तेज़ धूप और गर्मी जहां स्वास्थ्य को असंतुलित कर देते हैं, तो वहीं इसका प्रभाव चेहरे और बालों पर भी दिखने लगता है। स्किन और बालों का ख्याल रखने के लिए रतनजोत बेहद फायदेमंद जड़ीबूटी है। एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर इस हर्ब को इस्तेमाल करने से सन डैमेज से बचा जा सकता है। इससे त्वचा का रूखापन कम हो जाता है और बालों को फ्रिजीनेस से मुक्ति मिलती है। रतनजोत को कई प्रकार से प्रयोग में लाया जाता है। जानते है रतनजोत किस प्रकार से त्वचा और बालों के लिए है फायदेमंद।
रतनजोत एक फायदेमंद हर्ब है, जो जीनस अल्कन्ना और बोरगिनेसी फैमिली से संबंधित है। इस पौधो पर नीले रंग के फूल नज़र आते हैं, मगर इसकी जड़ का रंग गहरा लाल होता है। पुराने जमाने में इसका प्रयोग डाई के तौर पर भी किया जाता था। मेडिसिनल प्रॉपर्टीज़ से भरपूर इस जड़ी बूटी का साइंटीफिक नाम अल्कन्ना टिनकोरिया है।
रतनजोत की जड़ों में एंटी.इंफ्लेमेटरी, एंटी.वायरल और एंटी.एजिंग प्रॉपर्टीज़ पाई जाती है। एंटी.ऑक्सीडेंट और एंटी.बैक्टीरियल गुणों से भरपूर इस गहरे रंग की हर्ब को त्वचा और बालों की चमक को बरकरार रखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें फ्लेवोनोइड्स, नेफ्थोक्विनोन और अल्कानिन जैसे गुड कैमिकल्स पाए जाते हैं। रतनजोत की जड़ के अलावा इसके सीड्स स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है।
यह एक मल्टी फंक्शनल हर्ब है, जो आयुर्वेद की दृष्टि से बेहद कारगर है। इसे तेल में डालकर प्रयोग करने के अलावा पाउडर, मसाला और पेस्ट के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। इस नेचुरल डाई को बालों में लगाने से न केवल हेयर प्रॉबलम्स से राहत मिलती है बल्कि स्किन की इलास्टीसिटी भी मेंटेन रहती है।
रतनजोत को चेहरे पर लगाने से स्किन इलास्टीसिटी मेटेन रहती है और त्वचा पर समय से पहले नज़र आने वाली महीन रेखाओं से मुक्ति मिल जाती है। इसके लिए रतनजोत को चंदन पाउडर में मिक्स करके चेहरे पर लगाएं और फिर सूखने के बाद 1 से 2 मिनट तक मसाज करें और चेहरे को धोए।
इसके लिए 1 चम्मच बेसन में आधा चम्मच रतनजोत पाउडर और आवश्यकतानुसार दूध मिलाकर पेस्ट तैयार कर ले। अब इसे चेहरे और गर्दन पर लगाकर छोड़ दें। 10 से 15 मिनट तक चेहरे पर लगे रहने दें और फिर स्किन को क्लीन कर दें। इससे त्वचा का रूखापन कम हो जाता है और टैनिंग से भी मुक्ति मिल जाती है
सूरज की तेज़ किरणों के संपर्क में आते ही रैशेज का सामना करना पड़ता है। इससे स्किन पर जगह जगह रैशेज और लालिमा बढ़ जाती है। ऐसे में रतनजोत पाउडर को दही और शहद में मिलाकर लगाने से चेहरे की स्किन हेल्दी और क्लीन रहती है।
रतनजोत की जड़ को बालझड़ भी कहा जाता है। दरअसल, इसी जड़ को नारियल तेल और मेथीदाना सीड्स में मिलाकर कुछ दिनों तक तेज़ धूप में रखें। इससे बालों का झड़ना कम होने लगता है। इससे फॉलिकल्स को मज़बूती मिलती है और बालो के टैक्सचर को इंप्रूव किया जाता है।
आंवला पाउडर में रतनजोत पाउडर को मिलाकर उसमें नारियल का तेल डालें। इस घोल को बालों में लगाकर 30 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद बालों को हर्बल शैम्पू से धोएं। इससे बालों में बढ़ने वाली रूसी की समस्या हल होने लगती है।
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