त्वचा और सेहत के साथ-साथ अपनी ओरल हेल्थ पर भी उतना ही ध्यान देने की जरूरत है। आपकी खराब ओरल हेल्थ कई अन्य स्वास्थ्य जोखिमों का कारण बन सकती है। यदि ओरल हाइजीन पर ध्यान न दिया जाए, तो आपका मुंह बैक्टीरिया का घर बन सकता है। जिसके कारण दांतों में दर्द, कैविटी, मसूड़ों से जुड़ी समस्याएं होने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं दिन में दो बार ब्रश करने के साथ ही कुछ एक्स्ट्रा केयर भी देना जरूरी है। तो आज ही से आप भी ब्रश के बाद ट्राई कर सकती हैं मेरी मम्मी के बताए ये 5 नेचुलर माउथ वॉश।
माउथवॉश के तौर पर मार्केट से खरीदे गए माउथवॉश कई बार आपकी ओरल हेल्थ को प्रभावित कर सकते हैं। इन माउथवॉश की जगह आप कई अन्य प्राकृतिक माउथवॉश का प्रयोग कर सकती हैं। जानकारी की कमी होने के कारण लोग महंगे माउथवॉश खरीद लाते हैं, जो कि आमतौर पर बिल्कुल भी प्रभावी नहीं होते।
तो चलिए जानते हैं, मां के बताएं गए नुस्खों से बने ऐसे ही 5 माउथवॉश के बारे में। ये सभी सामग्री आपके किचन में मौजूद होती हैं। इसलिए आपको कहीं और जाने की और खर्च करने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
ब्रश करने के बाद या खाना खाने के बाद माउथवॉश करने का एक सबसे आसान तरीका है सॉल्ट वॉटर से कुल्ला करना। यह मुंह के अंदर से हार्मफुल बैक्टीरिया को बाहर निकालता है और साथ ही लंबे समय तक फ्रेश रहने में मदद करता है। यह न केवल खाने के बाद इस्तेमाल किया जाता है, बल्कि इसे सुबह उठते के साथ भी इस्तेमाल कर सकती हैं। यह आपके ओवरऑल ओरल हेल्थ को बनाए रखता है।
आधे चम्मच नमक को आधे गिलास गर्म पानी में डालकर अच्छी तरह मिला लें।
अब इस पानी को मुंह में लेकर तीन से चार बार कुल्ला करें।
परिणाम के लिए नियमित रूप से रात को खाने के बाद इसका इस्तेमाल करना जरूरी है।
एलोवेरा आपके मुंह को फ्रेश रखता है और किसी भी प्रकार के डेंटल कैविटी फैलाने वाले बैक्टीरियल अटैक को रोकता है। एलोवेरा माउथवॉश मसूड़ों से होने वाली ब्लीडिंग को कम कर सकता है। इसके साथ ही प्लाक को जमा होने से रोकता है।
आधा गिलास एलोवेरा जूस को आधे गिलास सादे पानी में मिला लें।
सुबह ब्रश करने के बाद इस पानी से कुल्ला करें।
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कस्टमाइज़ करेंइसके साथ ही यदि आप चाहें तो दोपहर में भी एक बार इसका इस्तेमाल कर सकती हैं।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक डेटा में दातों के लिए बेकिंग सोडा के फायदों की जानकारी दी गई है। परंतु कई लोग इसके स्वाद को लेकर इसका इस्तेमाल नहीं करते हैं। हालांकि, इसका स्वाद बिल्कुल भी खराब नहीं होता। दांतो के लिए प्राकृतिक उपचारों में से बेकिंग सोडा को एक सबसे प्रभावी उपचार माना जाता है। यह कैफीन और अन्य ड्रिंक्स द्वारा पनपने वाले ओरल बैक्टीरिया के लिए रोकधाम का काम करता है।
गर्म पानी में आधा चम्मच के बराबर बेकिंग सोडा मिलाएं।
इसे तब तक मिलाती रहे जब तक सोडा पूरी तरह डिसॉल्व न हो जाए।
इसे मुंह में लेकर अच्छी तरह कुल्ला कर लें।
सुबह ब्रश करने के बाद इसे माउथवॉश के तौर पर इस्तेमाल कर सकती हैं।
कोकोनट ऑयल मसूड़ों, दांतों एवं पूरे शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करता है। इसके नियमित इस्तेमाल से आप अपने दांतो को जर्म फ्री रख सकती हैं। कोकोनट ऑयल का स्वाद लंबे समय तक बना रहता है, परंतु यह बिल्कुल सामान्य है। यदि आप नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करेंगी तो आपको इसकी आदत पड़ जाएगी। इसके साथ ही यह दांतों को चमकदार और सफेद बनाए रखता है।
सबसे पहले प्योर कोकोनट ओए लेकर अपने दांतो एवं मसूड़ों में अच्छी तरह लगा लें।
अब उंगलियों की मदद से इसे 5 मिनट तक अच्छी तरह मिलाती रहें।
फिर सादे पानी से मुंह को अच्छी तरह साफ कर लें।
एसेंशियल ऑयल में कई महत्वपूर्ण प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं। लौंग और दालचीनी का तेल सभी एसेंशियल ऑयल में से दांतों के लिए सबसे ज्यादा प्रभावी होता है। खास करके या कैविटी से बचाता है। इसके साथ ही लौंग और दालचीनी का तेल दांतो की मजबूती के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।
सबसे पहले लौंग और दालचीनी के तेल की कुछ बूंदों को सादे पानी में मिला लें।
इससे अच्छी तरह मिलाएं। वहीं इसे किसी बोतल में भर कर रख सकती हैं।
अब इस माउथवॉश को सुबह उठकर और रात को सोने से पहले इस्तेमाल करें।
यदि आपको इसका स्वाद नहीं पसंद है तो इसे इस्तेमाल करने के बाद पानी से कुल्ला कर सकती हैं।
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