दरवाजा ठीक से लॉक किया था या नहीं! उफ्फ अभी-अभी तो हाथ में था, पता नहीं वह जरूरी पेपर कहां रख दिया… मेरे लिए सबसे ज्यादा परेशान करने वाली समस्याएं हैं। और जब पिछले दिनों मैंने डिमेंशिया, अल्जाइमर्स जैसी बीमारियों के बारे में पढ़ा, तो मैं अपनी मेमोरी के बारे में और भी चिंतित हो गई। पर मम्मी ने मेरी सारी समस्याओं का हल किया अपनी रसोई में मौजूद सुपरफूड्स के साथ। अगर आप भी अपनी याद्दाश्त को लेकर चिंतित हैं, तो मेरी मम्मी का बताया नुस्खा आपको भी जरूर आजमाना चाहिए।
हर कोई चाहता है कि वह सारी जरूरी बातें, करीबी लोगों के जन्मदिन, सालगिरह, आदि याद रखे, लेकिन ऐसा अक्सर हो नहीं पाता है। जरूरी बातें भूलने पर आपको डांट भी पड़ती होगी। कई लोग याद्दाश्त बढ़ाने के नाम पर अलग-अलग दवाइयों और मेमोरी बूस्टर ड्रिंक्स का सेवन भी करते है। लेकिन इससे भी फायदा न होने पर वे निराश होते हैं। आप मानें या न मानें, पर कमजोर याद्दाश्त हमारी पीढ़ी की यह सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है।
मेमोरी लॉस आपके ब्रेन में परिवर्तन के कारण होता है और यह उम्र बढ़ने का एक सामान्य हिस्सा। पर जब आप युवावस्था में ही इन छोटी-छोटी चीजों को भूलने लगती हैं, तो उसकी वजह तनाव और फोकस की कमी है। कई बार आप पर काम का इतना ज्यादा दबाव होता है कि आप उन छोटी सूचनाओं को ब्रेन में स्टोर ही नहीं कर पातीं। यही वजह है कि आप हर रोज कुछ न कुछ भूलने लगती हैं।
मेमोरी लॉस के सामान्य कारणों में उम्र बढ़ना, दवाओं के दुष्प्रभाव, चोट लगना, विटामिन की कमी, ब्रेन कैंसर और ब्रेन इन्फेक्शन के साथ-साथ कई अन्य रोग भी हो सकते हैं। तनाव, अधिक काम, अनियमित नींद और निरंतर डिस्ट्रैक्शन सभी याददाश्त कमजोर करने के कारण है।
मेरी मम्मी कहती है कि सबसे ज्यादा एनर्जी की जरूरत हमारे दिमाग को होती है। यह हमारे शरीर की काफी कैलरी का इस्तेमाल करता है। इसलिए वह मुझे कुछ भी खाने के बदले हेल्दी फूड देती हैं, जो मेमोरी तेज करने में मदद करता है। उनका मानना है कि कई बार डाइट सही नहीं होने से याददाश्त कमजोर होने लगती है। यह जरूरी है कि सब्जी और फल के पोषण के साथ आप इसे ओमेगा-3 फैटी एसिड भी भरपूर मात्रा में दें।
मेरे ब्रेन को स्वस्थ रखने के लिए मेरी मम्मी विशेष रूप से मुझे हरी पत्तेदार सब्जियां देती है जो मस्तिष्क की सुरक्षा करती हैं। नट्स, बीज और फलियां, जैसे सेम और मसूर, भी ब्रेन के लिए बेहतरीन भोजन हैं।
मस्तिष्क के लिए एक सुपर फ़ूड के रूप में माना जाने वाला बादाम पोषक तत्वों से भरपूर फूड है। सबके घर में इसका इस्तेमाल होता है खासकर याददाश्त बढ़ाने के लिए। बादाम अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (alpha linolenic acid), ओमेगा -3 फैटी एसिड (omega-3 fatty acid), पॉलीफेनोलिक कम्पाउन्ड (polyphenolic compound) से भरपूर होते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड और पॉलीफेनोल्स दोनों को महत्वपूर्ण ब्रेन फूड माना जाता है क्योंकि वे ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन से लड़ते हैं।
ये मस्तिष्क में एसिटाइलकोलाइन (acetylcholine) के स्तर को बढ़ाने में मददगार है। इसमें पाए जाने वाले विटामिन बी 6 (vitamin B6), विटामिन ई (vitamin E), जिंक (zinc), प्रोटीन (protein) के कारण आपको बेहतर याददाश्त मिलती है। यह आपके बरेंकेलस को ऐक्टिव रखता है। जिसके कारण हाई न्यूरोट्रांसमीटर (neurotransmitter) केमिकल का उत्पादन होता है।
बात जब याद्दाश्त बढ़ाने की है तो काजू को नहीं भूला जा सकता। यह एक बेहतरीन मेमोरी बूस्टर है। पॉली-सैचुरेटेड (polyunsaturated) और मोनो-सैचुरेटेड (mono -saturated) फैट्स ब्रेन सेल्स के उत्पादन के लिए बहुत जरूरी हैं और इस तरह यह आपके ब्रेन की शक्ति बढ़ाते हैं।
कुछ जड़ी बूटियां और मसालें भी एंटीऑक्सीडेंट (antioxidants) का एक अच्छा स्रोत हैं। यह आपके दिमाग के स्टेमिना को बढ़ाता है। इनमें से एक हल्दी है, जिनमें कई ऐसे एंटीऑक्सीडेंट हैं जो ब्रेन के लिए फायदेमंद हैं। इसके अलावा दालचीनी, अदरक और लौंग भी गुणकारी मसालें है, जिन्हे खाने में इस्तेमाल करने से आपकी याद्दाश्त तेज हो जाएगी।
तो लेडीज, अपनी और परिवार में सबके याद्दाश्त को चुस्त रखने के लिए जल्दी अपनाएं मेरी मम्मी के प्राकृतिक घरेलू नुस्खे।
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