गलत खानपान और एसिडिटी जैसी समस्याओं के कारण पेट में जलन, जी मचलना, मुंह का स्वाद खराब होने जैसी समस्याएं किसी को भी परेशान कर सकती हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा जरूरी है पेट को ठंडा रखना। पोषक तत्वों से भरपूर टेस्टी, हेल्दी और रिफ्रेशिंग जलजीरा (Jaljeera recipe) इन सभी जरूरतों का पूरा करने में सक्षम है। जलजीरा की तासीर काफी ठंडी होती है और यह पेट को ठंडक देता है। जिससे पाचन से जुड़ी विभिन्न प्रकार की समस्याओं से निपटने में मदद मिलती है। वहीं यह आपके टेस्ट बड्स को शांत रखने का एक हेल्दी विकल्प है।
बाजार में कई तरह के जलजीरा पाउडर उपलब्ध होते हैं। परंतु जब आप इसे हेल्दी तरीके से घर पर तैयार कर सकती हैं, तो फिर इसे बाजार से खरीदने की क्या जरूरत है। कई बार बाजार से खरीदा गया जलजीरा पेट की समस्याओं को ठीक करने की जगह उसे और ज्यादा बढ़ा सकता है। इसलिए आपकी सेहत, पेट और स्वाद का ख्याल रखते हुए हम लेकर आए हैं आपके लिए टेस्टी और हेल्दी जलजीरा की रेसिपी।
ज्यादातर लोग जलजीरा को सोडा की मदद से बनाते हैं, पर मेरी मम्मी शुद्ध मसालों के साथ इसे सादे पानी से बनाती हैं। गट हेल्थ के लिए मेरी मम्मी का ये सबसे ज्यादा पसंदीदा पेय है। तो जल्दी से नोट करें जलजीरा (Jaljeera recipe) की यह स्वादिष्ट रेसिपी।
जलजीरा की मूल सामग्री जीरा है और जीरा आपके संपूर्ण पाचन तंत्र के लिए काफी फायदेमंद होता है। जीरा में मौजूद फाइबर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एरिया को स्वस्थ बनाये रखते हैं। इसमें मौजूद अन्य सामग्री जैसे कि पुदीना की पत्तियां पेट को ठंडक पहुंचाने के साथ ही इसे साफ रखती हैं। जिससे अपच, गैस, पेट में जलन जैसी समस्याओं में आराम मिलता है।
इसके साथ ही जलजीरा को कमजोरी, जी मचलाने, चक्कर और उल्टी आने की समस्या में भी राहत देने वाला माना जाता है। इसे एक बेहतरीन कूलिंग ड्रिंक के रूप में जाना जाता है। जलजीरा की तासीर ठंडी होने के कारण यह शरीर से हीट को बाहर निकालता है और इसे अंदर से ठंडक प्रदान करता है। साथ ही यह लंबे गर्म दिन के बाद भी बॉडी को हाइड्रेट रख आपको ऊर्जावाना बनाए रखता है।
जलजीरा की एक सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें कैलाेरी की मात्रा मौजूद नहीं होती। इसलिए यदि आप वेट लॉस प्लान कर रहीं हैं, तो अपनी डाइट में इसे बेफिक्र होकर शामिल कर सकती हैं। अक्सर वेट लॉस के दौरान हमें अपने कई मन पसंदीदा फूड्स को डाइट चार्ट से बाहर करना पड़ता है। ऐसे में टेस्ट बड्स को शांत रखने के लिए भी जलजीरा को ले सकती हैं। जलजीरा को बनाने में प्रयोग किए गए सभी इनग्रेडिएंट्स साथ मिलकर एक बेहतरीन स्वाद प्रदान करते हैं।
वहीं जीरा में पर्याप्त मात्रा में फाइबर मौजूद होता है, जो डाइजेशन प्रोसेस को बढ़ावा देता है। इसके साथ ही भूख को भी नियंत्रित रखता है। जिस वजह से हम कम कैलोरी इनटेक करते हैं वजन को नियंत्रित रख सकते हैं। इतना ही नहीं यह शरीर को हाइड्रेटेड और एनर्जेटिक बनाए रखता है जिस वजह से आप ज्यादा देर तक वर्कआउट कर पाएंगी।
जीरा
सौंफ
अमचूर पाउडर
ताजी पुदीना की पत्तियां
धनिया की पत्तियां
काली मिर्च
काला नमक (स्वादानुसार)
अदरक
इमली
आइस क्यूब
नींबू
सबसे पहले इमली को पानी में डालकर थोड़ी देर के लिए छोड़ दें।
अब एक पैन में जीरा डालकर इसे ड्राई रोस्ट कर लें और इसका पाउडर बना लें।
ग्राइंडर जार में पुदीना और धनिया की ताजी पत्तियां, अदरक, काली मिर्च, सौंफ और फूली हुई इमली को डालकर अच्छी तरह पीस लें।
अब इसमें आवश्यकतानुसार पानी मिलाकर एक पतला पेस्ट तैयार करें।
फिर जलजीरा की मात्रा को देखते हुए एक जग या गिलास लें, और उसमें आइस क्यूब, रोस्टेड जीरा पाउडर, स्वादानुसार काला नमक और तैयार किए गए पेस्ट को डाल दें।
अब ऊपर से जरूरत के मुताबिक पानी डालें और इसे चम्मच से अच्छी तरह मिला लें।
आखिर में ऊपर से नींबू का रस निचोड़े और धनिया-पुदीने की पत्तियों से गार्निश करें।
आपका रिफ्रेशिंग और टेस्टी जलजीरा बनकर तैयार है।
नोट : यदि आप चाहें तो पानी की जगह कार्बोनेटेड वॉटर और सोडा वॉटर का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। पर सादा पानी ज्यादा हेल्दी विकल्प है। जो पेट की गर्मी शांत करता है।
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