गोल्ड फेशियल से भी ज्यादा ग्लो देती है स्वर्ण भस्म, जानिए इसके 5 फायदे

स्वर्ण भस्म में मौजूद नैनो गोल्ड स्किन पर ज्यादा अच्छे तरीके से काम करता है। यह एंटी एजिंग एजेंट है और बाजार में उपलब्ध गोल्ड फेशियल क्रीम से बेहतर भी है।
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स्वर्ण भस्म के इस्तेमाल से स्किन पर अद्भूत निखार आ सकती है। चित्र: शटरस्टॉक
स्मिता सिंह Published: 7 May 2022, 14:00 pm IST
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सोने की भस्म को स्वर्ण भस्म कहा जाता है, जो ” जवां बने रहने की कुंजी’ के रूप में भी मशहूर है। ज्वैलरी बनाने के साथ-साथ आयुर्वेदिक उपचार में सोने का इस्तेमाल सदियों से किया जाता रहा है। यकीनन हज़ारों साल से ये हमारी पुरखिनों की सौंदर्य पिटारी में रही है। मेरी मम्मी को भी गोल्ड फेशियल से ज्यादा स्वर्ण भस्म के निखार पर भरोसा है। जानना चाहती हैं क्यों, तो बस आगे पढ़ती रहिए।

क्या है स्वर्ण भस्म

 

स्वर्ण यानी सोने (Gold) को रसायनिक विधि से राख बनाया जाता है, जिसे भस्म कहते हैं। स्वर्ण भस्म में 90 प्रतिशत तक सोने के शुद्ध कण मौजूद होते हैं। इसे आप एंटी एजिंग फेशियल के रूप में भी इस्तेमाल कर सकती हैं। यूं तो बाजार में कई तरह के गोल्ड फेशियल मौजूद हैं, क्योंकि गोल्ड को एंटी एजिंग एजेंट माना जाता है। पर शुद्ध स्वर्ण भस्म इन सभी गोल्ड फेशियल से ज्यादा कारगर है। जो आपकी स्किन में अद्भुत निखार ला सकती है।

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स्वर्ण भस्म के कई फायदे हैं। चित्र : शटरस्टॉक

इस बारे में क्या कहते हैं एक्सपर्ट

आयुर्वेद एक्सपर्ट मानते हैं कि बाजार में मिलने वाले गोल्ड फेशियल क्रीम में मौजूद गोल्ड को स्किन एब्जॉर्व नहीं कर पाती है। गोल्ड यदि नैनो फॉर्म में उपलब्ध होगा, तभी उसे स्किन अब्जॉर्व कर पाती है। यह स्वर्ण भस्म में पाया जाता है, जो किसी भी आयुर्वेदिक स्टोर में आसानी से मिल सकती है।

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आइए जानें क्यों आपकी स्किन के लिए गोल्ड फेशियल से ज्यादा फायदेमंद है स्वर्ण भस्म

1 स्किन के अंदर तक काम करता है

आयुर्वेदाचार्य श्वेता झा के अनुसार, स्वर्ण भस्म को चेहरे की त्वचा पर अप्लाई करने पर उसमें मौजूद नैनो या माइक्रो गोल्ड स्किन के अंदर तक चला जाता है। इसके बाद यह रूट लेवल पर काम करने लगता है। उम्र बढ़ने के साथ चेहरे पर जो रूखापन आता है, उसे यह मॉइश्चराइज कर देता है। इससे त्वचा को संपूर्ण पोषण मिल जाता है।

2 मृत त्वचा को भी जीवंत करती है

आयुर्वेद में स्वर्ण की प्रकृति मधुर मानी जाती है, जो डेड स्किन को रिजुवेनेट कर देती है। इससे डार्क सर्कल्स खत्म हो जाते हैं और बेजान त्वचा स्फूर्तिवान हो जाती है।

3 चेहरे की मांसपेशियों को टोन करती है

यह चेहरे की मांसपेशियों का टोन करती है। स्वर्ण में तेजस और ओजस, दोनों गुण मौजूद हैं, जिन्हें आयुर्वेद में एंटी एजिंग एजेंट और सौंदर्य को बढ़ाने वाला माना जाता है। नैनो गोल्ड स्किन के इनर सर्फेस तक पहुंचता है, जिससे चेहरा चमकदार और कांतिमय बनता है।

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4 नए टिश्यू के निर्माण में मददगार

नैनो गोल्ड सेल्स की वृद्धि को बढ़ाता है। यह प्रक्रिया नए टिश्यू के बनने में मददगार होती है। नैनो गोल्ड कोलेजेन बनने की मात्रा को भी बढ़ा देता है। कोलेजेन एक प्रकार का प्रोटीन है, जो हमारी स्किन की इलास्टिसिटी को बढ़ाता है। अधिक मात्रा में कोलेजेन के बनने से टिश्यू की डिजेनेरेशन प्रोसेस धीमी हो जाती है। इससे स्किन की एजिंग धीमी हो जाती है।

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5 कम होती हैं झुर्रियां

स्किन ऑक्सिडेशन हमारे चेहरे की स्किन को झुर्रीदार बनाता है, जिसे खत्म करने में स्वर्ण भस्म कारगर है।

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पर इसके कुछ जोखिम भी हैं

यदि स्वर्ण भस्म को चेहरे पर लगातार अप्लाई किया जाए, तो इससे फायदा मिलने की बजाए, त्वचा को नुकसान भी हो सकता है। ध्यान दें कि यदि आपको अपने चेहरे पर स्वर्ण भस्म का प्रयोग करना है, तो किसी आयुर्वेदाचार्य से जरूर कंसल्ट कर लें। वे आपकी त्वचा के अनुरूप स्वर्ण भस्म का प्रयोग कितनी मात्रा में और कितनी देर तक करना है, जैसी जरूरी बातों के बारे में आवश्यक निर्देश देंगे।
कभी भी मिलावटी स्वर्ण भस्म का प्रयोग न करें। इससे उल्टा प्रभाव पड़ सकता है। वैज्ञानिक शोध से अभी तक यह साबित नहीं हो सका है कि यह पिंपल्स या एक्ने पर कारगर है या नहीं। यदि आप चाहती हैं कि आपको सोने जैसा दमकता रूप मिले, तो सही मात्रा में ही इसका इस्तेमाल करें।

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