सर्दियां शुरू हो गई हैं, और इस मौसम कई महत्वपूर्ण सब्जियों को हार्वेस्ट किया जाता है। विशेष रूप से मार्केट में तरह-तरह के हरे भरे साग नज़र आते हैं। मेरी मां को साग बहुत पसंद हैं, और ठंड का मौसम शुरू होते ही मेरे घर में रोजाना साग की अलग-अलग तरह की रेसिपी बनती हैं, जिसमें से मेरी पसंदीदा रेसिपी है मिक्स साग (mix saag recipe)।
कुछ खास तरह के साग को एक साथ मिलकर तैयार की जानें वाली ये रेसिपी बेहद पौष्टिक होती है। साथ ही इसक स्वाद भी लाजवाब होता है। पहले मुझे साग बिल्कुल भी पसंद नहीं थे, पर जब मैंने मिक्स साग की रेसिपी ट्राई की, मुझे ये बेहद स्वादिष्ट लगी। तो मैंने सोचा क्यों न मां की इस रेसिपी को फेमस किया जाए। आज मैं आपके लिए लेकर आई हूं मिक्स साग की पौष्टिक रेसिपी, आप सभी इसे जरूर ट्राई करें (mix saag recipe)।
250gm पालक
1 कप मेथी पत्ता
250gm बथुआ
200gm सरसों का साग
2 प्याज बारीक कटे हुए
3 से 4 हरी मिर्च
3 टमाटर कटे हुए
1 बड़ा चम्मच अदरक-लहसुन का पेस्ट
1/2 बड़ा चम्मच जीरा
2 से 3 बड़ा चम्मच सरसों का तेल
स्वादानुसार नमक
1/4 चम्मच हल्दी पाउडर
1 बड़ा चम्मच धनिया पाउडर
1/2 चम्मच मिर्च पाउडर (वैकल्पिक)
सारे साग को अच्छी तरह से धो लें, उन्हें बारीक काट लें और अच्छी तरह छान लें।
कुकर गरम करें और उसमें बिना तेल डाले सारे साग डाल दें, मध्यम आंच पर 3 से 4 सीटी आने तक या धीमी आंच पर 15 मिनट तक पकाएं। आंच बंद कर दें और पूरी तरह ठंडा होने दें।
ढक्कन खोलने के बाद इसमें पानी होगा, इसे वापस से पकाएं और पानी के सुख जानें तक पकाएं।
कड़ाही में सरसों का तेल गरम करें और जीरा और हरी मिर्च डालें, फिर कटे हुए प्याज और अदरक-लहसुन का पेस्ट डालें सभी को भून लें। टमाटर डालें और नरम होने तक पकने दें।
जब प्याज़ और टमाटर पक जाए तो सभी मसाले डालकर भूनें।
अब कढ़ाई में पके हुए साग और नमक डालकर अच्छी तरह मिलाएं, फिर कढ़ाई को ढक दें।
सभी को 1 से 2 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं। फिर ढक्कन खोलकर इसे वापस से पानी सूखने तक पकाना है, आप देखेंगे की किनारों से तेल छूट रहा है।
अब आपका मिक्स साग बाजरे की रोटी या चपाती के साथ सर्व करने के लिए तैयार है। आप इसे गरमा गरम एन्जॉय करें।
मिक्स साग में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की गुणवत्ता पाई जाती है। साग में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, सही अन्य पोषक तत्वों की गुणवत्ता शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। वहीं इनका सेवन सर्दियों में बढ़ते ब्लड प्रेशर को भी संतुलित रखता है। ये दोनों फैक्टर स्वस्थ ह्रदय के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके नियमित सेवन से ह्रदय संबंधी समस्यायों का खतरा कम हो जाता है।
साग में कैल्शियम, फास्फोरस और मैग्नीशियम जैसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो हड्डियों को पोषण प्रदान करते हैं। ये सभी पोषक तत्व एक मजबूत हड्डियों के निर्माण में आपकी मदद करते हैं।
साग में सिमित मात्रा में कैलोरी होती है, वहीं यह फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत है। इसका सेवन लंबे समय तक एनर्जेटिक रहने में आपकी मदद करता है। वहीं मेटाबॉयलिज्म को बढ़ा देता है जिससे की फैट बर्निंग कैपेसिटी भी बढ़ जाती है। इस प्रकार यह वेट मैनेजमेंट में आपकी मदद कर सकता है।
ठंड के मौसम में पाचन धीमी हो जाती है, ऐसे में साग में मौजूद फाइबर सामग्री पाचन क्रिया को सक्रीय रहने में मदद करती है। यह कब्ज, अपच, गैस आदि जैसी समस्यायों में बेहद कारगर होती हैं।
साग में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा सूजन को कम कर देती है और एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली के निर्माण में समर्थन करती है। सर्दियों में इनका सेवन आपके शरीर को होने वाले सीजनल संक्रमण से प्रोटेक्ट करता है।
साग के फाइबर और कई आवश्यक पोषक तत्वों की गुणवत्ता पाई जाती है, जो एक बेहतर ब्लड शुगर मैनेजमेंट में आपकी मदद कर सकते हैं। डायबिटीज के मरीजों को इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
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