जब आप गर्भवती होती हैं तो सही आहार लेना सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में आप खाने में क्या खा रही हैं या और क्या नहीं इस पर खास नज़र रखने की ज़रूरत होती है। क्योंकि आपकी छोटी सी भूल दो ज़िंदगियों पर भारी पड़ सकती है। इसलिए मेरी मम्मी ने मसालों की एक लिस्ट मेरी दीदी को थमाई। जिनकी ओवरडोज प्रेगनेंसी में खतरनाक हो सकती है। हालांकि ये मसाले हेल्दी हैं, पर इस समय आपके लिए नहीं।
प्रेगनेंसी में सभी खाद्य पदार्थों की तरह मसालों का भी अपना महत्व होता है। ऐसे समय में कुछ मसाले आपके फायदेमंद हो सकते हैं, तो कुछ भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
जायफल में मिरिस्टिसिन होता है, जो एक सक्रिय तत्व है जो भ्रूण को नुकसान पहुंचाने में सक्षम है। इस कारण से, अनावश्यक जोखिम से बचने के लिए गर्भधारण से पहले इसके सेवन से बचना चाहिए।
जर्नल ऑफ द एकेडमी ऑफ न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स में प्रकाशित एक अध्ययन से इसका प्रमाण मिलता है। कुछ मसालों में क्यूमेरिन (Coumarin) नमल पदार्थ होता है, जिसमें गर्भपात (abortifacient properties) करने वाले गुण होते हैं।
गर्भावस्था के दौरान हींग का सेवन करना एक अच्छा विचार नहीं है। यह एक ऐसा मसाला है जो पूरे भारत में लगभग हर घर में इस्तेमाल किया जाता है। हींग को गर्भपात का कारण माना जाता है क्योंकि यह गर्भनिरोधक के रूप में कार्य करता है। इसके अलावा यह मसाला खून की कमी को भी बढ़ा सकता है।
पुदीने की चाय गर्भाशय में मांसपेशियों को आराम देने के लिए जानी जाती है। मगर इससे गर्भपात हो सकता है। पुदीने की चाय पीने या पुदीने के साथ कुछ भी लेने से गर्भावस्था के दौरान समस्या हो सकती है।
इसके अलावा, ध्यान रखें कि किसी भी पेपरमिंट ऑयल को ऊपर से न लगाएं क्योंकि इससे गर्भावस्था के दौरान मासिक धर्म शुरू हो सकता है। इसलिए किसी भी क्रीम के घटकों को पढ़ें और ध्यान रखें कि इसमें पेपरमिंट न हो।
यह पाया गया है कि जब गर्भावस्था के दौरान मेथी के बीज का सेवन किया जाता है, तो यह सूजन, गैस और यहां तक कि दस्त जैसी समस्याओं का कारण बन जाता है। मेथी के बीज भी गर्भाशय पर एक प्रकार का उत्तेजक प्रभाव डालते हैं और इसलिए सलाह दी जाती है कि गर्भवती महिलाओं को इससे दूर रखा जाए।
हालांकि, कम मात्रा में सेवन करने पर लहसुन के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। मगर, लहसुन में कई मजबूत पदार्थ होते हैं जो गर्भवती महिलाओं के लिए जहरीले हो सकते हैं। अगर अधिक मात्रा में लिया जाए तो लहसुन हार्टबर्न और ब्लीडिंग जैसी समस्या भी पैदा कर सकता है।
इसी तरह, इसी तरह मुलेठी, मेंहदी और दालचीनी का अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए।
तो अगली बार जब आप अपना खाना खाएं या इसे बनाएं, तो इन मसालों का इस्तेमाल करने से बचें क्योंकि थोड़ी सी सावधानी मां और बच्चे के लिए हानिकारक हो सकती है।
यह भी पढ़ें : क्या आपको भी मूंगफली खाने से गैस होने लगती है? तो जानिए इसका कारण
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।