धीरे-धीरे मौसम बदल रहा है और बदलते मौसम के साथ खाने का स्वाद भी बदलने का मन करने लगता है। सर्दियों में जहां गरमा-गरम चाय और कॉफी सुकून देती है, वैसे ही गर्मियों में ठंडा पीने का मन करता है। लेकिन ज्यादातर कोल्ड ड्रिंक सेहत को काफी नुकसान पहुंचाती है। जिसके कारण हमें इसे पीने में बेहद संकोच होता है। लेकिन ठंडे पेय के और भी कई विकल्प मौजूद है जो स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी खजाना है। जैसे मेरी मम्मी द्वारा बनाए जाने वाली स्पेशल बादाम-केसर ठंडाई।
“ठंडाई,” हिंदी में इसका अर्थ है ठंडा करना। ठंडाई को इंडियन कोल्ड ड्रिंक कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा। यह भारत का काफी लोकप्रिय पेय है। कई त्योहारों में इसका काफी प्रचलन है,जिसमें होली और महाशिवरात्रि सबसे बड़े नामों में से एक है। देश के कई हिस्सों में ठंडाई को शारदाई के नाम से भी जाना जाता है। ज्यादातर ठंडाई को कई प्रकार की मेवा, मसालों के उपयोग से तैयार किया जाता है,जिनके बारे में कहा जाता है कि यह शरीर पर शीतलन प्रभाव डालते हैं। लोग अलग-अलग प्रकार से ठंडाई बनाते हैं। ज्यादातर सामग्रियों में काली मिर्च, बादाम, सौंफ, खसखस के साथ केसर, इलायची और गुलाब जल इस्तेमाल किया जाता है।
केसर को क्रोकस सैटिवस फूल से हाथ से काटा जाता है, जिसे आमतौर पर “केसर क्रोकस” के रूप में जाना जाता है। आयुर्वेद से लेकर विज्ञान तक केसर पर भरोसा करता है। एनसीबीआई पर मौजूद डाटा के अनुसार,”कामेच्छा बढ़ाने, मूड सुधरने और याददाश्त में सुधार करने के लिए केसर का सेवन बहुत फायदेमंद है। एनसीबीआई पर मौजूद एक अन्य शोध से पता चलता है कि यह आपके मूड, याददाश्त और सीखने की क्षमता को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। साथ ही आपके मस्तिष्क की कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचा सकता है।
बादाम पोषक तत्वों से भरे हुए हैं। बादाम फाइबर, प्रोटीन, विटामिन ई, मैग्नीशियम, मैंगनीज, तांबा, फॉस्फोरस का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं। एक स्टडी बताती है कि रोजाना बादाम का सेवन करने से वजन घटाने, हड्डियों के अच्छे स्वास्थ्य, मूड में सुधार, हृदय रोगों के जोखिम को कम करने, कैंसर से लेकर मधुमेह तक, कई स्वास्थ्य लाभ पहुंचाता है।
लीजिए तैयार हो गई आपकी हेल्दी और टेस्टी बादाम-केसर ठंडाई।