शारीरिक बदलावों का प्रभाव धीरे धीरे त्वचा पर भी नज़र आने लगता है। एक्ने, झाईयां और चेहरे पर दिखने वाले दाग धब्बे वो आम समस्याएं है, जिनसे हर व्यक्ति को जूझना पड़ता है। इन समस्याओं से निपटने के लिए केवल क्रीम, मॉइश्चराइज़र और घरेलू नुस्खे ही नहीं बल्कि सुपरफूड्स भी आपकी मदद कर सकते हैं। इनसे मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंटस शरीर में न्यूट्रीशन की कमी को पूरा कर देते हैं, जिससे स्किन की इलास्टीसिटी बनी रहती है। ऐसे में ये जानना आवश्यक है कि स्किन फ्रेंडली फूड्स स्किन के लिए कैसे कारगर है और किस प्रकार से इनका इस्तेमाल स्किन को हेल्दी और समस्याओं से मुक्त रखता है। ये हैं प्राकृतिक ग्लो को बनाए रखने और स्किन संबधी समस्याओं को दूर करने वाले कुछ सुपरफूड्स (Food to reduce wrinkles and dark spots)।
इस बारे में मणिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा बताती हैं किरोज़ाना मील में जिन भी चीजों का सेवन किया जाता है, उसका असर स्किन हेल्थ पर भी दिखने लगता है। खाद्य पदार्थों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस जहां त्वचा की लोच को बरकरार रखते हैं, तो वहीं कैफीन का अधिक सेवन और ऑयली फूड खाने से त्वचा डिहाइड्रेट हो जाती है और पोषक तत्वों की कमी बढ़ने लगती है। हेल्दी मील लेने से झुर्रियों, महीन रेखाओं और त्वचा की डलनेस को कम करने में मदद मिलती है। कोलेजन की मात्रा में सुधार आने से स्किन हेल्दी बनी रहती है। इसके लिए आहार में चुकंदर, कीवी, संतरा, हरी पत्तेदार सब्जियां, ब्रोकली और एवोकाडो को अवश्य शामिल करें। आहार में इन्हें सम्मिलित करने से त्वचा को हाइड्रेट रखने में मदद मिलती है।
विटामिन सी से भरपूर आंवला शरीर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थों को उडिटॉक्स करने में मदद करते हैं। इसका सेवन उबालकर, पकाकर या रस के तौर पर किया जाता है, जो मेटाबॉल्ज्मि को बूस्ट पर स्किन के ग्लो को मेंटेन रखने में मदद करता है। इसका नियमित सेवन करने से स्किन ब्राइटनिंग बढ़ती है और ब्लैमिशेज व झुर्रियां का प्रभाव कम होने लगता है।
पालक के पत्तों में मैग्नीशियम, आयरन, विटामिन और बीटा कैरोअीन की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे त्वचा मुलायम और हेल्दी बनती है। असमें पाई जाने वाली विटामिन सी त्वचा में कोलेजन का स्तर बना रहता है। इसके अलावा ल्यूटिन और बीटा कैरोटीन की मदद से यूवी रेज़ से राहत मिलती है, जिससे स्किन डैमेज से बचा जा सकता है। इसे स्मूदी, सूप या फिर पकाकर खा सकते हैं।
त्वचा की नमी को बनाए रखने के साथ कोलेजन की मात्रा को बढ़ाने में ब्रोकली मदद गार साबित होती है। इसमें पाई जाने वाली ल्यूटिन, फोलेट, फाइबर और कैल्शियम की मात्रा से त्वचा एजिंग के प्रभावों से मुक्त रहती है और त्वचा पर दिखने वाले दाग धब्बों की समस्या भी हल हो जाती है। इसमें पाई जाने वाली कैल्शियम और विटामिन की मात्रा से त्वचा का लचीलापन बरकरार रहता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार पपीते में पपेन एंजाइम पाया जाता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। इसे कैरोटेनॉइड्स के नाम से पुकारा जाता है, जिससे स्किन पर बढ़ने वाली दाग धब्बों की समस्या हल हो जाती है। इससे शरीर को प्रोटीन, विटामिन और कैल्शियम भी की प्राप्ति होती है, जो त्वचा को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से मुक्त करके मेच्योर स्किन की समस्या को दूर करता है।
बदलते मौसम के साथ त्वचा को हेल्दी बनाए रखने के लिए अनार के दानों का सेवन करें। एनआईएच के अनुसार अनार के दानों में फ्लेवोनोल्स, टैनिन, फेनोलिक एसिड और लिग्नान जैसे एंटीऑक्सीडेंटस पाए जाते हैं। इनकी मदद से त्वचा पर दिखने वाले दाग धब्बों के अलावा झुर्रियों की समस्या को भी समाप्त किया जा सकता है। रोज़ाना इसे आहार में सम्म्लित करने से स्किन रिपेयर में मदद मिलती है।
आहार में एवोकाडो को शामिल करने से त्वचा को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से मुक्ति मिल जाती है। इससे त्वचा का लचीलापन बढ़ने लगता है और स्किन हेल्दी बनती है। इस प्लांट बेस्ड डाइट को आहार में शामिल करने से त्वचा को पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है। इससे त्वचा पर दिखने वाली झाइयों, एक्ने और सैगी स्किन की समस्या को हल किया जा सकता है।
इन सब्जियों और फलों में पाई जाने वाली एंटीऑक्सीडेंटस की मात्रा त्वचा को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से मुक्त रखने में मदद करती है। इनसे शरीर को पोषक तत्वों की प्राप्ति है और स्किन ब्राइटनिंग में मदद मिलती है।
उम्र के साथ झुर्रियों का बढ़ना एक स्वाभाविक प्रोसेस है लेकिन अगर चेहरे पर लगातार फाइन लांइस बढ़ रही हैं, तो ये गलत खानपान का नतीजा हो सकता है। इसके लिए मौसमी फलों का सेवन करें। इससे स्किन को बीटा कैरोटीन की प्राप्ति होती है, जिससे कोलेजन की मात्रा बढ़ती हैं। कोलेजन का स्तर बढ़ने से रूखी और अनहेल्दी स्किन को रिपेयर करने में मदद मिलती है।
सन बर्न और पोषक तत्वों की कमी दाग धब्बों की समस्या को बढ़ा देते हैं। त्वचा पर बनने वाले छोटे छोटे मार्क्स तनाव के कारण भी बढ़ने लगते है। ऐसे में त्वचा का हाइड्रेट होना आवश्यक है। स्किन को हाइड्रेट बनाए रखने के लिए सब्जियों और फलों को आहार में शामिल करेंं।
उचित पोषक तत्वों की प्राप्ति से स्किन हाइड्रेट रहती है और कोलेजन का स्तर बढ़ने लगता है। इससे स्किन फर्म और हेल्दी रहती है। इलास्टीसिटी को लंबे वक्त तक मेंटेन रखने के लिए उचित आहार को अपने रूटीन का हिस्सा बनाएं।
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