चीला हम भारतीयों के घरों में काफी पसंद किया जाता है। चीले को नाश्ते के रूप में सभी जे घरों में आमतौर पर खाया जाता है। चीला बनाने में काफी आसान होता है साथ ही ये एक हल्का नाश्ता होता है जिसे पचाना आसान होता है। अपने आज तक बेसन, दाल, सूजी का चीला तो जरूर खाया होगा लेकिन आज हम आपको लौकी का चीला बनाना सिखाएंगे। ये बनने में जितना कम समय लेता है उतना ही स्वादिष्ट ये होता है। लौकी के चीले (Lauki ka cheela) की खास बात ये है कि ये हल्का तो होता ही है साथ ही इससे आपको कई सारे पोषक तत्वों की भी पूर्ति होती है।
लौकी का जूस को अक्सर वज़न कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है इसमें कई मिनिरल्स, विटामिन्स और एंटिऑक्सीडेंट होते हैं। कोलोस्ट्रॉल को कम करने के लिए लौकी का जूस काफ़ी फ़ायदेमंद माना जाता है कि इससे किडनी स्टोन ख़त्म करने और मोटापा घटाने के लिए भी जाना जाता है लौकी को इसके पोषक तत्वों और मेडिसिनल प्रोपर्टी के लिए काफ़ी पसंद किया जाता है।
लौकी में विटामिन, खनिज और फाइबर होता है। इसमें विटामिन सी, विटामिन बी, कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम होता हैं। ये पोषक तत्व समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
लौकी कैंसर कोशिकाओं के बढ़ने को रोकने के लिए जाना जाता है। एक्पर्ट बताते है कि लौकी के रस में शक्तिशाली साइटोटॉक्सिक होता है। इसका मतलब है कि लौकी का जूस कैंसर सेल लाइनों से लड़ सकता है और एक अच्छे एंटी-कैंसर के रूप में काम कर सकता है
वजन को कम करने के लिए लौकी का जूस पीना कई लोगों को पसंद नही होता है। वजन को नियंत्रित करने और कैलोरी के सेवन को संतुलित करने के लिए लौकी एक बढ़िया विकल्प है। लौकी में फाइबर और पानी भरपूर मात्रा में होता है और कैलोरी कम होती है, इसलिए वजन घटाना काफी आसान हो जाता है।
लौकी में हल्के लैक्सेटिव गुण होते हैं। यह पाचन को रेगुलेट करने में मदद कर सकता है और कब्ज को रोकता है। इसके अतिरिक्त, इसमें आहार फाइबर भी होता है, जो पाचन में सहायता करता है और बाउल मूवमेंट को बनाए रखने में मदद करता है।
लौकी त्वचा के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है, क्योंकि इसमें विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देते हैं, उम्र बढ़ने के संकेतों को कम करते हैं और त्वचा के सेल को नुकसान होने से बचाते है।
लौकी ब्लड शुगर लेवल के स्तर को मैनेज करने में मदद करता है। इसमे पानी अधिक होने के कारण ये डिटॉक्सीफिकेशन में सहायता करती है और हाइड्रेशन को बढ़ाने में मदद करती है। इसके अलावा, यह आयरन, मैग्नीशियम और विटामिन सी और बी जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर है, जो स्थिर ब्लड शुगर के स्तर को बनाए रखने में मदद करते हैं।
बेसन 1/3 कप
कद्दूकस की हुई लौकी 1/4 कप
सूजी 3 बड़े चम्मच
दही 3 बड़े चम्मच
लाल मिर्च पाउडर 1/4 छोटा चम्मच
हींग 1/4 छोटा चम्मच
हल्दी पाउडर 1/4 छोटा चम्मच
जीरा 1/2 छोटा चम्मच
नमक
तेल
पानी
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