गुड़ की चटनी से करें रेगुलर डिप्स और केचअप को रिप्लेस, हम बता रहे हैं इसकी रेसिपी और फायदे
सर्दी के मौसम में मौसमी संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में शरीर के इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाने के लिए पोषण की आवश्यकता होती है। इसके लिए जहां कुछ लोग ड्रूई फ्रूटस का सेवन करते है, तो कुछ हेल्दी रेसिपीज़ तैयार करते है। उन्हीं रेसिपीज़ में से एक है गुड़ सौंठ की चटनी। गुड़ और सौंठ में मसालों को मिलाकर तैयार की जाने वाली इस चटनी के सेवन से न केवल शरीर में गर्माहट बढ़ेगी बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी बढ़ोतरी होगी। अग सर्दियों के स्नैक्स को इस चटनी के साथ कंबाइन करके खाने से स्वाद की प्राप्ति के साथ सेहत को भी फायदा प्राप्त होगा। जानते हैं गुड़ की चटनी के फायदे और इसे तैयार करने की विधि भी।
सबसे पहले जानते हैं गुड़ क्यों है फायदेमंद
इस बारे में डायटीशियन मनीषा गोयल बताती हैं कि गुड़ के सेवन से शरीर को विटामिन और मिनरल की प्राप्ति होती हे। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस की मात्रा मौसमी संक्रमण के प्रभाव को कम करने में मदद करती हे। इसके अलावा जिंक और आयरन की उच्च मात्रा शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढाता है और पाचन को मज़बूत बनाता है। इसका नियमित सेवन करने से शरीर को प्रोटीन, मैग्नीशियम और मैंगनीज़ की भी प्राप्ति होती है। इससे शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है।
जानते हैं गुड़ की चटनी में इस्तेमाल इंग्रीडिएंटस के फायदे (Jaggery chutney)
1. गुड़ से ब्लड को करें प्युरीफाई
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट के अनुसार गुड़ का सेवन करने से शरीर को एंटीऑक्सीडेंट की प्राप्ति होती है। इससे खून में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है। साथ ही धूल और मिट्टी से सेलुलर डैमेज को भी कम किया जा सकता है। इससे शरीर को आयरन की प्राप्ति होती है, जिससे अनीमिया से मुक्ति मिलती है। साथ ही शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बना रहता है।
2. सोंठ से वेटलॉस में मिलेगी मदद
एनसीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार अदरक में जिंजरोल तत्व पाया जाता है। ये एक बायोएक्टिव कंपाउड है। इसमें मौजूद सूजनरोधी गुण वेटलॉस में मदद करते हैं। इसके अलावा अदरक से तैयार सोंठ के सेवन से टाइप 2 डायबिटीज़ का खतरा कम हो जाता है। साथ ही शरीर में बढ़ने वाले वसा के स्तर को भी कम करने में मदद मिलती है। सोंठ को व्यंजन में मिलाकर आहार में शामिल कर सकते है। इससे मानसिक स्वास्थ्य भी उचित बना रहता है।
3. कलौंजी से कोलेस्ट्रॉल को करें कम
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार कलौंजी से शरीर में बढ़ने वाले बैड यानि एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होने लगता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट की मदद से फ्री रेडिकल्स का प्रभाव कम होने लगता है। इसके अलावा शरीर में जमा टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालकर मेटाबॉलिज्म बूस्ट करता है। इसमें मौजूद गुणों की मदद से रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित बनाए रखने में मदद मिलती है।
गुड़ की चटनी
इसे तैयार करने के लिए हमें चाहिए
दरदरा पिसा गुड 1 कटोरी
सौंठ 1 चम्मच
कलौंजी 1/4 चम्मच
जीरा 1/2 चम्मच
सौंफ 1/2 चम्मच़
भुना जीरा पाउडर 1/4 चम्मच
कश्मीरी लाल मिर्च 1 चम्मच
आमचूर 1/4 चम्मच
इमली वेकल्पिक
काला नमक स्वादानुसार
गुड़ की चटनी तैयार के स्टेप्स
- सबसे पहले पैन में 1 चम्मच तेल डालकर गर्म कर लें। अब उसमें एक चौथाई चम्मच कलौंजी, समान मात्रा में जीरा और आधा चम्म्च सौंफ डालें।
- धीमी आंच पर भूनने के बाद एक गिलास इसमें पानी मिलाए। उबाल आने जक इसे पकाएं और धीमी आंच पर रखें।
- अब गुड़ को दरादरा पीस लें और उसे पैन में डाल दें। इसे अच्छी तरह से हिलाएं, ताकि ये पैन पर न चिपक पाएं।
- इसमें कश्मीरी लाल मिर्च, भुना हुआ जीरा, काला नमक, आमचूर और दो चम्मच सोंठ डालकर हिलाएं। इसके स्वाद को बढ़ाने के लिए इसमें 2 चम्मच इमली का पल्प डालकर हिलाएं।
- इससे चटनी का स्वाद और गाढ़ापन दोनों ही बढ़ने लगते हैं।