क्या आप लंबे समय से सर्दी, खांसी और कफ की समस्या से परेशान हैं? क्या तमाम तरह के कफ सिरप, एंटीबायोटिक और दवाइयां लेने के बाद भी ये समस्याएं आपका पीछा नहीं छोड़ रही हैं, तो आप घी में भुने गए लौंग का इस्तेमाल कर सकती हैं। यह आयुर्वैदिक रिमेडी बच्चों से लेकर बुजुर्ग एवं युवाओं में सर्दी, खांसी और कफ आदि जैसे संक्रामक को फौरन ठीक करने में सहायक साबित हो सकती है। आयुर्वेद एक्सपर्ट चैताली राठौर ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए सर्दी, खांसी और जिद्दी कफ के सरल उपचार के तौर पर घी में भुनी गई लौंग को एक बेहद खास आयुर्वेदिक नुस्खा बताया है। तो चलिए जानते हैं, आखिर ये नुस्खा किस तरह काम करता है (How to use clove for cough)।
घी में रोस्टेड लौंग में एंटी बैक्टिरियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी और सूदिंग प्रॉपर्टीज मौजूद होती हैं, जो खांसी के लक्षण खासकर जिद्दी कफ के जमाव को कम करने में मदद करती हैं। घी और लौंग का मिश्रण एक शक्तिशाली मिश्रण बनाता है, जो गले को शांत करता है, सूजन को कम करने और खांसी से राहत पाने में आपकी मदद करता है। लौंग में मौजूद एंटी माइक्रोबियल प्रॉपर्टी घी के साथ मिश्रित होकर संक्रमण का कारण बनने वाले हानिकारक बैक्टीरिया के ग्रोथ को खत्म कर देती हैं। इसके अलावा यह कांबिनेशन एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो इम्यूनिटी को बढ़ावा देने में मदद करते हैं और संक्रमण फैलने वाले बैक्टीरिया आपको आसानी से प्रभावित नहीं कर पाते।
लौंग और घी की चाय बनाने के लिए, एक कप गर्म पानी में एक चम्मच घी और 2 लौंग की कलियों को कूटकर डालें। अब पानी में उबाल आने दें, फिर इसे छानकर पिएं। आप चाहें तो इसमें शहद जैसे कोई भी पसंदीदा प्राकृतिक स्वीटनर ऐड कर सकती हैं। खांसी के लक्षणों से राहत के लिए इस चाय को दिन में 2-3 बार पिएं।
आप घी और लौंग का उपयोग करके एक सूदिंग चेस्ट रब तैयार कर सकती हैं। एक चम्मच घी में लौंग एसेंशियल ऑयल या कुटे हुए लौंग का पाउडर ऐड करें। इस मिश्रण से अपनी छाती और गले के क्षेत्र पर आराम से मालिश करें। घी की गर्माहट और लौंग की खुशबू खांसी और कंजेशन से राहत प्रदान करने में आपकी मदद कर सकती है।
अपनी दिनचर्या में लौंग के साथ घी को शामिल करने का एक और तरीका है, इसे अपने नियमित व्यंजनों में इस्तेमाल करना। अपने सूप, स्टू या गर्म ड्रिंक्स में एक चम्मच घी और एक चुटकी पिसी हुई लौंग डालें। यह न केवल खाने का स्वाद एवं सुगंध बढ़ाएंगे, बल्कि खांसी के लक्षणों से भी राहत प्राप्त करने में आपकी मदद करेंगे।
लौंग में मौजूद यूजेनॉल एक प्राकृतिक दर्द निवारक के रूप में काम करते हैं, जो घी के साथ सेवन करने पर दांत दर्द, सिरदर्द और मांसपेशियों के दर्द को कम कर सकते हैं। इन्हें दर्द महसूस होने पर लिया जा सकता है, ये फौरन राहत प्राप्त करने में आपकी मदद करेंगे।
घी फैट के अवशोषण में मदद करता है और पाचन में सहायता कर सकता है। जबकि लौंग मतली, सूजन और गैस से राहत दिलाने में मदद करते हैं। अगर आप पाचन संबंधी समस्याओं से परेशान रहती हैं, तो रोजाना खाने के बाद लौंग और घी का मिश्रण लें। इससे राहत महसूस होगी।
लौंग और घी दोनों में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पूरे शरीर में सूजन को प्रबंधित करने के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। विशेष रूप से सर्दी खांसी या बॉडी में चोट लगने पर होने वाले सूजन से राहत पाने में लौंग और घी का कांबिनेशन बेहद प्रभावी रूप से कार्य करता है।
इस कांबिनेशन का उपयोग अक्सर खांसी और जुकाम के लिए एक उचित घरेलू उपचार के रूप में किया जा सकता है, क्योंकि यह गले की जलन को शांत करने और कफ को ढीला करने की क्षमता रखता है। यदि यदि आपको सर्दी, खांसी, जुकाम आदि जैसी रेस्पिरेटरी संबंधी समस्याएं लंबे समय से परेशान कर रही हैं, तो इस मिश्रण को जरूर ट्राई करें।
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