इस बदलते मौसम सर्दी खांसी जुकाम जैसे तमाम संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा पाचन संबंधी समस्याएं भी कुछ लोगों के परेशानी का कारण बन सकती हैं। क्या आप जानती हैं, एक स्वस्थ पाचन क्रिया तमाम तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का उचित समाधान हो सकती हैं। जी हां! स्वस्थ व संतुलित पाचन क्रिया संक्रमण से बचाव करने के साथ ही विभिन्न प्रकार के गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के खतरे को भी कम कर सकती हैं। साथ ही इससे त्वचा संबंधी समस्याएं भी आपको परेशान नहीं करती और स्किन ग्लोइंग नजर आती है।
इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए आज हम लेकर आए हैं, एक्सपर्ट की सुझाई सोंठ गोली की रेसिपी। यह डाइजेस्टिव गोली आपकी पाचन क्रिया के लिए कमाल कर सकती हैं। आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉक्टर चैताली राठौर ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए सोंठ की गोली (Saunth ki goli) की रेसिपी सहित इसके फायदे भी बताए हैं। तो चलिए जानते हैं, यह किस तरह आपके लिए फायदेमंद हो सकती हैं।
सोंठ की गोली में एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी सहित एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती है। यह सभी संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया को शरीर पर हावी नहीं होने देते और सर्दी-खांसी, जुकाम जैसी समस्याओं से राहत प्रदान करते हैं।
सोंठ आपके बढ़ते वजन को भी नियंत्रित रखने में मदद कर सकता है। इसमें लिपिड प्रोफाइल को कम करने की क्षमता होती है, जो वेट लॉस के लिए जरूरी है। इसके अलावा यह थर्मोजेनिक प्रॉपर्टी से युक्त होती हैं, जो फैट बर्न करने की क्षमता को बढ़ावा देते हैं। साथ ही साथ मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में भी मदद करते हैं।
सोंठ की गोली का नियमित सेवन पाचन प्रक्रिया को संतुलित रखते हुए पाचन प्रक्रिया को बढ़ावा देते हैं, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं आपको परेशान नहीं करती। खास कर यदि आपको अपच, कब्ज जैसी समस्या रहती है, तो खाने के थोड़ी देर बाद सोंठ की गोली लेने से इन सभी प्रकार की समस्याओं से राहत मिलेगी।
डायबिटीज की स्थिति में ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है, इस स्थिति में व्यक्ति को तमाम चीजों से परहेज करना जरूरी हो जाता है। हालांकि, परहेज के साथ यदि आप नियमित रूप से सोंठ की गोलियां ले रही हैं, तो यह आपके ब्लड ग्लूकोस को सामान्य रहने में मदद कर सकता है। इसके साथ ही यह इन्सुलिन रेजिस्टेंस से भी बचाव करता है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए एक बेहद प्रभावी विकल्प साबित हो सकता है।
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सोंठ की गोलियों में एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो अर्थराइटिस यानी कि गठिया की स्थिति में बेहद कारगर साबित हो सकती हैं। अर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून कंडीशन है, इसमें सोंठ की गोलियों के सेवन से दर्द, सूजन और कुछ अन्य सामान्य लक्षणों से राहत प्राप्त करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही यह मांसपेशियों के दर्द और सूजन को पूर्ण रूप से कम करने में मदद कर सकता है।
100 ग्राम सूखा अदरक पाउडर, नींबू का रस (यदि आप इसे गठिया के दर्द के लिए ले रहे हैं तो नींबू से बचें), ताजा अदरक का रस और स्वाद के अनुसार सेंधा नमक
सबसे पहले गोली तैयार करने के लिए सूखे अदरक पाउडर, अदरक का रस, सेंध नंबर और नींबू का रस मिलाकर एक डो तैयार करें। आवश्यकता पड़ने पर इसमें पानी भी मिला सकती हैं।
डो को कुछ देर आराम दें फिर इससे छोटी-छोटी गोली तैयार करें।
गोलियां तैयार हो जाएं तो इन्हें 3-4 दिनों के लिए प्राकृतिक धूप की छाया में सुखा लें।
स्टोर करने के लिए एक एयरटाइट जार लें और सभी गोलियों को उसमें डाल दें।
आप इसे सामान्य तापमान पर लगभग 6-9 महीने तक उपयोग कर सकती हैं।
जब भी आपको गैस्ट्रिक की समस्या, गले में खराश, खांसी जुकाम की स्थिति महसूस हो, मासिक धर्म के दौरान दर्द हो, तो आप इस जादुई हस्तनिर्मित गोली का उपयोग कर सकती हैं।
नोट: उच्च पित्त और मेंस्ट्रुएशन के दौरान हैवी ब्लीडिंग होने पर इससे बचना चाहिए।
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