई रूपों में फायदेमंद होता है। इसमें कई खास पोषक तत्व और प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो इसे कई शारीरिक समस्याओं का एक उचित समाधान बनाती है। सालों से मेरी मां और दादी जीरे को अलग-अलग समस्याओं में घरेलू नुस्खे (Cumin home remedies) के तौर पर इस्तेमाल करती चली आ रही हैं, और असल में इसका परिणाम काफी फायदेमंद होता है।
मणिपाल हास्पिटल, गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा ने डाइट में जीरा शामिल करने के कुछ महत्वपूर्ण फायदे बताए हैं (Cumin benefits)। साथ ही जानेंगे जीरे के चार महत्वपूर्ण घरेलू नुस्खों के बारे में (Cumin home remedies)।
4 से 5 चम्मच भुने हुए जीरे का पाउडर, दो चम्मच सूखा हुआ अदरक और एक चम्मच काला नमक लें, सभी को एक साथ अच्छी तरह से मिक्स कर लें।
अब तैयार किए गए इस मिश्रण को किसी जार में स्टोर करके रख लें।
नियमित रूप से खाने के कुछ देर पहले गुनगुने पानी के साथ इस मिश्रण को आधे चम्मच के करीब लेना है।
1 चम्मच जीरा को पैन में फ्राई करें।
अब इसमें एक कप पानी डालें और लगभग 5 मिनट तक उबाल आने दें।
अब पानी को छानकर अलग निकाल लें, और इसे दिन में दो बार पिएं।
100 ग्राम जीरे को भूनकर इसका पाउडर बना लें।
अब इसमें लगभग 50 ग्राम गुड डालें और इस मिश्रण से छोटे-छोटे पिल्स तैयार करें।
इसे पीरियड्स के डेट से 2-3 दिन पहले से लेना शुरू कर दें।
खड़ा जीरा दूध बढ़ाने में मदद करता है। आप इसे पानी में भिगोकर भी रोज सुबह खाली पेट ले सकती हैं। इसके अलावा इन्हें नींबू पानी में ऐड किया जा सकता है।
नई नई मां बनी हैं, तो जीरे को दूध के साथ उबाल लें और इसे नियमित रूप से लेने से ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन बढ़ता है।
आप इसे अपने नियमित डिशेज जैसे की दाल, सब्जी आदि के माध्यम से अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
जीरा कई तरह की पाचन संबंधी समस्याओं में मदद करता है। जीरे के अर्क से पेट दर्द, सूजन और बाथरूम जाने की तत्काल आवश्यकता जैसे इरिटेबल वावेल सिंड्रोम (IBS) के लक्षणों से राहत मिलती है।
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जीरे का सेवन खाद्य पदार्थों को तोड़ने में मदद करता है और पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ावा देता है। इसके अलावा यह ब्लोटिंग, पेट फूलना और अब जैसी पाचन संबंधी समस्याओं में बेहद प्रभावित रूप से कार्य करता है।
जीरा डायबिटीज से पीड़ित लोगों को इसके लक्षणों और प्रभावों को प्रबंधित करने में मदद कर सकता है। पारंपरिक रूप से एक एंटीडायबिटिक दवा के रूप में उपयोग किए जाने वाले, एक अध्ययन में पाया गया कि जीरा खाने से रक्त में यूरिया को कम करने में मदद मिल सकती है, एक कार्बनिक कंपाउंड जो आपके शरीर की इंसुलिन के प्रति प्रतिक्रिया को बाधित कर सकता है।
जीरा आयरन का एक समृद्ध स्रोत है और ये पोस्टपार्टम एनर्जी को बढ़ावा देता है। साबुत जीरे का सेवन दूध उत्पादन को उत्तेजित करता है। स्तनपान को बेहतर बनाने के लिए एक गिलास पानी में कुछ जीरे भिगो लें और सुबह इसे पिएं।
जीरा पीरियड्स के दर्द को कम करने का एक कारगर तरीका है। इसके आराम देने वाले प्रभाव, तथा ऐंठनरोधी और सूजनरोधी गुणों के कारण, यह नसों को आराम प्रदान करता है और ऐंठन को रोककर दर्द से राहत दिला सकता है।
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