जोड़ो का दर्द ही नहीं, सर्दी-खांसी से भी निजात दिला सकता है ये एंटी इन्फ्लेमेटरी ऑयल, नोट कीजिए रेसिपी
सर्दियों के मौसम में सर्दी-खांसी, जुकाम, सिर दर्द, गले की खराश, बुखार, जोड़ों एवं मांसपेशियों में दर्द की समस्या बिल्कुल आम है। वहीं अन्य मौसम में भी ऐसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। अब हर बात पर दवाइयों का सेवन करना भी शरीर पर कई तरह के साइड इफेक्ट छोड़ सकता है। इसलिए सालों से मेरी मां और दादी ऐसी समस्याओं के लिए सरसों का तेल और किचन में मौजूद कुछ सामग्री के कॉन्बिनेशन का इस्तेमाल करती चली आ रही हैं। मां के नुस्खे के साथ-साथ न्यूट्रीशनिस्ट अंशुल ने भी अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए इस प्रभावी एंटी इन्फ्लेमेटरी ऑयल की रेसिपी शेयर की है। तो चलिए जानते हैं इन्हें किस तरह तैयार करना है और साथ ही जानेंगे यह किस तरह काम करते हैं।
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए
लहसुन – 10 से 12 कलियां
बादाम – 8
जायफल – 1
सरसों का तेल – 1/2 कप
इस तरह तैयार करें
सबसे पहले लहसुन की 10 से 12 कलियों को किसी चीज से कुचल लें या इन्हें चार टुकड़ों में काट दें।
अब इधर छोटी कड़ाही को माध्यम आंच पर चढ़ाएं, उसमें आधा कप सरसों का तेल डालें और उसे गर्म होने दें।
सरसों तेल के गर्म हो जाने पर उसमें लहसुन की कलियां, बादाम और जायफल को डाल दें।
हम इन सभी को एक साथ 10 मिनट तक उबलने दें। फिर तेल को छानकर अलग निकाल लें। इसे किसी जार में स्टोर करके रखें।
यहां जाने इसमे मौजूद सामग्री किस तरह है फायदेमंद
लहसुन
न्यूरोसाइंस रिसर्च सेंटर द्वारा की गई स्टडी के अनुसार लहसुन में थेरापयूटिक प्रॉपर्टी पाई जाती है। यह गले की खराश, सर्दी-खांसी, बुखार, इत्यादि में फायदेमंद होता है। इसके साथ ही इसके एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण इम्युनिटी को बूस्ट करने में मदद करता है। इसमें मौजूद सेलेनियम और मैग्नीज कफ के लिए कारगर माने जाते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंइसके साथ ही लहसुन में एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है जो मांसपेशियों एवं जोड़ों के दर्द से राहत पाने में मदद करता है।
बादाम
बादाम को सर्दी और खांसी में एक प्रभावी घरेलू नुस्खे के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। बादाम में पॉलीफेनोल्स कंपाउंड मौजूद होते हैं, यह वाइट ब्लड सेल्स की सेंसटिविटी को बढ़ा देता है ऐसे में व्हाइट ब्लड सेल्स संक्रमण फैलाने वाले वायरस के ग्रोथ को धीमा कर देता है। वहीं रिसर्च की माने तो बादाम का सेवन इम्यूनिटी को बूस्ट करता है।
हालांकि, बादाम को छिलके के साथ खाएं तभी यह इम्यूनिटी पर प्रभाव डालता है। बादाम ओमेगा 3 फैटी एसिड और एंटी ऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत हैं, जो शरीर के दर्द को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
जायफल
सर्दियों में संक्रमण से बचाव के लिए जायफल का इस्तेमाल कर सकती हैं। जोड़ो के दर्द और कफ से राहत पाने के लिए जायफल को सरसों तेल में मिलाकर इस्तेमाल करें। वहीं जायफल विटामिन ए, मैग्निशियम, कॉपर, फास्फोरस, जिंक, विटामिन सी, विटामिन ई, मैग्नीज और आयरन जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का एक बेहतरीन स्रोत है। वहीं ठंढ में जायफल का सेवन शरीर को अंदर से गर्मी प्रदान करता है।
इसके साथ ही यह इम्युनिटी बूस्टर की तरह काम करता है। वहीं नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा जायफल को लेकर प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार जायफल में मोनोटेर्पेन्स, जिसमें सैबिनिन, टेरपिनोल और पिनीन जैसी एंटी इन्फ्लेमेटरी कंपाउंड पाए जाते हैं। यह सभी कंपाउंड बॉडी इन्फ्लेमेशन को कम करते हैं और दर्द से राहत पाने में मददगार होते हैं।
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