अपनी महक और स्वाद के लिए व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाने वाला लौंग गरम मसालों में से एक है। मम्मी की रसोई में मौजूद इस खास इंग्रीडिएंट की खूबी ये है कि इसे खाने के अलावा हेयरग्रोथ के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। लौंग से तैयार तेल (clove oil for hair) में मौजूद गुण स्कैल्प को फायदा पहुंचाते हैं। बालों की जड़ों में लगाए जाने वाला ये तेल मानसून में बाल झड़ने समस्या को रोकने में मदद करता है। अगर आप भी हेयरग्रोथ के लिए नेचुरल रेमिडी (Home remedies for hair growth) की तलाश में हैं, तो लौंग का तेल बालों में लगाएं। जानते हैं लौंग का तेल कैसे पहुंचाता है बालों को फायदा (Clove oil for hair growth) और इसे कैसे करें बालों में अप्लाई।
लौंग के पेड़ को सिज़िगियम एरोमैटिकम के नाम से जाना जाता है, जो दक्षिण पूर्व एशिया में मुख्य रूप से पाए जाते हैं। इसमें एंटीमाइक्रोबियल और एंटीइंफ्लामेटरी गुण पाए जाते हैं। इसके इस्तेमाल से बैक्टीरिया को दूर करने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद यूजेनॉल जैसे एंटीऑक्सीडेंटस की मात्रा स्कैल्प के रूखेपन को दूर कर बालों की ग्रोथ को बढ़ाने में मददगार साबित होती है।
इस बारे में बातचीत करते हुए आयुर्वेद एक्सपर्ट अनिल बंसल बताते हैं कि लौंग के तेल से बीटाकैरोटीन, विटसमिन ई और ओमेगा 3 फैटी एसिड की प्राप्ति होती है। इससे स्कैल्प में होने वाली खुजली से लेकर हेयर ग्रोथ (clove oil for hair growth) में मदद मिलती है। इससे बाल मज़बूत और शाइनी बनते हैं। इससे बालों की मसाज करने से हेया फॉलिकल्स बूस्ट होते हैं और हेयरफॉल से भी बचा जा सकता है। लौंग को किसी भी कैरीयर ऑयल में मिलाकर इसका तेल तैयार किया जा सकता है।
नियमित रूप से लौंग का तेल बालों (clove oil for hair) में अप्लाई करने से फॉलिकल्स को मज़बूती मिलती है, जिससे सेल्स की ग्रोथ बूट होती है और बालों की मज़बूती बढ़ने लगती है। इसमें मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड (omega 3 fatty acid) की मात्रा से हेयर डेंसिटी (hair density) बढ़ती है और बालों की थिकनेस को भी बढ़ावा मिलता है।
मानसून के दिनों में ग्रीसी बालों की समस्या (greasy hair problem) के कारण स्कैल्प पर बैक्टीरियल और फंगल इंफे्क्शन का खतरा बना रहता है। ऐसे में लौंग में मौजूद यूजेनॉल और गैलिक एसिड जैसे एंटीमाइक्रोबियल कंपाउड और फ्लेवोनोइड्स से बालों को क्लीन और संक्रमण के प्रभाव से बचाया जा सकता है।
इसमें मौजूद विटामिन ई की मात्रा बालों (Vitamin E for hair) को पोषण के साथ शाइन भी प्रदान करती है। लौंग के तेल से न केवल फ्री रेडिकल्स का खतरा कम होने लगता है बल्कि ब्लड सर्कुलेशन में भी सुधार आने लगता है। हेयरग्रोथ (Hair growth) बढ़ने से बाल ग्लोई और हेल्दी नज़र आने लगते हैं।
बालों में लौंग का तेल लगाने से बीटा कैरोटीन यानि विटामिन ए की प्राप्ति होती है। इससे सीबम प्रोडक्शन रेगुलेट होता है। इससे बालों में मॉइश्चर मेंटेन रहता है। इससे हेयरग्रोथ में मदद मिलती है और बालों की डलनेस और रफनेस को कम किया जा सकता है।
इसे बनाने के लिए 1 चम्मच लौंग लेकर उन्हें भून लें और फिर उन्हें पीसकर पाउडर बना लें। अब उस पाउडर को 1 कप नारियल, जोजोबा या ऑलिव ऑयल में डालकर 3 से 5 दिन तक धूप में रखें। उसके बाद तेल को छानकर एक कांच की बोतल में भर दें और फिर उससे स्कैल्प मसाज (Clove oil for scalp massage) करे। इससे बालों का टूटना, झड़ना और रूखापन कम होने लगता है।
लौंग के तेल को हल्का गुनगुना करके स्कैल्प मसाज करें। 5 से 7 मिनट तक हेड मसाज (head massage) के बाल किसी हर्बल शैम्पू (herbal shampoo) से बालों को धो लें। इससे ब्लड सर्कुलेशन (blood circulation) में सुधार आने लगता है, जिससे बालों का झड़ना बंद होने लगता है और बाल शाइनी रहते हैं।
लौंग के तेल में दही और बादाम ऑयल को मिलाएं और उसे बालों पर लगा लें। इसे 10 मिनट तक बालों में लगाएं रखें और फिर सामान्य पानी से बालों को धो दें। इसके बाद माइल्ड शैम्पू का प्रयोग कर ले। इससे बाल मुलायम और बाउंसी नज़र आने लगते है।
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कस्टमाइज़ करेंबालों को धोने से पहले चावल के पानी में कुछ बूंद लौंग की तेल की मिला लें। 30 मिनट पहले इस पानी से बालों पर स्प्रे कर लें और उंगलियों से मसाज करें। उसके बाद बालों को धोएं। इससे बालों का चिपचिपानल और संक्रमण दोनों की समस्या से राहत मिल जाती है।
आंवला, रीठा और शिकाकाई कोओवरनाइट भिगोकर उससे तैयार किए जाने वाले शैम्पू में कुछ बूंद लौंग के तेल की मिलाने से बालों में नमी बरकरार रहती है और हेयरलॉस की परेशानी हल होने लगती है। सप्ताह में 2 बार इसका प्रयोग करने से बालों का बाउंस मेंटेन रहता है।