रोटी भारतीयों घरों में बनने वाला एक जरूरी आहार है। यह भारतीय खानपान का महत्वपूर्ण हिस्सा है। कई घरों में रोटी हर राेज़ दोनों वक्त खाई जाती है। पर इन दिनों कुछ लोगों को यह लगने लगा कि ज्यादा रोटी खाना वजन बढ़ने का एक बड़ा कारण है। इसलिए जब भी वेट लॉस की बात आती है, वे रोटियों की अपनी नियमित खुराक में कटौती करने लगते हैं। यदि आप वजन कम कर रहें है तो रोटी इसमें आपकी मदद नहीं कर सकती है। वजन घटाने का पहला नियम कैलोरी को कम करना है, जिसका अर्थ है कि आप एक दिन में जितनी कैलोरी खाते हैं उससे अधिक कैलोरी बर्न करना। यहां आपके लिए कुछ ऐसी रोटियों के बारे में बता रहे हैं, जो वेट लॉस (best roti for weight loss) में मदद कर सकती हैं।
रोटी या चपाती भारतीय घरों में मुख्य भोजन है। हम सभी की स्मृतियों में बहुत सारी स्वादिष्ट सब्जियों के साथ रोटियां हैं। हालांकि यह आपके आहार का हिस्सा हो सकता है, लेकिन इसमें कैलोरी की मात्रा अधिक होती है। यही कारण है कि इसे वजन कम करने की कोशिश कर रहे किसी व्यक्ति के लिए सबसे अच्छा भोजन नहीं माना जाता है।
मेडीकवर हॉस्पिटल, नवी मुंबई के न्यूट्रीशन और डायटेटिक्स डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ राजेश्वरी पांडा बताती हैं कि वजन बढ़ने की संभावना तब पैदा होती है जब रोटी अधिक मात्रा में खाई जाती है या घी और मक्खन जैसे अतिरिक्त वसा के साथ तैयार की जाती है।
इस तरह के मिश्रण से रोटी में कैलोरी की मात्रा काफी बढ़ जाती है, जिससे कुल कैलोरी की मात्रा अधिक हो जाती है। उदाहरण के लिए, एक सादी रोटी में लगभग 70-80 कैलोरी होती है, लेकिन अगर इसे बनाते समय घी या तेल का उपयोग किया जाए तो यह संख्या दोगुनी हो सकती है।
यदि रोटी प्रोटीन, वसा और अन्य कार्बोहाइड्रेट के साथ संतुलित डाइट का हिस्सा है, तो इससे वजन बढ़ने की संभावना कम होती है। इसके विपरीत, यदि हाई कैलोरी, हाई फैट वाले खाद्य पदार्थों के साथ इसका ज्यादा मात्रा में सेवन किया जाता है, तो यह अत्यधिक कैलोरी सेवन में योगदान कर सकता है, जिससे वजन बढ़ सकता है।
बादाम का आटा एक लोकप्रिय ग्लूटेन-फ्री विकल्प है जो बारीक पिसे हुए बादाम से बनाया जाता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट कम और स्वस्थ वसा, प्रोटीन और फाइबर अधिक होता है। ये पोषक तत्व आपको लंबे समय आपको भूख नहीं लगने देते है, जिससे कुल कैलोरी की मात्रा कम हो जाती है। बादाम के आटे में ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और भूख को बढ़ने से रोकने में मदद करता है।
नारियल का आटा सूखे नारियल से बनाया जाता है और यह एक और ग्लूटेन-फ्री होता है। इसमें फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है और यह पाचन में सहायता करता है। नारियल के आटे में स्वस्थ वसा और मध्यम मात्रा में प्रोटीन भी होता है, जो संतुलित आहार में योगदान देता है जो भूख को नियंत्रित करने और वजन घटाने में भी मदद कर सकता है।
बाजरे की रोटी एक पारंपरिक ग्लूटेन फ्री भोजन है, जो प्रोटीन, फाइबर, फास्फोरस, मैग्नीशियम और आयरन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है। चूंकि इसमें फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है, इसलिए आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है और आप अधिक खाने से बचते हैं। अपनी वजन घटाने वाली चपाती बनाने के लिए ½ कप बाजरे का आटा और उतनी ही मात्रा में गेहूं का आटा लें।
रागी एक और ग्लूटेन फ्री आटे का विकल्प है जो फाइबर और अमीनो एसिड से भरपूर है। ये गुण भूख को कम करने और वजन घटाने को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। रागी मोटापे को रोकता है, ऊर्जा प्रदान करता है, पाचन में सुधार करता है और पुरानी हृदय रोगों को रोकता है।
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