भृंगराज (Eclipta Alba) फॉल्स डेज़ी के नाम से भी जाना जाता है। यह महाभृंगराज भी कहलाता है। आयुर्वेद में बालों की हेल्दी ग्रोथ के लिए इसके इस्तेमाल के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी है। मम्मी कहती हैं कि बहुत पहले भृंगराज को जंगल से खोजकर लाया जाता था। पर अब यह आसानी से घर पर भी उगाया जा सकता है। बालों को स्वस्थ रखने के लिए भृंगराज के तेल को घर (How to make Bhringraj oil at home) पर भी बनाया जा सकता है। इनके बारे में जानने से पहले आइये जानते हैं भृंगराज के पोषक तत्वों के बारे में।
भृंगराज (bhringraj) एक औषधीय पौधा है, जिसका उपयोग कई प्रकार की बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। यह बालों के झड़ने समेत इन्हें असमय सफेद होने से भी बचाता है। यह बालों को संपूर्ण पोषण देता है। भृंगराज का इस्तेमाल हेयर केयर से जुड़ी आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता है। इसके साइड इफेक्ट भी नहीं होते हैं।
इसमें विटामिन-डी, विटामिन-ई, मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम, स्टेरॉयड्स, पॉलीपेप्टाइड्स और प्रोटीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इससे बाल जड़ से मजबूत बनते हैं। यह स्कैल्प की परेशानियों को भी दूर कर देता है।
यह उष्णकटिबंधीय क्षेत्र (Tropical Zone) में उगता है, जहां पानी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होता है। आप भृंगराज को गमले में भी उगा सकती हैं। पौधे की वृद्धि को बनाए रखने के लिए प्रतिदिन सिर्फ पानी देना होता है। इससे बैक्टीरिया ग्रो नहीं कर पाते हैं। मिट्टी का पीएच लेवल बैलेंस रहता है।
एक पैन में नारियल तेल या सरसों का तेल लें।
इसे धीमी आंच पर चढ़ाएं।
इसमें भृंगराज की पत्तियों को डालें।
इसे तब तक उबालें जब तक कि मिश्रण का रंग हरा न हो जाये।
दो टेबल स्पून नारियल तेल लें।
इसमें 1 टेबल स्पून भृंगराज पत्तियों का पाउडर और 1 टीस्पून मेथी पाउडर डाल दें।
तीनों को मिलाकर धीमी आंच पर तब तक उबालें जब तक कि मिश्रण का रंग हरा न हो जाये।
भृंगराज की पत्तियों को छायादार जगह पर दो-तीन दिनों तक सुखाएं।
इन पत्तियों को तिल के तेल में मिला दें और दो-तीन दिनों के लिए धूप में छोड़ दें।
इसका रंग हरा होने पर समझ लें कि तेल तैयार है।
तैयार तेल की अंगुलियों के पोरों से बालों और स्कैल्प की अच्छी तरह मालिश करें।
आप चाहें तो रात भर इसे बालों में लगा रहने दें और सुबह उठकर शैंपू कर लें।
यदि आप इसे अपने बालों में एक या दो घंटे के लिए लगा हुआ छोड़ देती हैं, तो तेल प्रभावी ढंग से काम करता है। यदि रात भर भृंगराज (bhringraj oil) तेल लगा रह जाता है, तो यह और भी प्रभावी ढंग से काम करेगा।
इसे सप्ताह में दो से तीन बार बालों में लगाना चाहिए। 6 महीने लगातार भृंगराज तेल के प्रयोग से आपके बालों का टूटना-झड़ना बंद हो सकता है।