गर्मी अपने चरम पर है। तापमान बढ़ने के कारण पेट की समस्या भी अधिक हो रही है। इसमें सबसे प्रमुख है लूज मोशन। इसमें शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है और बहुत अधिक एनर्जी का लॉस हो जाता है। इसलिए शरीर को पावर और एनर्जी पहुंचाना भी जरूरी है। और इसके लिए चावल से बेहतर उपाय दूसरा कोई नहीं है। पचने में आसान चावल आपको इंस्टेंट एनर्जी देने में मददगार है। बस आपको पता होना चाहिए चावल को पकाने का सही तरीका। यहां हैं सफेद चावल की ऐसी 5 रेसिपीज (White Rice Recipe to stop Loose Motion) जो दस्त और डायरिया रोकने में आपकी मदद करेंगी।
याद है बचपन में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर मां सादे चावल की अलग-अलग रेसिपी बना कर खिलाती थी। यह न केवल खाने में स्वादिष्ट होती थी, बल्कि तुरंत एनर्जी भी देती थीं। फाइबर युक्त साबुत अनाज के विपरीत पके हुए सफेद चावल में कम फाइबर होता है। इससे बॉवेल मूवमेंट को अधिक बढ़ावा नहीं मिलता है। यह पचने में आसान होता है और आपके स्टूल (stool) को सॉलिड बनाता है।
लूज मोशन होने पर सफेद चावल ही खिलाए जाते हैं। देसी भाषा में इसे पेट बांधने वाला कहा जाता है। इससे आपको पर्याप्त स्ट्रेंथ और एनर्जी मिल जाती है। इसके उलट ब्राउन राइस में इन्सॉल्यूबल फाइबर अधिक मात्रा में होते हैं। इसकी वजह से भोजन आपके पेट से जल्दी निकल जाता है। आइए जानते हैं चावल की 5 रेसिपी, जो लूज मोशन रोकने में आपकी मदद कर सकती हैं।
चावल कोे खूब पका लिया जाता है। इसके लिए प्रेशर कूकर में मध्यम आंच पर 5-6 सीटी लगने तक चावल पकाएं। इसमें घी और नमक डालकर खाएं। मोशन के द्वारा शरीर का जो एक्सट्रा पानी और सोडियम निकलता है, उसकी पूर्ति गीला चावल और नमक कर देता है। घी पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है।
दही से मक्खन निकला हुआ होने के कारण छाछ को पचाना काफी आसान है। खूब पके हुए सफेद चावल में छाछ के साथ काला नमक और भुने हुए जीरे का पाउडर मिलाकर खाने से वह न केवल टेस्टी लगता है, बल्कि पेट को भी बांधता है। किसी भी प्रकार के अपच में जीरा और काला नमक बेहद फायदेमंद है।
दही में राइबोफ्लेविन, विटामिन बी 6 और विटामिन 12 के कारण शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। दही पाचन तंत्र को सुधारने में कामयाब है। सफेद चावल और दही आसानी से पच जाता है और बॉवेल मूवमेंट को धीमा कर देता है।
चावल को कूकर की बजाय पतीले में पकाएं। जितनी मात्रा में चावल पका रही हैं, उसके तीन गुना पानी डालें। जब चावल अच्छी तरह पक जाए, तो एक्स्ट्रा पानी को एक बर्तन में निकाल लें। यही चावल का मांड है।
चावल का मांड शरीर के तापमान को संतुलित रखता है। चावल के साथ मांड खाने पर पाचन क्रिया बेहतर होती है और पेट की समस्या भी खत्म होती है। बच्चों को चावल का मांड, नींबू-नमक, काली मिर्च और जीरा पाउडर मिलाकर पिलाने से उनका स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
चावल और मूंग दाल की खिचड़ी एक लाइट फूड है। लूज मोशन होने पर यह सबसे हेल्दी फूड मानी जाती है। बराबर मात्रा में चावल और मूंग दाल लें। उसमें हल्दी, नमक और पानी डालकर सेट कर दें। जीरे से छौंक लगाकर खाने में यह और भी स्वादिष्ट लगती है। यह आसानी से पच जाती है और शरीर को उसकी खोयी हुई ऊर्जा लौटाने में मदद करती है।
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