Til ki chutney recipe : शरीर को अंदर से गर्म रखती है तिल की चटनी, जानिए सेहत के लिए इसके फायदे और रेसिपी

अगर आप तिल को कुछ अलग तरीके से डाइट में शामिल करना चाहती हैं, तो इसकी चटनी जरूर ट्राई करें। आज हम आपके लिए लेकर आए हैं, तिल चटनी की बेहद स्वादिष्ट और पौष्टिक रेसिपी।
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इन आसान से स्टेप्स के साथ तैयार करें तिल की चटनी, सेहत को मिलेंगे ये 8 फायदे. चित्र : अडॉबीस्टॉक
Published On: 26 Dec 2024, 08:00 am IST
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अंदर क्या है

  • सेहत के लिए तिल चटनी के फायदे
  • तिल चटनी की रेसिपी

तिल एक बेहद खास सुपरफूड है, जिसमें कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों के साथ ही कई खास प्रॉपर्टीज की गुणवत्ता पाई जाती है। तिल का नियमित सेवन सेहत संबंधी तमाम तरह की समस्याओं में फायदेमंद माना जाता है। विशेष रूप से यह महिलाओं की सेहत के लिए बेहद कारगर होता है। अगर आप तिल को कुछ अलग तरीके से डाइट में शामिल करना चाहती हैं, तो इसकी चटनी जरूर ट्राई करें। आज हम आपके लिए लेकर आए हैं, तिल चटनी की बेहद स्वादिष्ट और पौष्टिक रेसिपी। यदि अपने अभी तक इसे ट्राई नहीं किया है, तो इसे जरूर बनाएं (Til ki chutney recipe)।

जानें सेहत के लिए तिल चटनी के फायदे (benefits of til chutney)

1. बालों के ग्रोथ को बढ़ावा दे

बाल झड़ रहे हैं? तो क्या अपने तिल के बीज ट्राई कियें? तिल के बीज आपके बालों को जड़ से मजबूत करते हैं। तिल के बीज में ओमेगा फैटी एसिड की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो ग्रोथ को बढ़ावा देने और बालों के नुकसान को ठीक करने में मदद करती है। वे स्कैल्प को नमी प्रदान करते हैं, और हेयर फॉलिकल्स को फिर से जीवंत करने के लिए ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करते हैं। इस प्रकार आपके बाल के रोम को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और पोषक तत्व प्राप्त होते हैं।

2. त्वचा स्वास्थ्य को बढ़ावा दे

तिल के बीज में मौजूद तेल आपकी त्वचा के लिए कमाल कर सकते हैं। वे त्वचा को कोमल बनाए रखने में मदद करते हैं। वहीं इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण रेडनेस, घाव और चेहरे की अन्य समस्याओं को ट्रीट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आप तिल को पीसकर त्वचा पर अप्लाई करने के साथ ही, इसकी चटनी को भी अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।

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एक बेहतर पाचन स्वास्थ्य के निर्माण में आपकी मदद करते हैं खजूर। चित्र : अडॉबीस्टॉक

3. पाचन को बढ़ावा देता है

तिल के बीजों में उच्च मात्रा में फाइबर और फैटी एसिड मौजूद होते हैं, जो कब्ज से राहत प्रदान करने में मदद करते हैं। बीज में पाए जाने वाले तेल आपकी आंतों को ल्यूब्रिकेट करता है, जिससे खाद्य पदार्थों को पचाने में मदद मिलती है। वहीं बीजों में मौजूद फाइबर मल त्याग को सुचारू बनाने में आपकी मदद करता है।

4. ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत है

तिल के बीज में हेल्दी फैट की मात्रा पाई जाती है, जो इसे ऊर्जा का एक बेहतरीन स्रोत बनाती है। वहीं इनमें पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड और ओमेगा-6 फैटी एसिड जैसे हेल्दी फैट मौजूद होते हैं। साथ ही इनमें फाइबर, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस की मात्रा पाई जाती है, जो ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करती हैं।

5. ब्लड प्रेशर को स्थिर रखता है

तिल के बीज मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं, जो हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में आपकी मदद करते हैं। वहीं तिल के तेल में मौजूद पॉलीअनसेचुरेटेड फैट और सेसमिन कंपाउंड ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित रखने में प्रभावी रूप से कार्य करते हैं। ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के लिए इसे अपनी नियमित डाइट में शामिल करें।

6. मजबूत हड्डियों के निर्माण में मदद करे

35 वर्ष की आयु के बाद महिलाओं की हड्डियों की डेंसिटी कम होने लगती है, और मेनोपॉज के बाद महिलाओं में हड्डियों का नुकसान अधिक तेज़ हो जाता है। ऐसे में तिल में मौजूद कैल्शियम और जिंक आपकी हड्डियों को मजबूती प्रदान करने में मदद करते हैं। अपनी नियमित डाइट में तिल शामिल करें, इससे हड्डियों से संबंधी समस्या परेशान नहीं करेगी।

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आप तिल को पीसकर त्वचा पर अप्लाई करने के साथ ही, इसकी चटनी को भी अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं। चित्र : अडॉबीस्टॉक

7. संक्रमण से बचाता है

तिल के बीज में मौजूद सेसमिन और सेसमोलिन अपने एंटीऑक्सीडेंट और एंटी बैक्टिरियल गुणों के लिए जाने जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। क्योंकि वे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण होने वाले सेल्स के नुकसान को धीमा कर देते हैं, और शरीर को विभिन्न समस्याओं से प्रोटेक्ट करते हैं।

8. डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार तिल के बीज टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर नियंत्रण में आपकी मदद कर सकते हैं। टाइप 2 डायबिटीज एक आजीवन बीमारी है, जो आपके शरीर को उस तरह से इंसुलिन बनाने की अनुमति नहीं देती है, जैसा उसे करना चाहिए। इस स्थिति का एक पहलू हाइपरग्लाइसेमिया है। तिल के बीज जैसे स्वस्थ खाद्य पदार्थ खाने से टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों को ब्लड शुगर लेवल को सामान्य रखने में मदद मिलती है।

तिल चटनी की रेसिपी (til chutney recipe)

इसे बनाने के लिए आपको चाहिए

1 कप ताज़ा कसा हुआ नारियल या सूखा नारियल
3 बड़ा चम्मच सफेद तिल
2 बड़ा चम्मच मूंगफली
1 बड़ा चम्मच इमली
3 सूखी कश्मीरी लाल मिर्च या
2 से 3 लहसुन की कलियां, छोटी से मध्यम आकार की
नमक आवश्यकतानुसार
1 कप पानी पीसने के लिए

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तिल आपके स्‍वास्‍थ्‍य के लिए फायदेमंद हैं। चित्र: शटरस्टॉक

इस तरह तैयार करें तिल चटनी

स्टेप 1 : धीमी आंच पर एक पैन गरम करें। उसमें मूंगफली डालें और उन्हें लगातार चलाते हुए भूनें। निकाल कर एक तरफ रख दें।
स्टेप 2 : उसी पैन में तिल डालें और उन्हें लगातार चलाते हुए तब तक भूनें जब तक कि वे हल्के सुनहरे न हो जाएं और चटकने न लगें। निकाल कर अलग रख दें।
स्टेप 3 : जब मूंगफली और तिल ठंडा हो जाए, तो एक ब्लेंडिंग जार में भुनी हुई मूंगफली, भुने हुए तिल और कसा हुआ ताजा या सूखा नारियल डालें।
स्टेप 4 : अब इसमें इमली, लहसुन की कलियां और लाल मिर्च डाल दें।
स्टेप 5 : आवश्यकतानुसार नमक ऐड करें।
स्टेप 6 : अंत में, 1 कप पानी या अपनी पसंद के अनुसार गाढ़ापन लाने के लिए पानी ऐड करें।
स्टेप 7 : सभी सामग्रियों को अच्छी तरह ब्लेंड करें, और एक चिकना पेस्ट बना लें।

आपकी तिल चटनी बनकर तैयार है, अब आप इसे एंजॉय कर सकती हैं। तिल की चटनी को इडली, डोसा, चावल कांजी या अन्य दक्षिण भारतीय स्नैक्स जैसे उत्तपम, मेदु वड़ा, मैसूर बोंडा आदि के साथ खाया आता है। तथा आप इसे अपने सभी पसंदीदा व्यंजनों के साथ ट्राई कर सकती हैं।

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लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी
अंजलि कुमारी

पत्रकारिता में 3 साल से सक्रिय अंजलि महिलाओं में सेहत संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं। हेल्थ शॉट्स के लेखों के माध्यम से वे सौन्दर्य, खान पान, मानसिक स्वास्थ्य सहित यौन शिक्षा प्रदान करने की एक छोटी सी कोशिश कर रही हैं।

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