रास्पबेरी एक छोटे आकार का मीठा फल है। इसका रंग और स्वादिष्ट स्वाद के किसी भी साधारण भोजन में चार चांद लगा देते हैं। वहीं यह विटामिन, मिनरल्स, एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का एक बेहतरीन स्रोत है। रसभरी चार अलग-अलग रंगों में पाई जाती है लाल, काला, बैंगनी और गोल्डन। लाल रास्पबेरी इनमें से सबसे आम प्रकार है जो आसानी से बाजार में उपलब्ध होता है।
ताजा रसभरी आमतौर पर जून से अक्टूबर तक उपलब्ध होती है, लेकिन जमी हुई रसभरी साल भर उपलब्ध रहती है और इसमें विटामिन और खनिजों की समान मात्रा होती है। यदि आप आज तक इससे वंचित थीं तो पहले इस लेख के माध्यम से इसकी गुणवत्ता को जान लें। उसके बाद इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें (raspberry benefits)।
पब मेड सेंट्रल के अनुसार रास्पबेरी फाइबर, प्रोटीन, विटामिन सी, मैंगनीज, विटामिन के, विटामिन ई, बी विटामिन, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम और कॉपर का एक बेहतरीन स्रोत है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट इसकी गुणवत्ता को बढ़ा देते हैं और इसे तमाम स्वास्थ्य समस्यायों के लिए कारगर बनाते हैं।
इसकी ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है। साथ ही इसमें फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए खास बना देती है। पब मेड द्वारा जानवरों पर किये गए अध्ययन के अनुसार जब रसभरी को उच्च वसा वाले आहार के साथ लिया जाता है, तो वे ब्लड शुगर लेवल को कम करने और इंसुलिन एक्टिविटी में सुधार करने में मदद करते हैं।
रसभरी टैनिन से भरपूर होती है। पौधे के वे यौगिक जो स्टार्च को तोड़ने वाले एंजाइम को रोकते हैं। एक उचित मात्रा में रास्पबेरी का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
रसभरी में सुरक्षात्मक एंटीऑक्सिडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो आपको कैंसर से बचा सकती है। पब मेड सेंट्रल द्वारा की गई एनिमल स्टडी के अनुसार यह कोलन, ब्रेस्ट और लिवर कैंसर से निजात पाने में आपकी मदद कर सकता है। हालांकि, इन निष्कर्षों की पुष्टि करने के लिए अभी मानव अध्ययन की आवश्यकता है।
यह भी पढ़ें : क्या आपके पेट में भी गैस फंस जाती है? तो हम बता रहे हैं इससे निजात पाने कुछ इंस्टेंट टिप्स
एंथोसायनिन जैसे एंटी इंफ्लेमेटरी कंपाउंड से युक्त रास्पबेरी गठिया के लक्षणों को कम करने में फायदेमंद हो सकती है। पब मेड सेंट्रल के अनुसार यह गठिया के शुरुआती लक्षण को कंट्रोल करते हुए गठिया को बढ़ने से रोकता है।
पब मेड सेंट्रल के अनुसार रास्पबेरी में पॉलीफेनोल्स नामक सुरक्षात्मक प्लांट कंपाउंड मौजूद होते हैं, ऐसे में रास्पबेरी उम्र बढ़ने के संकेतों को कम करते हुए आपके शरीर को संतुलित रखने और उचित ऊर्जा प्रदान करने का काम करती है। साथ ही इसमें विटामिन सी की उचित मात्रा मौजूद होती है, जो कोलेजन उत्पादन के लिए काफी महत्वपूर्ण है। यह त्वचा पर पड़ने वाले सूरज की किरणों के नकारात्मक प्रभाव को कम कर देती है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार रास्पबेरी में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट मौजूद होते हैं, जो स्पर्म को ऑक्सीडेटिव डैमेज से प्रोटेक्ट करते हैं। फल में मौजूद विटामिन सी और मैग्नीशियम पुरुष प्रजनन क्षमता और टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को बढ़ा देती हैं। अपने प्रजनन-बढ़ाने वाले गुणों के कारण, रसभरी को आप सोने से पहले नाइट स्नैकिंग के रूप में ले सकती हैं।
यह भी माना जाता है कि गर्भधारण के बाद भी एंटीऑक्सिडेंट भ्रूण की रक्षा करते हैं, जिससे गर्भपात का खतरा कम हो जाता है।
इन्हें स्मूदी, दही, या दलिया में मिलाकर ले सकती हैं।
रास्पबेरी, अनानस, कटा हुआ आड़ू और स्ट्रॉबेरी के साथ एक फ्रेश फ्रूट कॉकटेल बनाना भी अच्छा ऑप्शन है।
चिकन सलाद में रसभरी, अंगूर और अखरोट मिला सकती हैं।
ताजा रसभरी के साथ साबुत अनाज, वफ़ल या पेनकेक की टॉपिंग कर सकती हैं।
थोड़े से पानी के साथ रसभरी को एक फूड प्रोसेसर में ब्लेंड करें और इस मिश्रण को डेसर्ट, आइसक्रीम संडे या ब्रेकफास्ट फूड के लिए इस्तेमाल कर सकती हैं।
यह भी पढ़ें : आपके एक्सपेरिमेंट कहीं स्मूदी को अनहेल्दी तो नहीं बना रहे? जानिए स्मूदी के 5 अनहेल्दी कॉम्बिनेशन
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।