जाड़े का मौसम शुरू होते ही सब्जियों की बहार आ जाती है। हरी पत्तीदार सब्जियां तो पौष्टिक और स्वादिष्ट दोनों होती हैं। इस श्रेणी में शामिल है पत्ता गोभी(Cabbage)। पत्ता गोभी को बंद गोभी भी कहा जाता है। पत्ता गोभी का मटर के साथ कॉम्बिनेशन तो किसी के भी मुंह में पानी ला सकता है। मां कहती है कि पत्ता गोभी को पकाने से पहले उसके कीड़ों की जरूर सफाई कर लेनी चाहिए। पत्ता गोभी में मौजूद कीड़ा डायजेस्टिव सिस्टम को प्रभावित कर सकता है। मां पत्ता गोभी से कीड़ों (worm) को हटाने के कई विधि (How to cook cabbage to avoid worm) भी बताती है। इसके बारे में जानने से पहले आइये जानते हैं पत्ता गोभी के फायदों को।
पत्ता गोभी पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें प्रोटीन और फाइबर के अलावा, कैल्शियम, थायमिन, मैग्नीशियम, सोडियम, फोलेट, मैंगनीज, विटामिन बी 6, विटामिन सी और विटामिन के भी मौजूद होता है। इसमें सैचुरेटेड फैट बहुत कम मात्रा में होता है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल लेवल को यह नियंत्रित रखता है।
नुट्रिसनल कम्पोजिशन एंड एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज ऑफ़ फ्रूट्स एंड वेजिटेबल जर्नल में नोरा मोरेब, एमी मर्फी, स्वर्ण जयसवाल और अमित जयसवाल के पत्ता गोभी पर स्टडी आलेख हैं। इसके अनुसार, कई महामारी विज्ञान के अध्ययन और पारंपरिक परीक्षणों ने इस क्रूस वाली सब्जी को कई प्रकार के कैंसर के साथ-साथ हृदय रोग, मोतियाबिंद, अल्जाइमर रोग और मधुमेह जैसी क्रोनिक बीमारियों के जोखिम को कम करने में फायदेमंद दिखाया है। यह इसकी पौष्टिक संरचना के कारण है। इसमें कैरोटेनॉयड्स, ग्लूकोसाइनोलेट्स, आइसोथियोसाइनेट्स, फेनोलिक कंपाउंड, एंटीऑक्सिडेंट और फाइटोकेमिकल्स की विस्तृत श्रृंखला मौजूद है। यह ब्लड प्रेशर घटाता है और कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
ज्यादातर सब्जियों में कीड़े पनप जाते हैं। गोभी और पत्ता गोभी में ये विशेष रूप से दिखते हैं। गोभी और पत्तागोभी में कई परत होते हैं। ये इन परतों के अंदर छिप जाते हैं। ये कीड़े काफी छोटे होते हैं। कभी-कभी ये आंखों से भी नहीं दिख पाते हैं। इनके अंडे के ऊपर की परत सख्त शेल की बनी होती है। पानी में उबालने के बावजूद ये कीड़े हाई टेम्प्रेचर पर भी जिंदा रह जाते हैं।
खाना पकाने से 10-20 मिनट पहले पत्ता गोभी को गर्म पानी में डुबोकर छोड़ देना चाहिए। इसके पत्ते अच्छी तरह पानी में भीग जाने चाहिए। इससे पत्ता गोभी में मौजूद कीड़ा पानी में बाहर निकल आएगा।
एक बर्तन में विनेगर को डाल दें। इसमें अच्छी तरह काटे गये पत्ता गोभी को डुबो दें। इसे 10-15 मिनट तक छोड़ दें। विनेगर की मौजूदगी कीड़ों को खत्म करने के लिए पर्याप्त होती है।
एक बर्तन में नमक और पानी मिलाकर रखें। बनाने से पहले पत्ता गोभी को नमक वाले पानी में डाल कर छोड़ दें। 10-15 मिनट बाद इसे निकाल लें। इससे कीड़े खत्म हो जाते हैं।
बाज़ार में कीड़े को हटाने के लिए कई तरह के स्प्रे मौजूद हैं।ये केमिकल युक्त हो सकते हैं। हालांकि कई नेचुरल स्प्रे भी मौजूद होते हैं।इनका शरीर पर कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता। इसमें सबसे बढ़िया होता है नीम स्प्रे। नीम का तेल या नीम एक्सट्रेक्ट स्प्रे का पत्ता गोभी पर प्रयोग किया जा सकता है।
साबुन के पानी से भी पत्ता गोभी पर छिडकाव किया जा सकता है। स्प्रे का प्रयोग करते समय यह ध्यान रखना जरूरी हो जाता है कि पत्तों के ऊपरी हिस्सों के साथ-साथ नीचे के हिस्से पर भी अच्छी तरह स्प्रे हो सके। यही वह जगह है, जहां अंडे और कीड़े छिपते हैं। अपने गोभी के सिरों को भी अच्छी तरह से स्प्रे करना चाहिए।
पत्ता गोभी को कुछ देर के लिए बेकिंग सोडा में डालकर छोड़ दें। कुछ देर बाद बेकिंग सोडा से पता गोभी को निकाल लें।
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