बेबी जैसे जैसे-जैसे बड़ा होता है मॉम्स की चिंता बढ़ने लगती है। सबसे पहले जो समस्या हर मां के सामने आती है वह है कि बेबी को क्या खिलाएं। साथ ही, ऐसा क्या खिलाएं जो बेबी को सभी बेमारियों से बचाए। क्योंकि 6 महीने के बाद डॉक्टर सिर्फ लिक्विड और सेमी लिक्विड डाइट की सलाह देते हैं।
ऐसे में सही पोषण देना बहुत मुश्किल हो जाता है। मगर हमारे पास एक ऐसा किचन इंग्रीडिएंट है, जो आपकी इन सभी समस्याओं को हल कर सकता है। वह खास सामग्री है केसर। केसर में वे सभी पोषक तत्व होते हैं, जिनकी आपके बेबी को ज़रूरत है। तो चलिये जानते हैं कि आपके बेबी के लिए कैसे फायदेमंद है केसर और इसे इस्तेमाल करने का सही तरीका।
बचपन में ही बच्चों की हड्डियां सबसे तेज़ी से विकसित होती हैं। केसर में कैल्शियम और फाइबर होता है। ये पोषक तत्व हड्डियों के विकास और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं।
यह एक स्फूर्तिदायक और मूड स्टेबलाइजर है। केसर बेबी के चिड़चिड़ापन और रोने को रोकने में मदद करता है। एनसीबीआई के अनुसार केसर मूड को बूस्ट करता है।
छोटे बच्चे अक्सर फ्लू और सर्दी की चपेट में आ जाते हैं। गर्म तासीर का होने के कारण केसर बुखार, सर्दी और फ्लू के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करता है।
यह बच्चों के पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है। एनसीबीआई के अनुसार केसर में एंटीबायोटिक और गुड बैक्टीरिया होते हैं। ये तत्व पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलाने में मदद करते हैं।
केसर में मौजूद बीटा कैरोटीन रेटिना को मजबूत बनाने में मदद करता है। नतीजतन, आपके बेबी की दृष्टि में सुधार होता है और यह लंबे समय तक अच्छी रहती है।
न्यूरोनल विकास और शिशु मस्तिष्क के निर्माण के लिए शैशवावस्था एक महत्वपूर्ण समय है। स्मृति के लिए तंत्रिका नेटवर्क महत्वपूर्ण हैं। केसर न्यूरोनल नेटवर्क के विकास और इसके सुदृढ़ीकरण की इस प्रक्रिया में सहायता कर सकता है, जिससे स्मृति में वृद्धि होती है।
बच्चों की त्वचा का रूखा होना आम बात है। ऐसे में, आप मॉइस्चराइजर क्रीम और लोशन का उपयोग नहीं कर सकती क्योंकि बच्चे की त्वचा वयस्क त्वचा की तुलना में बहुत अधिक संवेदनशील होती है। केसर इस समस्या को दूर करने में मदद करता है। यह आपके बच्चे को मुलायम और स्वस्थ त्वचा भी देता है।
आप रात को नारियल या बादाम के तेल में केसर के एक दो रेशे मिला सकती हैं। फिर इस तेल का इस्तेमाल आप बेबी की मालिश करने के लिए कर सकती हैं। बेबी को नहलाने के बाद इस तेल से उसकी मालिश करें, इससे उसे बहुत अच्छी नींद आएगी।
6 महीने से ऊपर के बच्चों के लिए आप केसर को उसके आहार में मिला सकती हैं। आप दूध, सेरेलैक या कोई अन्य तरल भोजन में केसर मिला सकती हैं। यदि आपका बच्चा थोड़ा बड़ा है तो इसे दूध में डालकर भी दिया जा सकता है।
अंत में बेबी के लिए कोई भी नया बदलाव करने से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।
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