केमिकल्स और हीटिंग टूल्स का लगातार इस्तेमाल बालों को ड्राई और बेजान बना देता है। डैमेज बालों को सिल्की और स्मूद बनाने के लिए तरह तरह के प्रोडक्टस का प्रयोग किया जाता है। मगर उसका प्रभाव बालों के वाल्यूम (Hair volume) और मज़बूती पर दिखने लगता है। इससे न केवल बालों की प्राकृतिक नमी कम होती है बल्कि डैंड्रफ (tips to remove dandruff) समेत अन्य हेयर प्रॉबलम्स का खतरा बना रहता है। जानते हैं बालों को सिल्की बनाने की टिप्स (Shiny hair home remedies) ।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार सीरम और स्प्रे से बालों को टेम्परेरी शाइन प्राप्त होती है। ऐसे में बालों की नेचुरल शाइन के लिए हेयर ऑयल (Hair oil boost natural shine) आवश्यक है। दरअसल, हेयरऑयल से स्कैल्प की नसें उत्तेजित होने लगती हैं, जिससे ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ जाता है। इसके चलते हेयर सेल्स बूस्ट होते हैं और बालों की ग्रोथ और शाइन को बढ़ाने में मदद मिल जाती है।
बालों में बढ़ने वाली फ्रिज़ीनेस को कम करने के लिए नीम की पत्तियां कारगर साबित होती है। इससे बालों की जड़ों को मज़ूबती मिलती है और शाइन बनी रहती है। नीम में मौजूद एंटी बैक्टीरियल गुण स्कैलप पर बढ़ने वाले संक्रमण के खतरे को कम कर देती है। बालों की शाइन को बढ़ाने के लिए नीम की मुट्ठीभर पत्तियों को पानी में डालकर उबालें। पत्तियों को निकालकर पानी में एलोवेरा जेल मिला दें। अब तैयार घोल को बालों को धोने के लिए इस्तेमाल करें। इससे बालों की स्मूदनेस बनी रहती है।
त्वचा के अलावा आंवले का पाउडर बालों के लिए भी बेहतरीन विकल्प है। एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर आंवले में पॉलीफेनोल्स और टेनिनस की मात्रा पाई जाती है। इससे बालों का टूटना और डलनेस को रिवर्स किया जा सकता है। वहीं दही में मौजूद फैटी एसिड बालों को सिल्की और शाइनी बनाए रख सकते है। आंवले का पाउडर लेकर उसे दही में मिला दें और 1 चम्मच शहद भी साथ में मिक्स करें। इन तीनों चीजों को मिलाकर बालों की जड़ों और लंबाई पर लगाएं। 30 मिनट तक बालों में लगा रहने के बाद बालों को धो दें।
स्कैल्प का पसीने और दुर्गंध से बचाने के लिए मुल्ताली मिट्टी फायदेमंद है। इसके लिए 2 चम्म्च मुल्ताली मिट्टी में शिकाकाई पाउडर या कलिया मिलाएं और आवश्कतानुसार दही एड कर दें। इस मिश्रण को 10 मिनट के लिए ढ़ककर रख दें। अब इसे बालों में लगाकर 30 मिनट रखें। इससे बालों से जुड़ी समस्याओं को कम करने उसे हेल्दी बनाए रखने में मदद मिलती है। बालों को हर्बल शैम्पू से धोएं और हेयावॉश के लिए सामान्य पानी का इस्तेमाल करें।
एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर रतनजोत को नेचुरल मॉइश्चराइज़र के रूप में काम करने वाले नारियल के तेल में मिलाकर लगाने से बालों को फायदा मिलता है। नारियल के तेल को गुनगुना करके बालों की जड़ों में लगाएं और फिर बालों को 1 घंटे बाद धोएं। इससे बालों की जड़ों को मज़बूती मिलती है और रूखेपन की समस्या हल की जा सकती है।
बालों का रूखापन कम करने के लिए अंडा कारगर उपाय है। इसमें विटामिन ए और ई पाया जाता है। साथ बायोटिन और फोलेट की उच्च मात्रा बालों में शाइन भरने में मददगार साबित होती है। इसे लगाने के लिए एग व्हाइट को बाउल में डालकर ब्लैंड करें और उसमें बादाम का तेल मिला दें। अब इस मिश्रण को बालों में लगाकर छोड़ दें। 30 मिनट से 1 घंटे बाद बालों को धो लें। इससे बालों कके टैक्सचर में सुधार आने लगता है और बाल क्लीन रहते हैं।
कंडीशनिग गुणों से भरपूर दही को बेसन और शहद में मिलाकर बालों में लगाएं। जड़ों से लेकर लैंथ तक लगाने से बालों का रूखापन कम होने लगता है। सप्ताह में दो बार इसे स्कैल्प पर लगाने से बाल हेल्दी और मुलायम नज़र आते है। साथ हीं नेचुरल शाइन मेंटेन रहती है।