गरम खाने से जीभ जल गई है तो ट्राई करें मां के सुझाए ये पांच घरेलु नुस्खे

जली हुई जीभ से कोई भी चीज का सेवन करना असहज एहसास देता है। ऐसे में एक दो दिनों तक भोजन का स्वाद लेने में भी मुसीबत होती है। मां के बताए इन नुस्खों को आजमाएं।
ओरल हायजीन को बनाए रखने के लिए अपनी जीभ को साफ़ करना है बेहद ज़रूरी. चित्र : शटरस्टॉक
गर्म खाना खाते पीते आपकी जीभ जल गई है तो ऐसे करें सही। चित्र : शटरस्टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Published: 3 Jun 2023, 18:30 pm IST
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कभी-कभी गर्म चाय की चुस्की जीभ के लिए भारी पड़ जाती है। जली जीभ से किसी चीज़ को खाने का स्वाद नहीं आता है। ऐसे में चिंता करने की कोई बात नहीं है, आज यहां कुछ घरेलू उपचार आपके लिए बताए जा रहे हैं। जिन्हें पढ़कर आप अपनी जली हुई जीभ को सही कर सकते हैं। जिसके बाद खाने का स्वाद भी आएगा और अटपटा भी नहीं लगेगा।
गर्म खाद्य या पेय पदार्थ के कारण जीभ जब जल जाती है तो जीभ में न सिर्फ खाने का स्वाद गायब होता है, बल्कि दर्द का एहसास भी होता है। ऐसे में आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ चैताली देशमुख कहती हैं जली हुई जीभ को घर पर घरेलू उपचार से सही किया जा सकता है। जिसे आप भी आजमा सकते हैं।

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जली हुई जीभ को इस तरह करें ठीक

हल्दी का प्रयोग

हमारे भारतीय व्यंजन में हल्दी प्रधान है। यह आयुर्वेद में उपचार के साथ खाने सहित कई अहम स्वास्थ लाभ के लिए प्रयोग में लाई जाती है। डॉ देशमुख कहती हैं हल्दी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते है जो जली जीभ की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। प्रयोग के लिए एक चौथाई चम्मच शहद
के साथ अधा चम्मच थोड़ा दूध में मिलकार इसका पेस्ट बना लें। अब इसके ईयरबड से जीभ में 10 मिनट के लिए लगा लें। फिर मुंह धुल लें। इससे आराम मिलेगा।

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जीभ जलने से सूजन को कम करने में मदद करेगी हल्दी। चित्र एडॉबीस्टॉक

ग्लिसरीन

ग्लिसरनी का काम मॉइस्चराइज करना है। साथ ही इसमें सुखदायक गुण भी मौजूद हैं। शुद्ध ग्लिसरीन का उपयोग स्किन में गुलाब जल या नींबू के साथ करें। जली जीभ का ट्रीटमेंट करने के लिए उंगली में क्यूटिप का प्रयोग करते हुए ग्लिसरिन लगाएं। अब इसे ऐसे ही रहने दें और इसे ऐसे ही निगल जांए। इससे शरीर को कोई नुकसान नहीं होगा। यह जीभ के दर्द को कम करने और उपचार में तेजी लाती है।

दूध

यदि आपकी जीभ जल गई है तो दूध इसका बेहतर उपाय है। जली हुई जीभ में तुरंत दूध डालने से जलन में राहत मिल जाती है। दूध एक सूरक्षात्मक परत बनाता है जो प्रभावित एरिया को शांत करता है। जली जीभ में प्रयोग के लिए थोड़ा सा दूध मुंह में डालें और चारों ओर मसलें। ऐसा दिन में कई बार दोहरांए जली जीभ सही हो जाएगी।

तुलसी के पत्ते

तुलसी आयुर्वेद में कई प्रमुख ट्रीटमेंट में इसका प्रयोग किया जाता है। यह जली जीभ में राहत दिलाने में सहायक है। इसमें एनाल्जेसिक सहित अन्य गुण होते हैं। जो जली जीभ में मदद करते हैं। हरे या काले रंग के तुलसी की पांच से छह पत्तियां लें, इसे अच्छी तरह धोकर रोज चबाएं। इससे जली जभी के साथ मुंह के छाले भी सही हो जाएगें।

बर्फ

जले हुए स्थान में बर्फ का प्रयोग करना एक प्रभावी उपाय है, इसमें जीभ भी शमिल है। डॉ देशमुख कहती हैं बर्फ में सूजन रोधी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने के साथ चोट वाले स्थान को सही करने में मदद मिलती है। जली हुई जीभ पर आइस क्यूब तब रखें जब हल्का सुन्न महसूस हो रहा हो। 4 से 5 बर्फ के तुकड़े डालकर सेंक सकती हैं आराम मिलेगा।

दही

डॉ देशमुख के अनुसार दही का प्रयोग भोजन के साथ कई अन्य काम में भी किया जाता है। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण, जीवारोधी गुण और एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद हैं। यह न केवल हेल्थ अच्छी करता है बल्कि जली जीभ में आराम प्रदान करता है। प्रयोग के लिए एक छोटी कटोरी में सादे दही का सेवन करें। इससे मुंह के छाले और जली जीभ में आराम मिलता है।

ginger and honey benefits
जीभ जल गई है तो शहद के प्रयोग से करें इलाज चित्र शटरस्टॉक।

शहद

डॉ देशमुख कहती हैं शहद चोट में अधिक फायदेमंद है। इसका सेवन सूजन कम करने के साथ बैक्टीरिया से लड़ने में किया जाता है। एक वर्ष से कम आयु वाले बच्चे को शहद देने से बचना चाहिए। प्रयोग के लिए शहद लें और मुंह में कुछ देर के लिए घुलने दें। अब इसे धीरे धीरे निगलें। जिससे प्रभावित क्षेत्र सही हो सके। इस प्रक्रिया को दो से तीन बार दोहराएं।

जली हुई जीभ में राहत पाने के लिए दिए गए टिप्स को आजमा सकती हैं।

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