हर साल 12 नवंबर को विश्व निमोनिया दिवस (world pneumonia day 2022) के तौर पर मनाया जाता है। निमोनिया एक प्रकार का संक्रमण है जो सीधा फेफड़ों को प्रभावित करता है। वहीं यह बच्चे, बुजुर्ग एवं कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों को अपनी चपेट में जल्दी ले लेता है। इसीलिए इसके प्रति सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। तो चलिए जानते हैं, इस समस्या के बारे में थोड़ा और विस्तार से। साथ ही जानेंगे दवाइयों के साथ-साथ कौन से घरेलू नुस्खे (Home remedies for pneumonia) इस समस्या से निजात पाने में हमारी मदद कर सकते हैं।
निमोनिया फेफड़ों से जुड़ा एक प्रकार का संक्रमण है, जो दोनों फेफड़ों को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। इस समस्या में फेफड़ों में मौजूद हवा की थैली तरल पदार्थ, मवाद से भर जाती है। जिस वजह से खांसी, बुखार, बलगम, ठंड लगना, सांस में तकलीफ होने जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। वहीं यह कई कारणों से हो सकता है। परंतु इसके सबसे आम कारणों में शामिल हैं बैक्टीरिया, वायरस, फंगी और कई अन्य प्रकार के माइक्रोऑर्गेज्म।
सांस लेने या खांसने पर सीने में दर्द का अनुभव होना।
शरीर के सामान्य तापमान से कम (65 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्कों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में)।
जी मचलना, उल्टी या दस्त होना।
कफ और बलगम वाली खांसी होना।
जरूरत से ज्यादा थकान महसूस करना।
बुखार, पसीना और कंपकंपी होना।
सांस लेने में कठिनाई महसूस होना।
हल्के गुनगुने पानी में नमक मिलाकर गलगला करने से आपका गला साफ होता है और बलगम को बाहर निकालने में आसानी होती है। इसके लिए आपको एक गिलास पानी को हल्का गुनगुना कर लेना है। उसमें चार से पांच चुटकी नमक मिलाएं और फिर गलगला करें इसे दिन में कम से कम तीन बार दोहराएं।
रिसर्च की मानें तो पिपरमिंट में एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है। इसी के साथ यह दर्द से राहत पाने में भी मदद करता है। वहीं पिपरमेंट से बने गर्म चाय का सेवन बलगम को बाहर निकालने में आपकी सहायता करेगा। इसे बनाने में नींबू हनी जैसे पदार्थों का इस्तेमाल कर सकती हैं। यह आपके नाक के रास्ते को भी खोल देता है ताकि आप अच्छी तरह सांस ले पाएं।
यदि निमोनिया में आपको सांस लेने में तकलीफ हो रही है, तो ऐसे में एक कप कॉफी का सेवन आपको फौरन राहत देगा। वहीं नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा कैफीन को लेकर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार कैफीन आपके एयरवेज को खोल देता है, जिस वजह से फेफड़ों तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंच पाता है। वहीं यह कोविड-19 के कुछ लक्षणों को भी नियंत्रित रखने में मदद करता था।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा 2020 में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार हल्दी में करक्यूमिन नामक कंपाउंड मौजूद होता हैं। इसके साथ ही इसकी एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटीमाइक्रोबॉयल और एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टी शरीर को निमोनिया के लक्षणों से लड़ने में मदद करती है। इसके साथ ही यह दर्द से भी राहत दिलाता है। इसलिए इसे निमोनिया में होने वाले सीने के दर्द से राहत पाने के लिए इस्तेमाल कर सकती हैं।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार अदरक में एंटी इन्फ्लेमेटरी और पेन रिलीविंग प्रॉपर्टी मौजूद होती है। ऐसे में आप इन्हें चाय के तौर पर ले सकती हैं। यह जमे बलगम को बाहर निकालता है, साथ ही सीने के दर्द से भी राहत पाने में मदद करता है।
पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं, यह आपके शरीर को डिहाइड्रेटेड नहीं होने देता। इसके साथ ही घर पर अन्य प्रकार के पेय पदार्थों की चुस्की ले सकती हैं। यह आपको हाइड्रेटेड रखने के साथ ही शरीर को ठंडक देता है और फीवर उतारने में भी मदद करता है।
जर्नल ऑफ सऊदी सोसाइटी ऑफ एग्रीकल्चर साइंस द्वारा 2018 में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार मेथी के बीज के चाय के सेवन से पसीना आता है। वहीं पासीना शरीर को ठंडा करता है, ऐसे में फीवर भी कम हो जाता है।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन द्वारा निमोनिया को लेकर प्रकाशित डेटा के अनुसार दिनचर्या में कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखते हुए आप निमोनिया के संक्रमण को खुद से दूर रख सकती हैं।
1. यदि ऑफ अस्थमा, डायबिटीज और हार्ट डिजीज से पीड़ित हैं तो इन समस्याओं का खास ध्यान रखें।
2. नियमित रूप से दोनों हाथों को अच्छी तरह धोएं। यह बैक्टीरिया और जर्म्स को शरीर में प्रवेश करने से रोकता है।
3. घर की उन सभी जगहों को साफ रखें, जिन्हें बार-बार छूती हैं।
4. धूम्रपान की आदत को पूरी तरह छोड़ दें। पेसिव स्मोकिंग भी आपके लिए घातक हो सकती है। इसलिए धूम्रपान के धुएं के संपर्क में आने से भी बचें।
5. खांसते और छीकते वक़्त रुमाल का इस्तेमाल करें। साथ ही अपनी हथेलियों और कपड़ों से मुंह न ढकें।
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