कभी आपने सोचा है कि मच्छर हमारे नज़दीक क्यों आते हैं। क्या हम खुद उन्हें अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इसका जवाब है, हां। दरअसल, कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon dioxide) जैसी गैसें, तन का पसीना और मिट्टी से सने गंदे या बदबूदार पैरों के कारण मच्छर हमारे पास मंडराने लगते हैं। रिसर्च की मानें, तो 100 फीट की दूरी पर बैठे होने के बाद भी आप उन्हें आसानी से अपनी ओर आकर्षित कर सकते है। यूं तो मच्छरों (mosquitoes) को मारने और उन्हें भगाने के लिए कई उत्पाद बाजार आसानी से मिल जाते हैं। मगर बार बार कान में आकर शोर करने वाले इन बग्स को अपने आस पास न आने देने से बचने के लिए इन पौधों का प्रयोग किया जा सकता है (Mosquito Repelling Plants)।
गेंदे का पौधा एक ऐसा प्लांट है, जो पूरा साल खिलखिलाता है। इस पर लगने वाले बसंती रंग के फूल मच्छरों को दूर भगाने का काम करते हैं। मौसम बदलने के साथ आने वाले मच्छरों से बचने के लिए आप अपने आगन या फिर बालकोनी में इस पौधे का एक गमला रख सकते है। ये प्लांट आसानी से कहीं भी ग्रो हो जाता है। ये फूल मच्छरों को भगाने के अलावा मंदिर में पूजा अर्चना के दौरान भी प्रयोग में लाए जाते हैं। इस पौधे से आने वाली गंध पाइरेथ्रम, सैपोनिन, स्कोपोलेटिन, कैडिनोल और अन्य तत्वों से मिलकर बनती है, जो मच्छरों को आपके घर से दूर रखती है।
तुलसी का पौधा न के वल स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है बल्कि मच्छरों को भी दूर भगाता है। इसकी महक से मच्छर आसपास नज़र नहीं आते है। इसके अलावा दो गिलास पानी को उबलने के लिए रख दें । उसमें तुलसी की कुछ पत्तियों को धोकर डाल दें। उबले हुए पानी को एक तरफ रख दें। तीस से चार घेटे बाद पत्तियों को निचोड़कर अलग कर लें। अब उस पानी को एक स्प्रे बॉटल में डाल दें। जब भी आप शाम के वक्त बाहर निकलें, तो इसे बाजूओ, गर्दन और टांगों पर स्प्रे कर लें। इससे मच्छर आपके आसपास नहीं आंऐगे।
लेमन बाम मिंट यानि पुदीने के पौधे की तरह ही नज़र आती है। लेमन की खुशबू वाली इस ग्राम में सफेद फूल लगते हैं। जल्दी से बगीचे में फैलने वाले पौधे की नियमित कटाई ज़रूरी है। अगर आप पास जगह कम है, तो आप इसे किसी छोटे गमले या फिर बोतल में भी लगा सकते है। ये जैसे जैसे फैलने लगाता है, वैसे वैसे मच्छरों को दूर भगाता है। इससे आपके आसपास मच्छरों की संख्या अपने आप कम होने लगती है।
भीनी भीनी खुशबू वाले लैवेंडर का पौधा देखने में बेहद खूबसूरत लगता है। अरोमाथेरेपी और हर्बल उपचार के लिए प्रयोग होने वाला लैवेंडर का पौधा मक्खियों, मच्छरों, मकड़ियों और चींटियों को दूर रखने का काम करता है। इसके अलावा मच्छर काटने से होने वाली खुजली और दर्द को दूर भगाने के लिए हर्बल दवा के तौर पर भी काम करता है। आप चाहें, तो इसे पौधे की पत्तियों को लेकर स्किन पर डायरेक्ट रब कर सकते हैं। रब करने से पत्तियों से निकलने वाला तेल आपको कीट पतंगों से बचाने का काम करता है।
ये एक खुशबूदार पौधा होता है। इसकी नीडल की तरह दिखने वाली पतली और शार्प पत्तियां दिखने में बेहद खूबूसरत लगती है। गर्मियों में खिलने वाले इस पौधे के तने की खुशबू से मच्छर नज़दीक नहीं आते है। इस पौधे पर सफेद और नीले रंग के फूल खिलते है।
यूनाइटेड स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ एगरिकल्चर के मुताबिक कुछ ऐसे पौधे भी होते हैं, जो मांसाहारी होते है। इनके अंदर पाचन एंजाइम्स पाए जाते हैं। इन्हें ब्लड कप कहकर भी पुकारा जाता है। रोलिंग पिन की तरह नज़र आने वाले ये पौधे अंदर से गहरे होते हैं। ऐ अन्य रिसर्च के मुताबिक इन पौधों के इर्द गिर्द मंडराने वाले मक्खी, मच्छर या तितलियां फिसलकर इनके अंदर चली जाती है। ये पौधे उन्हें हज़म कर लेते हैं। आमतौर पर इनकी लंबाई 11 सेमी होती है। ये पौधे एक तरह के अंडरग्राउंड शिकारी का रोल अदा करते हैं। जो बड़ी ही चालाकी से मच्छरों को अपनी गिरफ्त में ले लेते हैं। ये पौधे अधिकतर संयुक्त राज्य के मिसिसिपी और लुइसियाना के कुछ हिस्सों में पाए जाते हैं।
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