संक्रांति का त्योहार नजदीक है। ये त्योहार ना सिर्फ आध्यात्मिक कारणों से महत्वपूर्ण है बल्कि खाने के लिहाज से भी एक महत्व रखता है। सर्दियों का यह त्योहार एक ऐसे खाद्य पदार्थ की आमद के साथ आता है जो सर्दियों में हमारे शरीर के लिए जरूरी है। इस खाद्य पदार्थ का नाम है तिलकुट। तिल का ये प्रोडक्ट शरीर को सर्दियों में जरूरी गर्मी के साथ साथ प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन जैसे जरूरी तत्व भी देता है जो शरीर के स्वस्थ रहने के लिए मददगार हैं। आज हम आपको ऐसी ही कुछ तिलकुट रेसिपीज (Tilkut recipes) के बारे में बताने जा रहे हैं, जो स्वादिष्ट तो हैं ही, आपके स्वास्थ्य के लिहाज से भी फायदेमंद हैं।
ये सबसे आसान और प्रचलित रेसिपी (Tilkut recipes) है जिसे तिल के जरिए तैयार किया जाता है। साधी तिलकुट बनाने के लिए सबसे पहले तिल को अच्छे से भुन लीजिए। फिर गुड़ को छोटे टुकड़ों में काटकर उसे गर्म करके पिघला लें। जब गुड़ अच्छे से पिघल जाए तब उसमें तिल डालकर अच्छे से मिलाइए। इसके थोड़ा ठंडा हो जाने के बाद आप इसे जैसा चाहे आकार दे सकते हैं। चाहें तो आप इसके लड्डू बना लें या फिर इसे किसी थाली में फैलाकर छोटे- छोटे टुकड़ों में काट कर चौकोर आकार दे सकते हैं।
तिलकुट की यह रेसिपी हड्डियों को मजबूत करने में बड़ी कारगर है। इसके साथ सर्द मौसम में ये शरीर को जरूरी गर्मी भी देता है और पाचन भी दुरुस्त रखता है। साइंस डायरेक्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक तिल इसलिए पाचन को दुरुस्त रखने में मदद कर पाता है क्योंकि इससे निकला तेल हमारी आंतों में लुब्रिकेंट्स की तरह काम करते हैं जिससे पाचन प्रक्रिया ठीक तरह से चलती रहती है।
इसे बनाने के लिए आपको थोड़े अतिरिक्त जतन करने पड़ेंगे लेकिन इसके फायदे भी अतिरिक्त हैं। सिंहल तिलकुट बनाने के लिए गुड़ और तिल को मिलाने के बाद इसमें सिंघाड़े का आटा डालकर अच्छे से मिला लें। फिर इन सबको घी में हल्का सेंक लें और फिर अपने हिसाब से इन्हें आकार दे दें।
सिंघाड़े का आटा पाचन सुधारने में मदद करता है इसलिए इस रेसिपी के फायदे दोगुने हो जाते हैं। इसके साथ ही तिल की ये रेसिपी खून की कमी दूर करने में मदद करती है। मॉर्डर्न साइंस व्यू की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस रेसिपी में आयरन की मौजूगी एनीमिया यानी खून की कमी दूर करने में हमारी मदद करता है।
मावा तिलकुट में तिल और गुड़ के साथ ताजे मावे को मिलाया जाता है। मावा तिलकुट में कैल्शियम और प्रोटीन अच्छे मात्रा में मिलता है जो इसे फायदेमंद रेसिपी बनाता है। इसमें कैल्शियम की मौजूदगी हड्डियों को मजबूती देता है। मावे में मौजूद प्रोटीन की वजह से ये आपके स्किन और बालों के स्वास्थ्य के लिए भी मददगार है। ये आपके शरीर को एनरजेटिक भी रखता है।
बादाम तिलकुट बनाने के लिए सबसे पहले तिल को अच्छे से भून लें। उसके बाद गुड़ को पिघला कर इसमें भुना हुआ तिल मिला लें। इसके बाद भिगोए हुए बादाम को काटकर या पीसकर इसे तिल और गुड़ में मिला लें। इस मिश्रण के ठंडा हो जाने के बाद इन्हें चाहे लड्डू की शक्ल में बनाएं या फिर इसे कोई और मनचाहा आकार दे दें।
बादाम में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और विटामिन E होते हैं जो ना सिर्फ हार्ट हेल्थ के लिए बल्कि हमारे दिमाग और स्किन के लिए भी हेल्दी है। बादाम के फायदे हमारे बालों पर भी होते हैं।
इस तिलकुट रेसिपी (Tilkut recipes) को बनाने के लिए सबसे पहले तिल को एक कढ़ाई में डालकर अच्छे से भून लें। तिल को हल्का सुनहरा और खस्ता होने तक भूनें। अब काजू को हल्का सा भून लें। इसके लिए कढ़ाई में एक चम्मच घी डालकर उसमें काजू डालें। काजू को हल्का भूरा होने तक भूनें। इसके बाद भुने हुए काजू को अच्छे से पीस लें। इसके बाद गुड़ को गर्म कर के पिघला लें। भुने हुए काजू और तिल को पिघले हुए गुड़ में मिला लें। जब ये मिश्रण ठंडा हो जाए तब इसे मनचाहा आकार दे दें। बस फिर क्या काजू तिलकुट तैयार है।
काजू और तिल दोनों शरीर को ताजगी और एनर्जी देते हैं जो थकान दूर करने में भी सहायक है। इसके अलावा काजू में भी बादाम की तरह ही ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और विटामिन E होते हैं जो ना सिर्फ हार्ट हेल्थ के लिए बल्कि हमारे दिमाग और स्किन के लिए भी हेल्दी है।
पिस्ते के साथ तिलकुट बनाने के लिए सबसे पहले तिल को अच्छे से भून लें। सुनहरा हो जाने पर इन्हें उतार दें। इसी तरह से पिस्ते के कटे हुए टुकड़ों को भी भूनें। इसके बाद गुड़ पिघलाकर भुने हुए पिस्ते और तिल को पिघले हुए गुड़ में मिला लें। ठंडा हो जाने पर इसे मनचाहा आकार दे कर सर्व करें। तिलकुट की ये स्वादिष्ट और स्वस्थ रेसिपी तैयार है।
यह तिलकुट आपके शरीर में एनर्जी लेवल बढ़ाता है और मानसिक तौर पर भी राहत देता है। पिस्ता तिलकुट वजन कम करने में भी मदद कर सकता है क्योंकि यह आपके मेटाबॉलिज्म को सुधारता है।
तिलकुट रेसिपीज (Tilkut recipes) की लिस्ट में एक और रेसिपी है जो इसी तरह किशमिश तिलकुट में तिल और गुड़ को मिलाकर उसमें किशमिश डाली जाती है। किशमिश में आयरन होता है, जो शरीर से खून की कमी को दूर करने में मदद करता है। तिलकुट की ये रेसिपी पाचन को बेहतर बनाती है और इससे पेट की समस्याएं भी दूर होती हैं।
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